रायसेन जिले में बदला मौसम, बारिश के आसार : रायसेन में तेज हवाओं के साथ गिर सकता है पानी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन। रायसेन जिले के कुछ शहरों में अगले कुछ घंटे के दौरान बूंदाबांदी और हल्की बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं हवाओं की रफ्तार 45 किलोमीटर प्रतिघंटा तक रह सकती है। मौसम विभाग ने रायसेन शहर सहित जिले की कुछ तहसीलों में देर शाम तक तेज हवाओं के साथ बारिश का अलर्ट जारी किया जा चुका है। जिलेभर में धूल भरी आंधी के बीच बारिश की बौछारें पड़ सकती हैं।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएस तोमर ने बताया कि यहां पर तापमान ज्यादा नहीं बढ़ेगा। केरल में मानसून की दस्तक के साथ मानसून एक्टिविटी बढ़ गई हैं। बंगाल की खाड़ी में भी लो-प्रेशर एरिया बनने लगा है। पाकिस्तान के ऊपर बने सिस्टम का असर भी कम होने लगा है। कहीं गर्मी तो कहीं रिमझिम होने से मानसून का सिस्टम तैयार होने लगा है। रायसेन जिले से जा रही ट्रफ लाइन भी खत्म हो गई है। इसी वजह से आज बारिश होने के आसार हैं।
11 जून तक मानसून की स्थिति साफ होगी….
रायसेन सिटी सहित जिले में मानसून 20 जून तक आ जाता है। केरल में मानसून समय से पहले आ गया है तो इसके रायसेन जिले में भी पहले आने की संभावना बढ़ गई है। अगर सबकुछ ठीक रहा और मानसून आगे बढ़ता है तो यह 20 जून के पहले मध्यप्रदेश में पहुंच सकता है। मानसून की सही स्थिति 11 जून तक ही साफ हो जाएगी। अभी सिर्फ बंगाल की खाड़ी में गतिविधियां तेज चल रही हैं, अरब सागर में हलचल है, लेकिन कोई मजबूत सिस्टम नहीं है। अगर दोनों तरफ से हलचल बढ़ती है, तो मध्यप्रदेश में एक साथ जबलपुर और इंदौर के रास्ते मानसून की एंट्री भोपाल में हो सकती है।नौतपा में पहली बार इतनी गर्मी….
नौतपा के 7वें दिन पारा पहली बार तापमान का पारा 44 डिग्री के पार गया। देश के 10 सबसे गर्म इलाकों में मध्यप्रदेश के ग्वालियर समेत 3 इलाके शामिल हैं। सबसे ज्यादा गंगानगर में पारा 45 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद ग्वालियर में 44.7 डिग्री रहा।
75 साल में 41वीं बार मानसून समय से पहले आया
केरल में मानसून ने तय दिन से तीन दिन पहले दस्तक दे दी है। 75 साल में 41वीं बार मानसून समय से पहले आया है। पिछली बार मानसून जब समय से पहले आया, उनमें से 28 बार यानी 70 फीसदी मौकों पर सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। मौसम विभाग ने केरल के अधिकांश हिस्सों में मानसून सक्रिय होने की जानकारी दी।