मध्य प्रदेश

बिजली के बिल उपभोक्ताओं को मार रहे करंट, सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ा

ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । बहुत ज्यादा बड़े हुए बिजली बिल मिलने से विद्युत उपभोक्ताओं को अब कमलनाथ सरकार की याद आने लगी है कि इस सरकार से तो कमलनाथ की कांग्रेस सरकार बेहतर थी। जिसने हम गरीबों उपभोक्ताओं को बिजली के भारी-भरकम बिलों से बड़ी राहत पहुंचाई थी , तब अधिकतम 100 से लेकर 200 या ₹300 तक के बिजली के बिल आते थे लेकिन पिछले कुछ माह से लगातार 4 से ₹5 हजार तक के बिजली बिल आने से गरीब विद्युत उपभोक्ताओं में हड़कंप मचा हुआ है।
ऐसे उपभोक्ताओं में सावित्री बाई कुशवाहा, मोहनलाल लोधी, जमशेद खान, अबरार खान, कोमल साहू, राजमल सोनी , गोविंद साहू इत्यादि विद्युत उपभोक्ता आज विद्युत मंडल कार्यालय के बाहर अपने – अपने बिल लिए हुए मिले जोकि गरीबी रेखा के नीचे होने के कारण भी अपने भारी-भरकम 2000 से लेकर ₹5000 तक के बिल आने का रोना रो रहे थे।
जिन्होंने कार्यालय के बाहर तीखा आक्रोश व्यक्त करते हुए बताया कि जब कांग्रेस की सरकार बनी थी तब उनके बिजली के बिल ₹100 से अधिक कि नहीं आ रहे थे लेकिन जब से वह सरकार गई है और फिर से शिवराज जी की सरकार बनी है तब से हम लोगों के बिल कभी 1000 तभी 2000 और इस बार तो 4 से 5000 तक के आए हैं ।
महंगाई के इस दौर में हम लोगों को जीवन यापन करना मुश्किल हो रहा है । बिजली का बिल भरें या अपने परिवार का पालन – पोषण करें । यह बात समझ में नहीं आ रही है ।
इधर बिजली विभाग के अधिकारी कोई संतोषजनक उत्तर न देते हुए कह रहे हैं कि जितनी बिजली जलाई होगी इसलिए उतना बिल आया है , उसे तो भरना ही पड़ेगा। इसमें सरकार – मरकार कुछ नहीं कर लेगी ।
उन्हें कहीं से राहत नहीं मिल रही है । विभाग द्वारा उन्हें बिल जमा करने का कहकर भगा दिया गया है । जिससे विद्युत उपभोक्ताओं में सरकार के प्रति गहरा असंतोष पनप रहा है और अब वह खुले तौर पर सरकार की आलोचना करते हुए पुरानी कांग्रेस सरकार को अच्छा बता रहे हैं ।
इस संबंध में बिजली विभाग के जिम्मेदारों से संपर्क किए जाने पर उन्होंने बताया कि बिजली की खपत इतनी हुई होगी , इसलिए उतना बिल आया है । बिल्डिंग हो या झोपड़ी बिजली जलाओगे तो बिल तो भरना ही पड़ेगा ।

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