ज्योतिष

Aaj ka Panchang आज का पंचांग मंगलवार, 25 अप्रैल 2023

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
मंगलवार 25 अप्रैल 2023

हनुमान जी का मंत्र : हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट् ।
🌸 आप सभी देशवासियों को श्री सूरदास जयन्ती के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।।
🌌 दिन (वार) – मंगलवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से उम्र कम होती है। अत: इस दिन बाल और दाढ़ी नहीं कटवाना चाहिए ।
मंगलवार को हनुमान जी की पूजा और व्रत करने से हनुमान जी प्रसन्न होते है। मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा एवं सुन्दर काण्ड का पाठ करना चाहिए।
मंगलवार को यथासंभव मंदिर में हनुमान जी के दर्शन करके उन्हें लाल गुलाब, इत्र अर्पित करके बूंदी / लाल पेड़े या गुड़ चने का प्रशाद चढ़ाएं । हनुमान जी की पूजा से भूत-प्रेत, नज़र की बाधा से बचाव होता है, शत्रु परास्त होते है।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन
🌐 संवत्सर नाम अनला
🔯 शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत् 5124
🕉️ संवत्सर (उत्तर) पिंगल
☣️ आयन – उत्तरायण
☀️ ऋतु – सौर ग्रीष्म ऋतु
🌤️ मास – वैशाख मास
🌖 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथी – शुक्ल पक्ष पञ्चमी 09:39 AM तक उसके बाद षष्ठी है ।
✏️ तिथि के स्वामी :- पंचमी तिथि के स्वामी नाग देवता जी और षष्टी तिथि के स्वामी भगवान कार्तिकेय जी है।
💫 नक्षत्र-आर्द्रा 04:21 एम, अप्रैल 26 तक
🪐 नक्षत्र स्वामी – आर्दा नक्षत्र का स्वामी राहु है।मिथुन राशि के अन्तर्गत आने के कारण इस पर बुध का प्रभाव भी रहता है।
📣 योग-अतिगण्ड योग 07:44 AM तक, उसके बाद सुकर्मा योग
प्रथम करण : बालव – 09:39 ए एम तक
द्वितीय करण – कौलव – 10:30 पी एम तक
🔥 गुलिक काल : मंगलवार का शुभ (गुलिक काल) 12:19 पी एम से 01:58 पी एम
⚜️ दिशाशूल – मंगलवार को उत्तर दिशा का दिकशूल होता है।यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से गुड़ खाकर जाएँ ।
🤖 राहुकाल – दिन – 3:00 से 4:30 तक राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 05:29:00
🌅 सूर्यास्तः- सायं 06:31:00
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:19 ए एम से 05:03 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 04:41 ए एम से 05:46 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 11:53 ए एम से 12:46 पी एम
🔯 विजय मुहूर्त : 02:30 पी एम से 03:23 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 06:51 पी एम से 07:13 पी एम
🏙️ सायाह्न सन्ध्या : 06:52 पी एम से 07:58 पी एम
💧 अमृत काल : 05:25 पी एम से 07:10 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 11:57 पी एम से 12:41 ए एम, अप्रैल 26
❄️ रवि योग : 05:46 ए एम से 04:21 ए एम, अप्रैल 26
🚓 यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
👉🏽 आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-हनुमान मंदिर में पंचमुखा दीपक प्रज्वलित करें।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – श्री आद्य शंकराचार्य जयंती/श्री सूरदास जयंती, चन्द्रबली पाण्डेय, साहित्यकार जन्म दिवस, राष्ट्रीय टेलीफोन दिवस, विश्व मलेरिया दिवस
