मध्य प्रदेश

सीमांकन प्रकरणों के निपटारे मामले में ढीमरखेड़ा तहसील अग्रणी

रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान । कलेक्टर अवि प्रसाद के निर्देश पर जिले में लंबित सीमांकन प्रकरणों के निराकरण हेतु विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है । अभियान के दौरान दो दिनों में अब तक 159 लंबित सीमांकन प्रकरण निराकृत किये जा चुके हैं। सीमांकन मामलों के निपटारे के नजरिए से ढीमरखेड़ा तहसील जिले में अग्रणी है ।
ढीमरखेड़ा अव्वल
सीमांकन प्रकरणों के निराकरण के मामले में जिले की ढीमरखेड़ा तहसील पहले स्थान पर है। यहां मात्र दो दिनों में ही अब तक 26 सीमांकन मामले निपटाए जा चुके हैं। वहीं बडवारा तहसील 25 सीमांकन मामलों का निपटारा कर दूसरे स्थान पर और रीठी तहसील 23 सीमांकन प्रकरणों को निराकृत कर तीसरे स्थान है ।
वहीं विजयराघवगढ़ और कटनी नगर तहसील सीमांकन प्रकरणों के निपटारे के मामले में संयुक्त रुप से चौथे स्थान पर है। इन दोनों तहसीलों में 19-19 सीमांकन प्रकरण निराकृत किये जा चुके हैं। स्लीमनाबाद तहसील 15 सीमांकन प्रकरणों के निपटारे के साथ पांचवें पायदान पर है, तो बरही तहसील ने 14 प्रकरण निराकृत कर छठवें स्थान पर और कटनी तहसील में दो दिनों में केवल 13 सीमांकन मामल निपटाये गये ।
जिले की बहोरीबंद तहसील सीमांकन प्रकरणों के निराकरण में अंतिम पायदान पर है। यहां दो दिनों में सीमांकन के केवल 5 प्रकरण ही निराकृत हो सके हैं ।
कलेक्टर के निर्देश
कलेक्टर अवि प्रसाद ने राजस्व अधिकारियों को सीमांकन प्रकरणों के निराकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं ।
बताते चलें कि कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में निर्देशित किया था कि वर्तमान में गेहूं की फसल की कटाई की जा चुकी है ऐसे में जून माह तक खेतों के खाली रहने की ही संभावना है । यह स्थिति सीमांकन करने के लिए आदर्श और बेहतर स्थिति है। इसलिए सभी राजस्व अधिकारी इस सहज और अनुकूल स्थिति में लंबित सीमांकन प्रकरणों के निराकरण की दिशा में त्वरित और प्रभावी कार्यवाही करें। ताकि सीमांकन के सभी लंबित प्रकरणों का निराकरण हो सके। इसके बाद सीमांकन प्रकरणों के निपटारे में तेजी आई है।

Related Articles

Back to top button