एमपी के कुख्यात गैंगस्टर बदमाश मुख्तार मलिक की राजस्थान में मौत :मछली पकड़ने के विवाद में गोली लगी थी,
रायसेन जिले के कई थानों में 40 से ज्यादा केस दर्ज
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन। रायसेन जिले के गोहरगंज थाना क्षेत्र के निवासी कुख्यात बदमाश मुख्तार मलिक की राजस्थान के झालावाड़ में मछली पकड़ने को लेकर हुए विवाद और आमने सामने हुई गोलीबारी में गोली लग गई थी। वह घायल अवस्था में जंगल से भाग गया था। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने बदमाश मुख्तार मलिक को शुक्रवार सुबह अस्पताल में भर्ती कराया। यहां सुबह 10 बजे उसने दम तोड़ दिया। बताया जा रहा है बदमाश भोपाल से फरार हो गया था।
मालूम हो कि कुख्यात बदमाश मुख्तार मलिक रायसेन जिले के थाना गोहरगंज के ठीकरी का निवासी था।वैसे यह हिस्ट्रीशीटर बदमाश मुख्तार मलिक कानपुर यूपी का रहने वाला था। बहुत पहले वह गोहरगंज में पत्नी सीमा के साथ परिवार सहित गौहरगंज तहसील के ठीकरी गांव में रहता था। उस पर कई अपराधों को अंजाम देने के बाद जिले के अलग-अलग थानों में लगभग 40 से ज्यादा हत्या लूट अड़ीबाजी जानलेवा हमला सहित कई मामले दर्ज हो गए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमृत मीणा ने बताया कि रायसेन जिले के सुल्तानपुर, गोहरगंज, औबेदुल्लागंज, बिलखिरिया सहित और भी थानों में 40 से ज्यादा मामले दर्ज है। वह रायसेन जिला जेल पठारी में भी सजा भी काट चुका है।
रायसेन के कई क्षेत्रों में है उसकी जमीन…..
कुख्यात बदमाश मुख्तार मलिक की रायसेन जिले के गोहरगंज, चिकलोद, सुल्तानपुर सहित अन्य क्षेत्रों में हजारों एकड़ जमीन है। बताया जाता है कि कुछ जमीन पर उसका अवैध कब्जा भी था। जो बाद में जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने उसकी आलीशान कोठी सहित जेसीबी मशीन से ढहा दिया गया था। कुख्यात बदमाश के रायसेन शहर से भी तार जुड़े हैं यहां के कुछ लोग और बदमाश भी उसके संपर्क में थे।
जब बाल-बाल बचा कुख्यात….
1997 में रायसेन जिले के थाना औबेदुल्लागंज की चौकी चिकलोद में 5 बच्चों का अपहरण कर 1 लाख की फिरौती की मांग की थी। कुख्यात बदमाश मुख्तार मलिक और उसके साथियों ने थाना ओबैदुल्लागंज में फरियादी की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर रायसेन जिला मुख्यालय से पुलिस बल बुलाकर चिकलोद बर्रुखार के जंगल में हुई पुलिस मुठभेड़ में बदमाश के 3 साथी शेरू नेपाली सहित2 अन्य साथी मारे गए थे। कुख्यात बदमाश बच निकले थे। जिसमें आरक्षक यशवंत शर्मा ने अपनी बंदूक से बदमाश के साथी भूरा उर्फ अतीत सहित 2 और साथी को मार गिराया था। जबकि मुख्तार मलिक वहां से भागने में सफल हो गया। जिससे उसकी जान बच गई।