✍🏼 विशेष – पञ्चमी तिथि को बिल्वफल त्याज्य बताया गया है। पञ्चमी तिथि को खट्टी वस्तुओं का दान और भक्षण दोनों ही त्याज्य है। पञ्चमी तिथि धनप्रद अर्थात धन देनेवाली तिथि मानी जाती है। यह पञ्चमी तिथि अत्यंत शुभ तिथि भी मानी जाती है। इस पञ्चमी तिथि के स्वामी नागराज वासुकी हैं। यह पञ्चमी तिथि पूर्णा नाम से विख्यात मानी जाती है। यह पञ्चमी तिथि शुक्ल पक्ष में अशुभ और कृष्ण पक्ष में शुभ फलदायीनी मानी जाती है।
🗽 Vastu tips 🗼
ध्यान रखें, बांस के पौधे को गमेशा गमले में ही लगाएं। यदि इसे जमीन में लगा दिया गया तो यह बहुत बड़ा हो जाएगा। ऐसा होने पर यह शुभ की जगह अशुभ प्रभाव देने लगेगा।
घर में बांस का पौधा ज्यादा से ज्यादा 2 से 3 फीट तक की ऊंचाई का ही होना चाहिए। अगर पौधा इससे अधिक बड़ा हुआ तो यह नेगेटिव इफेक्ट देने लगता है।
बांस के पौधे को कभी भी घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में नहीं लगाना चाहिए। इस दिशा में तुलसी, केला, बांस तथा अन्य शुभ पेड़-पौधे लगाने की मनाही है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर और पूर्व दिशा में बांस का पौधा लगाने से सबसे अच्छा परिणाम मिलता है। इसके अलावा, आप उत्तर-पश्चिम दिशा में भी इस पौधे को लगा सकते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में मौजूद बांस का पौधा कभी सूखना नहीं चाहिए। वरना यह घर में रहने वालों के लिए अशुभ परिणाम देता है।
जैसे ही बांस का पौधा सूखने लगे, उसपर तुरंत ध्यान देना चाहिए। अगर फिर भी यदि वह हरा-भरा न हो तो उसे हटा कर नया पौधा लगा देना चाहिए।
❇️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
बढ़ जाता है कैंसर का खतरा वहीं एक अन्य रिसर्च के मुताबिक गैस की आंच पर रोटी फुलाने से कार्सिनोजेनिक पैदा हो सकते हैं। ये हमारे शरीर के लिए बेहद घातक होते हैं। कार्सिनोजेनिक एक ऐसा जहरीला पदार्थ है जिसके कारण व्यक्ति को कैंसर हो सकता है।यह जीन को प्रभावित करके या सामान्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती है ताकि कैंसर कोशिकाओं में बद जाएं। ऐसे में गेहूं के रोटी को डायरेक्ट गैस पर गर्म किया तो उस वजह से कार्सिनोजेनिक पैदा हो सकता है। जिस वजह से कैंसर जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है।
तवे पर सेकें रोटी पुराने जमाने में लोग रोटी को पकाते वक्त लोग तवे पर रखी रोटी को किसी सूती के कपड़े से दबाते और चारों तरफ घुमा-घुमा कर सेकते थे। इससे रोटी सभी तरफ से पक जाती है और इसे सीधे गैस की आंच पर भी नहीं रखना पड़ता है।ये रोटी सेंकने का सबसे सुरक्षित तरीका है।
🧋 आरोग्य संजीवनी_
🍶
शंख के कुछ स्वास्थ्य – प्रयोग
“कोई बच्चा तोतला अथवा गूँगा है तो शंख में पानी रख दो | सुबह का रखा हुआ पानी शाम को, शाम का रखा हुआ पानी सुबह को 50 – 50 मि.ली. उस बच्चे को पिलाओ और उसके गले में छोटा-सा शंख बाँध दो | 1 – 2 चुटकी ( 50 से 100 मि.ग्रा. ) शंख भस्म शहद के साथ सुबह-शाम चटाओ तो वह बच्चा बोलने लग जायेगा | शंख भस्म अन्य कई रोगों में भी एक प्रभावकारी औषधि है |
