रायसेन में बन रहीं 9 फीट की दुर्गा प्रतिमाएं : सांस्कृतिक कार्यक्रम और गरबा पर संशय, आयोजकों को है गाइड लाइन का इंतजार
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन।आगामी सात अक्टूबर गुरुवार से शुरू होने वाले शारदीय नवरात्रि पर्व की तैयारी शुरू हो गई है। शहर में करीब 80 जगह से अधिक स्थानों पर मां दुर्गा की झांकी विराजमान की जाती है। जिनके लिए मूर्ति कलाकारों से दुर्गा मूर्ति बनवाई जा रही है। शहर में करीब 8 से 10 जगह देवी प्रतिमा बनाई जा रही हैं।वहीं दुर्गा उत्सव समितियां गठन के बाद पंडाल निर्माण और चन्दा राशि संग्रहण करने की रणनीति तैयार होने लगी है।
होने लगा दुर्गा प्रतिमाओं का निर्माण….
गंज बाजार क्षेत्र के मूर्ति कलाकार लखन चक्रवर्ती ,पाटनदेव के गोविंद राम,दौलतराम प्रजापति सुनील महोबिया ने बताया कि बहुत कम समय बचा है। देवी प्रतिमाओं को रूप और आकार देने में बहुत समय लगता है।फिलहाल अभी शासन की ओर से कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुई है। इसके चलते हमने 8 से 9 फीट दुर्गा प्रतिमाओं को रूप दे रहे हैं। वैसे भी पिछले 2 सालों से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। पहले 120 से 150 मूर्ति हमारे द्वारा बनाई जाती थीं।परन्तु कोरोना संक्रमण के बाद इनकी संख्या काफी कम हो गई है।जिससे हमें लगभग 2 से ढाई लाख का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
झांकी समितियों को भी है गाइड लाइन का इंतजार…..
दुर्गा उत्सव समितियों के आयोजकों ने तैयारी शुरू कर दी है, पर अभी तक कोई गाइड लाइन जारी नहीं हुई है इससे बड़े स्तर पर अभी कोई तैयारी नहीं की जा रही है न ही कोई बड़े झांकी पंडाल बनाए गए हैं। गरबे की तैयारी भी नहीं की जा रही है। शहर में हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष लीला सोनी ने शासन द्वारा गाइड लाइन के अनुसार ही दुर्गा उत्सव मनाने का कहा गया है। दुर्गा उत्सव को लेकर रायसेन जिले के सभी हिंदू समितियों के अध्यक्षों द्वारा एक बैठक रखी गई थी इसमें कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे एसपी विकास कुमार शाहवाल को एक ज्ञापन सौंपा गया था और इस ज्ञापन में दुर्गा उत्सव धूमधाम से मनाने और धार्मिक आयोजन चालू कराने को लेकर अपनी बात रखी गई थी।
यह हैं शहर की प्रमुख दुर्गा झांकियां…
नए बस स्टैंड पर मां वैष्णो रानी दरबार समिति द्वारा 5 लाख की लागत से हर साल मां दुर्गे का पंडाल सजाया जाता था। इस पंडाल को सजाने के लिए बंगाल से कलाकारों कुशल कारीगरों को बुलाया जाता है समिति के अध्यक्ष व युवा गल्ला व्यापारी मनोज सोनी ने बताया कि पिछले साल कोरोना संक्रमण के चलते हमने इस आयोजन पर ब्रेक लगा दिया था। पर अब स्थिति सामान्य होती है तो हम बहुत बड़ी झांकी लगाएंगे।दूसरी झांकी पाटनदेव हनुमान मंदिर के पास समिति द्वारा लगभग 15 से 18 फीट की दुर्गा प्रतिमा विराजमान की जाती है। तीसरी झांकी महामाया चौक दीनदयाल काम्प्लेक्स परिसर मैं मां कामाख्या देवी दरबार समिति द्वारा मां दुर्गे की भव्य झांकी लगाई जाती हैं। रामलीला मैदान और अवंतिका कॉलोनी में भी बड़े स्तर पर समितियों द्वारा झांकी लगाई जाती है,।फिलहाल शासन स्तर से अभी गाइड लाइन जारी नहीं होने से यह सभी लोग संशय में हैं।