वनोपज मीठे भिलमा बिकने आये बाजार मेलोगो ने साठ रू मे खरीदे एक सैकडा
रिपोर्टर : कुंदनलाल चौरसिया
गौरझामर । इन दिनो ग्रीष्म कालीन वनोपज की बहार देखने को मिल रही है जंगल के नजदीकी गांव कस्बो के हाट बाजारो मे दुर्लभ वनोपज अचार चिरौजी, महुआ, गोद, तेन्दु के अलावा हल्के मीठे व मजेदार स्वाद वाले भिलमा भी बाजारो मे बिकते हुए देखे जा रहे है लोग भी इन्हे खरीदने के लिए वनवासियो से मोल भाव कर खरीद रहे है। भिलमा साठ रुपये मे एक सैकडा मिल रहा है। बता दे की भिलमा का फल स्वाद मे अच्छा व हल्का मीठा रहता है जो खाने मे बहुत ही स्वादिष्ट लगता है लोग इन्हे बडे ही चाव से खाते है, वनवासी भील गोड आदिवासी लोगो की आजीविका इन्ही जंगली उपज से चलती है वनोपज, वनौषधियां ही इनकी आय का एकमात्र जरिया होते है जिन्हे तोडकर यह पास के बाजारो मे बेचा करते है भिलमा के साथ साथ अभी अचार चिरौजी का भी सीजन है जो यहां के हाट बाजार गौरझामर, देवरी, महराजपुर, रहली, केसली, टडा, सहजपुर, तेन्दुखेडा आदि मे मिल जाती है।