ज्योतिषधार्मिकमध्य प्रदेश

काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सम्मानित हुए मैहर के पं. मोहनलाल

जबलपुर । काशी हिंदू विश्वविद्यालय ज्योतिष विभाग संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय वाराणसी एवं मां शारदा ज्योतिषधाम अनुसंधान संस्थानम् इंदौर के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय 13 और 14 अक्टूबर को अंतराष्ट्रीय ज्योतिष एवं वास्तु सम्मेलन का आयोजन वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के विशाल एवं सुसज्जित सभागार में गरिमामय रूप से संपन्न हुआ ।
सम्मेलन में देश के कोने कोने से पधारे विद्वानों ने भारतीय ज्योतिषशास्त्र का आधुनिक संदर्भ में अनुप्रयोग तथा भारतीय वास्तु विद्या का वैज्ञानिक परिशीलन विषय पर अपने विचार साझा किए ।
इस अवसर पर मां शारदा की पवित्र धार्मिक नगरी मैहर के वास्तु एवं ज्योतिष के विद्वान पंडित मोहनलाल द्विवेदी ने हस्तरेखा विज्ञान पर अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया । जिस हेतु उन्हें प्रतीक चिन्ह और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की । इस गरिमामय समारोह में देशभर पधारे 300 विद्वानों ने भाग लिया ।
गौरतलब है कि पंडित द्विवेदी ने पूरे देश में ज्योतिष एवं वास्तु के क्षेत्र में मैहर ही नहीं पूरे विंध्य का मान अनेकों बार बढ़ाया है । उन्हें इससे पूर्व भी राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में ज्योतिष अलंकार, ज्योतिष मार्तंड, ज्योतिष रत्न, दैवज्ञश्री, दैवज्ञ शिरोमणि, कलिंगा रत्न अवॉर्ड, इंडिया टापटेन अवॉर्ड, वास्तु विशारद, ज्योतिष महर्षि, ज्योतिष सेवा स्वर्ण पदक, इत्यादि की उपाधिया स्वर्ण पदक एवं कई सम्मान हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरिद्वार, भुवनेश्वर, उदयपुर, विदिशा, इंदौर, भोपाल, मांडव, मथुरा, उज्जैन आदि में प्राप्त कर चुके हैं।
यहां यह बता देना लाजिमी है कि पंडितजी की कई भविष्यवाणी सच साबित हुई हैं । वैसे भी मां शारदा देवी की महिमा के मर्मज्ञ मोहनलाल द्विवेदी जी मां शारदा की कृपा से कठिन से कठिन कार्य को सरल बनाने की अपनी क्षमता के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है, जिनकी प्रतिभा के आगे यह उपाधि एवं सम्मान कोई मायने नहीं रखते लेकिन सम्मान जीवन में यादगार जरूर बनते हैं जो समय बीतने के साथ उसे पल को याद जरूर दिलाते हैं की सम्मानित करने वाले की नजर में हमारा ओहदा कितना मायने रखता था ।
पंडित मोहनलाल द्विवेदी समस्त उपलब्धियां एवं सम्मानों को मां शारदा की कृपा एवं स्वर्गीय माता-पिता के पुण्य कर्मों का प्रतिफल एवं उनका आशीर्वाद मानते हैं ।
कार्यक्रम के मुख्य रूप योगेन्द महंत, दिनेश गुरुजी, शत्रुघ्न त्रिपाठी, विनय पांडे, हिरेंद्र शुक्ला, राकेश शुक्ला, गौरव तिवारी रतन वशिष्ठ, सुधीर मिश्रा, सुबोध शास्त्री, मधुराज, डिंपल शर्मा, अर्चना भारद्वाज, पूजा अवस्थी, सुभद्रा देवी, सुनीता द्विवेदी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।

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