मध्य प्रदेश

श्री कृष्ण जन्माष्टमी सोमवार को राधेकृष्ण मंदिराें में तैयारियां अंतिम चरण में, मंदिरों में जुटेंगे भक्त,

कोराेना महामारी की तीसरी लहर के चलते नहीं होंगे बड़े आयोजन
इस बार बन रहा द्वापर जैसा अद्भुत संयोग, व्रतियों के लिए होगा उत्तम
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन।
शहर सहित जिलेभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी सोमवार को असीम उत्साह व श्रद्धाभक्ति के माहौल में मनाई जाएगी । ज्योतिषियों के अनुसार इस बार अद्भुत संयोग बन रहे हैं। शहर के प्रमुख श्री राधाकिशन मंदिर, बड़े मन्दिर तिपट्टा बाजार जगदीश मंदिर, सिद्ध दादाजी धाम मन्दिर गंजबाजार, मारुति नन्दन मन्दिर पाटनदेव सागर भोपाल स्टेट हाइवे पर माता वैष्णों देवीधाम जिला अस्पताल मां भगवती देवी मंदिर इंडियन चौराहे आदि मंदिरों में विशेष-पूजा अर्चना व श्रृंगार होगा। कोरोना महामारी के चलते इस साल भी सामूहिक आयोजन नहीं होंगे। कार्यक्रम भी सीमित रूप में होंगे। यही नहीं शहर में मटकी फोड़ जैसे अन्य आयोजन भी सांकेतिक रूप से मनाए जाएंगे। वहीं, मंदिरों में कोराेना गाइडलाइन के तहत ही दर्शनार्थियों काे प्रवेश मिलेगा। श्री राधाकिशन मन्दिर यादव समाज धर्मशाला श्री रामलीला ग्राउंड के सदस्य बालाराम यादव, भैरों सिंह, शिवलाल यादव, कालूराम यादव ने बताया कि इस बार भी कोरोना के चलते श्रीकृष्ण राधा ग्वाल गोपालों की चलित झांकी चल समारोह नहीं निकाले जाएंगे। बल्कि मन्दिर में सजावट कर लड्डू गोपाल का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाए जाने की बैठक में योजना बनाई है।
ज्योतिषाचार्य व धर्मशास्त्री पं. ओमप्रकाश शुक्ला राममोहन चतुर्वेदी, मुकेश भार्गव ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार जन्माष्टमी पर आठ साल बाद दुर्लभ संयाेग बन रहे हैं। माना जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्र कृष्ण अष्टमी तिथि, राेहिणी नक्षत्र व वृष राशि में मध्य रात्रि काे हुआ था। ठीक ऐसा ही संयाेग इस बार की जन्माष्टमी पर बन रहा है। शास्त्रों में कहा गया है कि छह तत्वों का एक साथ मिलना बहुत ही दुर्लभ होता है। यह हैं भाद्र कृष्णपक्ष, अर्द्धकालीन अष्टमी तिथि, रोहिणी नक्षत्र, वृष राशि में चंद्रमा, इनके साथ सोमवार या बुधवार का होना। इस बार ऐसा संयोग बन रहा है।
फूलों से सजेगा यादव समाज राधाकिशन का दरबार
रामलीला मैदान के पास स्थित राधा किशन मन्दिर यादव समाज मंदिर के कैलाश यादव ने बताया कि श्री जन्माष्टमी पर भजन संध्या होगी ।अन्य आयोजन नहीं हाेगा। उन्होंने यादव समाज के लोगों से सहयोग निधि देने का अनुरोध किया है। दरबार की सेवा में श्रृंगार सहित सजावट आकर्षण का केंद्र रहेंगे। मजन्माष्टमी पर दर्शनार्थियों के लिए मंदिर दिनभर खुला रहेगा। बिना मास्क के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा।
जन्माष्टमी पर खास
पं. शुक्ला सौजना के अनुसार जाे भक्त जन्माष्टमी पर व्रत प्रारंभ करना चाह रहे हैं, उनके लिए इस वर्ष उत्तम रहेगा। जो पहले जन्माष्टमी से जन्माष्टमी पर व्रत कर रहे हैं, उनके लिए भी इस बार का व्रत अतिउत्तम रहेगा। निर्णय सिंधु नामक ग्रंथ के अनुसार ऐसा संयोग जब जन्माष्टमी पर आता है तो इस अवसर को हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। इस दौरान व्रत करने पर पापों से मुक्ति मिलने के साथ ही भटक रहे पूर्वजों को भी मनुष्य व्रत के प्रभाव से मुक्त करवा लेता है।

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