पर्यावरणमध्य प्रदेश

फिर बारिश के आसा र: इस बार फरवरी तक पड़ेगी तेज कड़ाके ठंड, मौसम विभाग ने दी जानकारी

रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन। अक्टूबर महीने की शुरुआत के बाद भी मानसून की विदाई अभी तय नहीं है। मानसून अभी हठ पर आ गया है। यही वजह है कि बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम सक्रिय हुआ है। अगले 24 घंटे के दौरान इस सिस्टम का असर अंचल में दिखाई देने लगेगा। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में तेज हवा के साथ बारिश की संभावना बन रही है। यदि ऐसा होता है फसलों को खासा नुकसान होगा। मौसम विभाग ने किसानों को अलर्ट रहने की समझाइश दी है। जिले में अब तक सामान्य से अधिक 1545.7 मिमी औसत बारिश रिकार्ड हो चुकी है।
इस बार ज्यादा बारिश होने से कोल्ड डे भी बढ़ जाएंगे और तेज ठंड फरवरी महीने तक पड़ेगी। खेतों में नमी का फायदा रबी सीजन की में गेहूं की पैदावार को होगा। यानी गेहूं चना का उत्पादन बढ़ सकता है।
30 सितंबर तक विदा होना था मानसून को: यदि मानसून की विदाई सही ट्रैक पर होती है तो 30 सितंबर तक जिले से मानसून की विदाई जो जाती है। मप्र में अभी मानसून की विदाई नहीं है। बारिश की संभावना बन रही है। ऐसे में विदाई टलना तय है। बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बना है।
कृषि मौसम सेवा केंद्र के विशेषज्ञ डॉ. सत्येंद्र सिंह तोमर ने बताया कि उत्तर-पश्चिम से हवा चल रही है। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवात से अगले 24 घंटे के बाद तेज हवा के साथ बारिश की स्थिति बनेगी।सोमवार को मौसम का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 डिग्री आंका गया।
चार महीने तक अच्छी ठंड के आसार भी….
बारिश का असर इस बार खेती पर पड़ेगा। रबी सीजन की बोवनी के लिए खेतों में पर्याप्त नमी रहेगी। अक्टूबर में भी बारिश होने से जो हीटिंग शुरू में होती है, उसमें कमी आएगी। आमतौर पर ठंड बढ़ना यानी दिन का तापमान कम होना 15 नवंबर से शुरू होता है। इस बार यह इससे पहले से ही होने लगेगा। इससे बड़ा असर जो पड़ेगा वह यह कि ठंड का पीरियड बढ़ जाएगा। यानी कि वह 15 फरवरी के बाद तक जाएगी। इसके साथ ही कोल्ड डे भी बढ़ेंगे।

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