शहर में आवारा कुत्तों का आतंक, एक गाय की बछिया को बनाया शिकार

इंसान भी नहीं सुरक्षित, बछिया की मौत के बाद नपा ने लिया एक्शन
ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । मध्य प्रदेश में कुत्तों के हमले की विभिन्न घटनाएं सामने आते हुए कई मासूम मौत की नींद सो चुके हैं वहीं शहर की जिम्मेदार भी शायद ऐसी ही किसी घटना का इंतजार कर रहे हैं। क्योंकि अस्पताल में आए दिन कुत्तों के हमले से घायल लोग इलाज कराने पहुंच रहे हैं उसके बावजूद शहर से कुत्तों का खात्मा नहीं किया जा रहा है।
आपको बता दें कि रायसेन जिले की बेगमगंज नगर के मुख्य सागर भोपाल मार्ग सागरमल जी की पुलिया के पास रात करीब 12:30 बजे ऐसे ही आवारा कुत्तों ने सड़क पर बैठी गाय की बछिया पर हमला बोल दिया और उसको बुरी तरह नोच फाड़ डाला तभी घोषी मोहल्ले के कुछ युवक खेत पर जाने के लिए निकले तब उन्होंने उन आवारा कुत्तों को भगाया और तत्काल पुलिस को सूचना दी आसपास के और लोग भी एकत्रित हो गए जब पशु चिकित्सालय से डॉक्टर के आने में देरी हुई तब कामधेनु सेवा समिति श्याम नगर के बसंत शर्मा को सूचना दी गई तब वे अपनी टीम के साथ पहुंचे और घायल मवेशी का उपचार शुरू किया इसी बीच पुलिस की गाड़ी अस्पताल से डॉक्टर जयपाल उनके सहयोगी को लेकर पहुंची सभी ने मिलकर गाय का उपचार किया और रात करीब पोने 2 गौशाला ले जाने के लिए ऑटो में रखा तब उस घायल गाय की बछिया ने प्राण त्याग दिए।
आसपास क्षेत्र के लोगों ने बताया कि रात के समय यहां कुत्तों का बहुत ज्यादा आतंक है इससे पहले घोषी मोहल्ले में रहने वाले एक व्यक्ति की भैंस ने बछिया को जन्म दिया और रात में ही कुत्तों ने उस नवजात बछिया को चीर फाड़ डाला जिससे उसकी मौत हो गई थी ऐसी कई घटनाएं आसपास के क्षेत्र में मवेशियों के साथ घटित हो चुकी हैं। इस क्षेत्र के आसपास के रास्तों और गलियों से रात के समय निकालने में लोग सतर्कता बरतते हैं कई बार कुत्ते यहां से निकालने वालों पर हमला करने का प्रयास कर चुके हैं।
बछिया के साथ रात में हुई घटना के बाद प्रशासन जागा और नगर पालिका के सफाई कर्मचारियों ने आनन फानन में करीब एक दर्जन कुत्तों को पड़कर गढ़ी के जंगल में ले जाकर छोड़ दिया। अब देखना है कुत्तों की धर पकड़ अभियान कितने दिन तक चलता है क्या शहर वासियों को कुत्तों के आतंक से निजात मिल पाएगी ।