गर्भिणी स्त्री शंख का पानी पिये तो उसके कुटुम्ब में 2-4 पीढ़ियों तक तोतला – गूँगा बच्चा नहीं पैदा होगा | यह हमारे भारत की खोज है, पाश्चत्य विज्ञानियों की खोज नहीं है | गूँगे और तोतले व्यक्ति को शंख फायदा करता है और शंख -ध्वनि वातावरण को शुद्ध करती है इतना ही नहीं, दूसरे भी बहुत सारे फायदे बताये गये हैं | जहाँ लोगों का समूह इकट्ठा होता है वहाँ शंखनाद पवित्र, सात्विक माना जाता है |”
📚 गुरु भक्ति योग 🕯️
तत्काल इन बुरी आदतों से कर लें तौबा वरना कभी सुखी नहीं रह पाओगे
आचार्य श्री गोपी राम ने कुछ आदतों को लेकर सतर्क किया है। आचार्य गोपी राम ने कहा है कि जीवन में कुछ आदतों से हमेशा दूर रहना चाहिए क्योंकि ये आदतें जीवन में कभी भी सुखी नहीं रहने देती है। हमने कहा है कि यदि व्यक्ति अपने मन पर नियंत्रण न रखा जाए तो कई तरह की परेशानियां बढ़ जाती हैं। हमने इस संबंध में एक श्लोक लिखा है, जो इस प्रकार है –
अनवस्थित यस्य न जने न वने सुखम्।
जनो दहति संसर्गाद् वनं सगविवर्जनात॥
आचार्य श्री गोपी राम ने श्लोक में कहा है कि जिस व्यक्ति का मन स्थिर नहीं रहता, उस व्यक्ति के कार्य भी सफल नहीं होते हैं। इसलिए अगर सफलता पाना है तो सबसे पहले योग व ध्यान से अपने मन को स्थिर रखें। हमने आगे कहा है कि ऐसा व्यक्ति समाज में भी अपना स्थान सही से नहीं बना पाता है, जो लोगों की सफलता को देखकर जलन की भावना रखता है। जलन की भावना के साथ ऐसा व्यक्ति ना तो समाज के साथ खुश रह पाता है और अकेले में भी सुखी रह पाता है।
हमने श्लोक के अंत में कहा है कि ऐसे व्यक्ति को ऐसा लगता है कि मेरे साथ कोई नहीं है और पूरा दुनिया मेरे खिलाफ काम कर रही है। ऐसे लोगों को मन को शांत रखने की जरूरत होती है और ध्यान व योग में समय बिताना चाहिए।
सफलता पाना है तो जरूर करें ये काम हमने कहा है कि जो व्यक्ति इधर उधर की बातों से अलग अपने काम पर ध्यान देता है, और मन लगाकर काम करता है तो उसे जल्द ही सफलता मिलती है। काम में सफलता हासिल करने से लिए मन को शांत रखना बेहद जरूरी है और उसके बाद जीवन में अनुशासन में रखना। इन चीजों को अपनाने सही जीवन में अच्छी सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
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⚜️ पञ्चमी तिथि में शिव जी का पूजन सभी कामनाओं की पूर्ति करता है। आज पञ्चमी तिथि में नाग देवता का पूजन करके उन्हें बहती नदी में प्रवाहित करने से भय और कष्ट आदि की सहज ही निवृत्ति हो जाती है। ऐसा करने से यहाँ तक की कालसर्प दोष तक की शान्ति हो जाती है। अगर भूतकाल में किसी की मृत्यु सर्पदंश से हुई हो तो उसके नाम से सर्प पूजन से उसकी भी मुक्ति तक हो जाती है।
पञ्चमी तिथि बहुत ही शुभ मानी जाती है। इस तिथि में जन्म लेने वाला व्यक्ति गुणवान होता है। इस तिथि में जिस व्यक्ति का जन्म होता है वह माता पिता की सेवा को ही सर्वश्रेष्ठ धर्म समझता है। इनके व्यवहार में उत्तम श्रेणी का एक सामाजिक व्यक्ति दिखाई देता है। इनके स्वभाव में उदारता और दानशीलता स्पष्ट दिखाई देती है। ये हर प्रकार के सांसारिक भोग का आनन्द लेते हैं और धन धान्य से परिपूर्ण जीवन का आनंद उठाते हैं।

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