सेवा प्रदाताओं ने सर्वर के कारण किसानों को एवं सेवा प्रदाताओं की परेशानियों को लेकर ज्ञापन दिया
सिलवानी । मध्यप्रदेश के पंजीयन विभाग के सर्वर के कारण विगत 1 माह से हो रही परेशानियों के संबंध में सेवा प्रदाताओं ने सर्वर के कारण किसानों को एवं सेवा प्रदाताओं को परेशानियां को लेकर सोमवार को प्रदेश के महामहिम राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार रामजीलाल वर्मा को ज्ञापन सौपा।
ज्ञापन में उल्लेख किया है कि सर्वर के कारण पंजीयन होने वाले दस्तावेज समय से निष्पादित होकर पंजीकृत नहीं हो पा रहे हैं, जिससे कि पक्षकारों के समय और धन की बर्बादी हो रही है । सर्वर के कारण लिमिट लेने में और स्टाम्प व पंजीयन शुल्क का भुगतान करने में कई बार लोगिन करना पड़ता है और उसके बाद भी स्टाम्प व पंजीयन शुल्क का भुगतान नहीं होता है।
यह कि सर्वर के कारण राशि बैंक खाते से कट जाती है किन्तु लिमिट में प्रदर्शित नहीं होती है।
दस्तावेज बनाते समय डीड करप्ट हो जाती है और कई बार दस्तावेज में डीड को विलय करने के बाद भी दस्तावेज के साथ डीड प्रिंट नहीं होती है ऐसी स्थिति में रिफंड करना मजबूरी होती है । समय पर दस्तावेजों का पंजीयन न होने से पक्षकारों में विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है और सौदे निरस्त हो रहे हैं जिससे सेवा प्रदाताओं द्वारा भुगतान की गई स्टाम्प व पंजीयन शुल्क की राशि अधर में लटक जाती है । सेवा प्रदाताओं द्वारा समस्याओं के निराकरण हेतु टिकिट बुक की जाती है किन्तु समस्याओं का निराकरण नहीं होता है । उक्त समस्याओं का शीघ्र निराकरण करने की मांग की है जिससे “पक्षकारों, किसानों और सेवा प्रदाता अनावश्यक परेशानी से बच सकें और अपने अपने काम समय पर करवा सकें।
