बिना डॉक्टर के चल रहा है भगवान भरोसे हॉस्पिटल, मरीज हो रहे परेशान

रिपोर्टर : कंचन साहू
उमरिया । उमरिया जिले के पाली मे स्वास्थ्य केंद्र तो बना दिया गया है लेकिन स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर ना रहने की वजह से लोगों का इलाज हो पाना मुश्किल होता हुआ नजर आ रहा है। मरीज झोला छाप डॉक्टर से इलाज कराने को मजबूर हैं। लेकिन शासकीय भवन में जाकर यानी अस्पताल में जाकर किसी का इलाज करना उनके लिए मुश्किल सा होता हुआ नजर आ रहा है।
बात अगर जिम्मेदार अधिकारी यानी बीएमओ की करें तो डॉक्टर वीके जैन ने बताया कि मैं मीटिंग में हूं रीवा आया हूं डॉक्टर की ड्यूटी मैं लगा दिया हूं । अब डॉक्टरों की ड्यूटी उन्होने तो लगा दी, लेकिन अभी तक यह पता नहीं चला कि कौन से डॉक्टर पदस्थ हैं।
इतना ही नहीं हालात इस कदर खराब हो गई है कि 7 दिनों से एक्सरे रे की मशीन जली हुई है लेकिन फिर भी उसे सुधरवाने के बजाय सब अधिकारी और कर्मचारी मस्त हैं और अपने ही चाल मे चलते रहते हैं।
बात केवल यहीं खत्म नहीं होती है केवल एक्सरे मशीन ही खराब नहीं है यहां कभी मरीजों के घाओ में बांधने के लिए पट्टी नहीं रहती तो कभी इंजेक्शन ही खत्म हो जाता है। यानी स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा सी गई है। लेकिन फिर भी जिम्मेदार अधिकारी इस बात पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
आज की बात तो सबसे अधिक निराली है वह इसलिए क्योंकि कागज में दो डॉक्टरों की ड्यूटी तो लगी है लेकिन वह डॉक्टर कहां है यह पता ही नहीं है। उन्हें अभी तक किसी ने देखा ही नहीं है। मजबूरन लोग अस्पताल तो आते हैं लेकिन वहां से मायूस होकर अपने घर लौटते हैं।
वही जब इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉक्टर आर के मेहरा से बात की गई तो उन्होंने फोन ही रिसीव नहीं किया। इससे यह सब पता चलता है कि किस प्रकार से अधिकारी और कर्मचारी अपने ही मनमानी करते रहते हैं और उनका मरीजों के प्रति कोई ध्यान नहीं है और ना ही कोई कर्तव्य है।