पर्यावरणमध्य प्रदेश

जंगल में प्यासे जानवरों को बनवाए जा रहे कुंड

ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । जंगल में गहराया जल संकट जंगली जानवर अपनी प्यास बुझाने गांव की और कूच करने लगे हैं ऐसे में वन परिक्षेत्र अधिकारी अरविंद अहिरवार ने बेजुबान जानवरों के मसीहा बनकर उभरे और बना डाले 12 सोसर तालाब, जानवरों के पानी पीने के लिए कुंड । जंगल में जल स्त्रोतों में पानी नहीं बचा है लेकिन आने वाले दिनों में समस्या और बढ़ जाएगी। लेकिन कुंड में टैंकर से पानी पहुंचा कर जंगली जानवरों की प्यास बुझाई जा रही है।
वन परिक्षेत्र अधिकारी अरविंद अहिरवार जंगल का भ्रमण कर रहे थे ऐसे में एक हिरण मिट्टी को चाटते दिखाई दिया तब उन्हें समझते देर नहीं लगी की जानवर के शरीर में पानी की कमी हो रही है यह पानी के लिए भटक रही है। तब आनंन- फानन मे अरविंद अहिरवार ने तत्काल वन विभाग की एक मीटिंग बुलाई जंगल में पानी की व्यवस्था के लिए तुरंत ही आदेश दिए और खुद मौके पर खड़े होकर एक दर्जन सोसर बनवाई ताकि कोई भी जंगली जानवर प्यास के कारण गांव की तरफ ना आ पाए उसे जंगल में पानी मिल सके।
भारतीय संविधान में हर नागरिक को जीने का अधिकार देता है यह बात आपने कई बार सुनी होगी। लेकिन भारत के संविधान ने जानवरों को भी जीवन जीने की आजादी दी है। अगर इनके जीवन को बाधित करने का कोई प्रयास करता है तो इसके लिए संविधान में कई तरह के दंड के प्रावधान हैं। इतना ही नहीं इनमें से 10 जानवरों ऐसे भी हैं जिनको मारने पर आपको जेल भी हो सकती है। 43 डिग्री सेल्सियस तापमान और तपती धूप के बीच इन बेजुबानों के लिए वन विभाग की ओर की गई अनूठी पहल स्वागत योग्य है।
आपको बता दें कि पानी की तलाश में जंगल से जानवरों के बाहर निकलने पर शिकारियों की निगाहें भी उनकी ओर टिक गईं हैं। भीषण गर्मी में जंगलों के जलस्रोत सूख जाने के कारण प्यासे जानवर शहर और गांवों की ओर आ रहे हैं। चीतल, तेंदुए और अन्य जानवर आबादी में दस्तक दे रहे हैं। लेकिन अब उनके लिए गांव का रुख नहीं करना पड़ेगा समाज सेवी भी चाहे तो इसके लिए और भी प्रयास कर कुंड जन सहयोग से बनवा सकते हैं।
इस संबंध में वन परिक्षेत्र अधिकारी अरविंद अहिरवार ने बताया कि जहां नवीन 12 कुंड बनवाए गए हैं वहीं नदी नालों के ऐसी जगह जहां पानी रहता है इसके अलावा 40 झिरियों की सफाई जंगल के अंदर कराई गई है जिससे वहां पानी उपलब्ध हो गया है।

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