मध्य प्रदेश

जगह- जगह खुली पैकारिया, जिम्मेदार बने अंजान

रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान l ढीमरखेडा थाना अंतर्गत सिलौंडी क्षेत्र में इन दिनों अवैध पैकारियो की क्षेत्र में भरमार लगी हुई हैं । कच्ची दारू की दुकान तो मानो चाहे जहां खुल जाती हैं। पहाड़ियों में महिलाएं शराब बनाकर उतारती हैं, तो जहां शराब बनती हैं वही लोगों का जमावड़ा लग जात है l पोड़ी कला में महिलाओ के द्वारा भी पूर्व में शिकायत की गई थी । इसी प्रकार सिमरिया,ढीमरखेड़ा, पिड़रई, दशरमन, पाली, मझगवां, कचनारी, नेगई, सिलौडी, अन्य ग्रामो में जमकर अवैध पैकारियो का धंधा फल फूल रहा हैं। पिड़रई मे तो स्कूल के पास जमकर दारू बेची जा रही हैं। दारू और गांजा जमकर पिड़रई में फल- फूल रहा हैं। गुप्त सूत्रों से जानकारी लगी हैं कि जिम्मेदारो की भी मिली भगत हैं।
आबकारी विभाग पचास मीटर के दायरे के नियम पर बैठा, समाज पर पड़ रहा बुरा प्रभाव
स्कूल, कालेज, मंदिर और शैक्षणिक संस्थानों के 50 मीटर के दायरे में शराब दुकान नहीं खुलेगी । हकीकत में यह आबकारी विभाग का नियम नहीं धोखा है। एक-एक मीटर की दूरी भले ही आबकारी के अफसर नापकर बैठे हों, लेकिन स्कूल, कालेज, मंदिरों के आसपास खूब शराब दुकानें हैं। बीच बाजारों तक में जगह-जगह दुकानें खोल दी गई हैं। नई शराब नीति में कंपोजिट दुकानों के कारण स्थिति और खराब हुई है । बाजार, स्कूल, कालेज के आसपास शराब की दुकानों की भरमार लगी हुई हैं, स्कूलों के आसपास शराब की दुकानें जम गई हैं।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा नए वर्ष 2022-23 के लिए नई शराब दुकानों के आवंटन के लिए भरमार लगी हुई हैं।यहां रहवासी क्षेत्र के साथ स्कूलों को भी नजरअंदाज कर दिया गया है। फिलहाल वर्तमान में ग्राम बरही में अवैध पैकारी रोड के साइड शोल्डर से ही संचालित की जा रही है।स्कूल के लिए गुजरने वाले छात्र-छात्राएं भय के साये में नजर आ रहे हैं। ग्राम बरही में जो लोग दुकानें लगा रहे हैं और कालोनी में रहवासी भी इसे लेकर चिंता में है। गुप्त सूत्रों से जानकारी लगी हैं कि ठेकेदारो द्वारा सफेद कट्टियों में रखकर शराब गांव-गांव पहुंचाने का सिलसिला आम हो गया । विभाग के जिम्मेदार कुंभकरणीय निद्रा में सो रहे हैं। मध्यप्रदेश आबकारी विधि नियम यह कहता है कि दुकान की स्थिति ऐसी होगी कि उस में प्रवेश करने वाला व्यक्ति देखे जाने से बच ना सके परंतु वह ऐसी स्पष्ट भी नहीं होगी कि गुजरने वाले व्यक्ति उस ओर देखने को बाध्य हो जाए। इसके ठीक विपरीत उक्त अधिनियम का यह नियम हवा में उड़ता नजर आ रहा है जिसमे उसके ठीक विपरीत मुख्य मार्ग के 1 फीट पर यह दुकान लगा रखी है जिसका दृश्य देखने को हर राहगीर मजबूर है।
गांवों में शराब विक्रय के लिए नियमों को ताक में रख दिया गया है। लेकिन इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है।आबकारी अधिकारी भी इस ओर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। सड़क किनारे पर ही शराब बेची जाने से यहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई लोग महिलाओं को लेकर अन्यत्र मार्ग से गुजरते हैं। लोगों ने कई बार मांग की लेकिन अपनी मनमर्जी व जिम्मेदारो की मिलीभगत अवैध पैकारियां फल- फूल रही हैं। नियमोें को धत्ता बताते हुए बरही एवं पिड़रई में स्कूल एवं सड़क किनारे पर ही खुलेआम शराब का विक्रय हो रहा है। लेकिन जिम्मेदारो द्वारा अनदेखी की जा रही हैं।

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