29 मई को रायसेन मे होने वाली महारैली को लेकर बैठक सम्पन्न
रिपोर्टर : शिवकुमार साहू
सिलवानी। रविवार को प्रतापगढ़ मे जनजाति सुरक्षा मंच की बैठक संपन्न हुई । 29 मई को रायसेन मे होने वाली महारैली जिसमे जनजाति समाज को उनको अधिकार दिलाने एवम जो लोग जनजाति अधिकारों का अतिक्रमण कर रहे हैं उन्हें संविधान संशोधन कर डिलिस्ट किया जाए।
बैठक में वक्ताओं ने कहाकि अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग जिनका धर्म परिवर्तन विधर्मी लोग लालच देकर या अन्य प्रलोभन से करते है। ऐसे लोग जो अपना धर्म छोड़ अन्य धर्म अपना लेते है और फिर भी अनुसूचित जनजाति वर्ग के आरक्षण का लाभ लेते है। ऐसे लोगो को डीलिस्टिंग या लिस्ट से बाहर किया जाए। जिससें वह आरक्षण से दूर हो सके। साथ ही जो योग्य और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग है उनके आरक्षण के हक का नुकसान नहीं हो। इसलिए यह एक बहुत बड़ा आंदोलन चलाया जा रहा है।
29 मई रविवार को सुबह 10 बजे रायसेन शहर से निकलने वाली ‘डीलिस्टिंग महारैली’ में शामिल पूरे जिले के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र के बड़ी संख्या में लोग सम्मिलित होंगे।
वक्ताओ ने बताया कि जनजाति डीलिस्टिंग क्यों आवश्यक है । यह मांग भारत सरकार से 1966- 67 से ही हमारे अपने लोकप्रिय नेता स्वर्गीय कार्तिक उरांव मांग करते रहे । लेकिन सरकार जनजाति समाज को मिलने वाले आरक्षण का सही लाभ जनजाति समाज को नहीं दिला पाई है। सरकार धर्म आंतरिक होकर जातियों के आरक्षण का लाभ उठा रहे लोगों को ‘डी-लिस्टिंग’ कर आरक्षण समाप्त होना चाहिए।
बैठक की तैयारी को लेकर मुख्य रूप से राजेंद्र सिंह राजपूत, राजकुमार रघुवंशी, पप्पू ठाकुर, हरिनारायण ठाकुर, हेमंत राठोर, विमलेश ककोडिया, राजकुमार धुर्वे, महेंद्र धुर्वे, सोनू मेहरा, घनश्याम राठौर, राजाराम ठाकुर, दीपेश, बृजेश राय मुख्य रूप से उपस्थित थे।