स्वच्छता अभियान को पलीता लगा रहे सिमरिया सरपंच -सचिव गंदगी से बजबजा रही नालिया, बिना काम के निकल गई राशि
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, उमरिया पान
उमरियापान । जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की ग्राम पंचायत सिमरिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान को जमकर पलीता लगाया जा रहा है। और नवरात्र जैसे पावन त्यौहार में भी पंचायत ने इसकी सुध नहीं ली। ग्रामवासियों ने बताया कि स्वच्छता के नाम पर सरपंच-सचिव की संगामित्ती से बिना काम के कई लोगों को भुगतान किया गया है जबकि हकीकत कुछ और ही बंया कर रही है।
उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत सिमरिया निवासी सत्यम ज्योतिषी, अभिषेक, राजकुमार, रामप्रसाद सहित अन्य लोगों ने एक शिकायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा के समक्ष प्रस्तुत कर सिमरिया पंचायत सरपंच सुहाद्री बाई, सचिव वीरेन्द्र कुमार प्यासी पर गंभीर आरोप लगाते हुये बताया कि ग्राम पंचायत सिमरिया मे स्वच्छता के नाम पर लाखों रुपये का भ्रष्टाचार किया जा रहा है और स्वच्छता के कार्य दिखाकर उसका भुगतान अपने चहेतों को किया जा रहा है। जबकि पूरे गांव सहित वार्ड नं. 6 में स्थानीय नागरिक गंदगी के कारण नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं और मजबूरी में नागरिकों द्वारा खुद ही नाली- सड़क की सफाई की जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि इस संबंध में कई बार पंचायत को अवगत कराया जा चुका है लेकिन पंचायत में भ्रष्टाचार इस चरम सीमा में है कि कोई सुनने कोई तैयार ही नहीं है। लिहाजा जब ग्रामवासियों की मांगों को पंचायत के जिम्मेदारों ने अनदेखा कर दिया तब विवश होकर ग्रामीणों ने सीईओ जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा को स्वच्छता के नाम पर हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत की गई।
जीते जी नरक का अहसास कर रही पंचायत
ग्रामवासियों ने बताया कि सिमरिया पंचायत में पूरे गांव सहित वार्ड नं.6 में जिस तरह की गंदगी देखने को मिल रही है और वर्षों से गांवों में नालियों की सफाई नहीं हुई है जिससे यहां के वांशिदे नरकीय जीवन जीने को मजबूर है और पंचायत के इन कारनाामों से जीते जी नरक जैसे हालात बन गये है। इस तरह की लापरवाही के बाद भी सरपंच-सचिव की मनमानिया पर अधिकारी अंकुश नहीं लगा पा रहे है। विदित हो कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत कर देश को एक नई दिशा दी थी और स्वच्छत भारत अभियान के लिये अलग से फंड भी हर वर्ष जारी किया जाता है लेकिन सिमरिया पंचायत द्वारा सरकारी राशि का बंदरबांट तो किया जा रहा है लेकिन मौके पर कार्य क्या हुये यह वहां के ग्रामीणों से जाना जा सकता है। बहरहाल ग्रामीणों की शिकायत पर जनपद सीईओ ढीमरखेड़ा ने संज्ञान लिया है और उचित जांच का आश्वासन दिया है। वहीं उक्त पूरे मामले में जब ग्राम पंचायत सिमरिया सरपंच सुहाद्री बाई के मोबाईल नं.7389777845 एवं सचिव वीरेन्द्र कुमार प्यासी के मोबाईल नं.9424305214 पर जानकारी लेने के लिये फोन लगाया गया तो उक्त दोनों दोनों ने जानबूझकर मोबाईल बंद कर लिये।