खरीदी केंद्र कचनारी में व्यापारियों की खरीदी जा रहीं धान

रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान l कचनारी खरीदी केन्द्र में व्यापारियो से खरीदीं जा रही है धान केंद्र प्रभारी की ऐसी मनमानी चल रही हैं कि मौसम खराब होने के बाद भी केंद्र में कोई व्यवस्था नही की गई हैं व्यापारियों का खराब माल तौलकर अपनी जेब गर्म की जा रही हैं। व्यापारियों का कमीशन देखना हैं तो कचनारी केंद्र से मिलिए । खरीदी केंद्र कचनारी में धान कम बदरा ज्यादा दिखाई दे रहा हैं ऐसा लग रहा हैं जैसे खरीदी प्रभारी उच्चाधिकारियों को चुनौती दे रहा है। खरीदी केंद्रों में अपनी उपज को बेचने के लिए वर्ष भर की मेहनत के लिए इंतजार करते अन्नदाता की नजर हमेशा आसमान की तरफ रहती है कि कहीं ऊपर वाला पानी न गिरा दे और उसकी वर्ष भर की मेहनत पर क्वालिटी का डंडा चलाकर प्रशासन उसकी धान को रिजेक्ट न कर दे । इन सबसे क्या मतलब हैं केंद्र प्रभारी को तो अपनी जेब गर्म करना है ।
*धान तौलाई का लिया जाता हैं पैसा*
किसानों ने बताया कि धान तौलाई के लिए जो मजदूर लगे हैं उनकी मजदूरी शासन से आती है लेकिन खरीदी केंद्र कचनारी में किसानों से अलग से मजदूरी का पैसा लिया जाता है l
*भ्रष्टाचार का खेल इस तरह*
जब किसान अपनी धान तौलाई करवाने जाता है तो शासन के निर्देश है कि 40 ग्राम लिया जाए लेकिन खरीदी केंद्र कचनारी में 41,260 ले रहे हैं हर किसान से एक किलो 500 ग्राम प्रति क्विंटल में लिया जाता है ।
*शो पीस सा खड़ा हड़प्पा*
खरीदी केंद्र कचनारी में बड़ी संख्या में तौलाई होने के बावजूद हड़प्पा का कोई उपयोग नहीं होता ।