असाक्षरों की निरक्षरता उन्मूलन के लिए चलाया जाएगा पढ़ना लिखना अभियान
जिले में 15 हजार असाक्षरों को मार्च 2022 तक बनाया जाएगा साक्षर, कलेक्टर ने पढ़ना लिखना अभियान के क्रियान्वयन के लिए अधिकारियों को दिए निर्देश
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन। प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वयस्क जो औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाएं तथा औपचारिक शिक्षा प्राप्त करने की उम्र पार कर चुके हैं। उनकी निरक्षरता उन्मूलन के लिए मार्च 2022 तक पढ़ना लिखना अभियान एवं अप्रैल 2022 से वर्ष 2027 तक नवभारत साक्षरता कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिले में पढ़ना लिखना अभियान के क्रियान्वयन के संबंध में कलेक्टर अरविन्द दुबे की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बैठक कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित की गई।
बैठक में कलेक्टर दुबे ने कहा कि अभियान का मुख्य उद्देश्य असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता प्रदान कराना है। साथ ही केन्द्र और राज्य सरकार की लाभकारी योजनाओं की जानकारी देना भी है। रायसेन जिले को मार्च 2022 में 15 हजार अनपढ़ों को साक्षर करने का लक्ष्य निर्धारित है। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि जिले के सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु समूह के ऐसे लोगों को चिन्हांकित किया जाए जो औपचारिक शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाएं हैं। साथ ही ऐसे असाक्षर जो पूर्व में सम्पन्न साक्षरता कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके थें, उन सभी को चिन्हांकित करते हुए बुनियादी साक्षरता प्रदान करना है।
कलेक्टर दुबे ने निर्देश दिए कि समग्र शिक्षा अभियान की मॉनीटरिंग के साथ ही इस अभियान की भी मॉनीटरिंग की जाए। अभियान के संचालन में समग्र शिक्षा अभियान के अमले एपीसी प्रोग्रामर, बीआरसी, बीएसी, एमआईएस कोर्डीनेटर्स सहित अन्य स्टॉफ को उनके स्तर का कार्य सौंपे जाने के संबंध में भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गो के लोगों को कार्यक्रम से जोड़ने के लिए इसका विभिन्न स्तरों पर पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जाए।डीपीसी सीबी तिवारी ने बताया कि पढ़ना-लिखना अभियान के तहत बुनियादी साक्षरता कक्षाओं का संचालन ग्राम पंचायत एवं नगरों में जनवरी माह के प्रथम सप्ताह से किया जाएगा। बुनियादी साक्षरता मूल्यांकन परीक्षा माह मार्च 2022 में आयोजित की जाएगी।
असाक्षरों को पढ़ाएंगे अक्षर साथी, पढ़ना लिखना अभियान में असाक्षरों को पठन-पाठन कराने के लिए विद्यालयों, महाविद्यालयों, एनसीसी, एनएसएस के छात्र-छात्राओं के साथ ही सरकारी एवं गैर सरकारी संगठनों, संस्थाओं तथा व्यक्तियों का सहयोग लिया जाएगा, जिन्हें अक्षर साथी कहा जाएगा। इसमें छात्र-छात्राओं के साथ ही नेहरू युवा केन्द्र, जन अभियान परिषद, महिला एवं बाल विकास, राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, राज्य संसाधन केन्द्र, स्व-सहायता समूह की महिला कार्यकर्ताओं सहित अन्य अशासकीय संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। साथ ही स्थानीय शिक्षक, सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी एवं स्वेच्छा से इस कार्यक्रम में सहयोग प्रदान करने इच्छुक स्थानीय शिक्षित व्यक्तियों का भी सहयोग लिया जाएगा।
राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा ली जाएगी नवसाक्षरों की परीक्षा…..,
इस अभियान के तहत अक्षर साथी, असाक्षरों का चिन्हांकन करते हुए निर्धारित प्रपत्र में जानकारी भरकर सूची तैयार करेंगे। संबंधित ग्राम एवं वार्ड के प्रधानाध्यापक को निर्धारित प्रपत्र एवं सूची उपलब्ध कराएंगे। साक्षरता कक्षाओं का संचालन करते हुए असाक्षरों को बुनियादी एवं कार्यात्मक साक्षरता प्रदान कराने के साथ ही समय-समय पर मॉनीटरिंग कर्ताओं को असाक्षरों की प्रगति से अवगत कराएंगे। इसी प्रकार राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय द्वारा नव साक्षरों के लिए बुनियादी साक्षरता परीक्षा आयोजित की जाएगी। प्रत्येक सफल विद्यार्थी को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।