Aaj ka Panchang आज का पंचांग शनिवार, 01 अप्रैल 2023

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
शनिवार 01 अप्रैल 2023
शनि देव जी का तांत्रिक मंत्र – ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।
🚩 01 अप्रैल 2023 दिन शनिवार को चैत्र मास के शुक्ल पक्ष कि कामदा नाम का एकादशी व्रत है। आप सभी कामदा एकादशी व्रतियों को एकादशी व्रत की हार्दिक शुभकामनायें। शास्त्रानुसार एकादशी सर्वश्रेष्ठ एवं सर्वाधिक पुण्यदायी व्रत होता है। इसे हर एक व्यक्ति को अवश्य करना चाहिये। आप सभी सनातनियों को कामदा एकादशी व्रत की हार्दिक शुभकामनायें।।
☄️ दिन (वार) -शनिवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से आयु का नाश होता है । अत: शनिवार को बाल और दाढ़ी दोनों को ही नहीं कटवाना चाहिए।
शनिवार के दिन प्रात: पीपल के पेड़ में दूध मिश्रित मीठे जल का अर्ध्य देने और सांय पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाने से कुंडली की समस्त ग्रह बाधाओं का निवारण होता है ।
शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पड़ने और गायत्री मन्त्र की àएक माला का जाप करने से किसी भी तरह का भय नहीं रहता है, समस्त बिग़डे कार्य भी बनने लगते है ।
शिवपुराण के अनुसार शनि देव पिप्लाद ऋषि का स्मरण करने वाले, उनके भक्तो को कभी भी पीड़ा नहीं देते है इसलिए जिन के ऊपर शनि की दशा चल रही हो उन्हें अवश्य ही ना केवल शनिवार को वरन नित्य पिप्लाद ऋषि का स्मरण करना चाहिए।
शनिवार के दिन पिप्पलाद श्लोक का या पिप्पलाद ऋषि जी के केवल इन तीन नामों (पिप्पलाद, गाधि, कौशिक) को जपने से शनि देव की कृपा मिलती है, शनि की पीड़ा निश्चय ही शान्त हो जाती है ।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन
🌐 संवत्सर नाम अनला
🔯 शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत् 5124
🕉️ संवत्सर (उत्तर) पिंगल
☣️ आयन – उत्तरायण
☀️ ऋतु – सौर वसंत ऋतु
🌤️ मास – चैत्र मास
🌖 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथि – दशमी 01:57 AM बजे तक उपरान्त एकादशी तिथि है।
✏️ तिथि स्वामी : एकादशी तिथि के देवता हैं विश्वेदेवगणों और विष्णु।
💫 नक्षत्र – पुष्य 02:05 AM तक उपरान्त आश्लेषा नक्षत्र है।
🪐 नक्षत्र स्वामी : नक्षत्र का स्वामी बुध है। अश्लेषा नक्षत्र के देवता नागों के राजा शेषनाग को माना गया है।
📢 योग – सुकर्मा 02:13 AM तक उपरान्त धृति योग है।
⚡ प्रथम करण : वणिज – 03:10 पी एम तक
✨ द्वितीय करण : विष्टि – 04:19 ए एम, अप्रैल 02 तक
⚜️ दिशाशूल – शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिये, यदि अत्यावश्यक हो तो अदरख एवं घी खाकर यात्रा कर सकते है।
🔥 गुलिक काल : शनिवार का (अशुभ गुलिक) काल 06:12 ए एम से 07:45 ए एम
🤖 राहुकाल (अशुभ) – सुबह 09:00 बजे से 10:30 बजे तक राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदय – प्रातः 05:52:38
🌅 सूर्यास्त – सायं 18:08:32
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:39 ए एम से 05:25 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 05:02 ए एम से 06:12 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 12:00 पी एम से 12:50 पी एम
✡️ विजय मुहूर्त : 02:30 पी एम से 03:20 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 06:38 पी एम से 07:01 पी एम
🌌 सायाह्न सन्ध्या : 06:39 पी एम से 07:48 पी एम
💧 अमृत काल : 03:01 ए एम, अप्रैल 02 से 04:48 ए एम, अप्रैल 02
🗣️ निशिता मुहूर्त : 12:02 ए एम, अप्रैल 02 से 12:48 ए एम, अप्रैल 02
❄️ रवि योग : 06:12 ए एम से 04:48 ए एम, अप्रैल 02
🚓 यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
👉🏼 आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
🤷🏻♀️ आज का उपाय-किसी विप्र को इमरती भेंट करें।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – कामदा एकादशी व्रत (स्मार्त/वैष्णव)/भद्रा, अप्रैल फूल दिवस, तनाव जागरूकता माह, पृथ्वी माह, शराब जागरूकता माह, (सिखों के नवें गुरु) गुरु तेग बहादुर जन्म दिवस, वित्तीय वर्ष प्रारंभ , अप्रैल फूल दिवस , मधु कृष्ण त्रयोदशी , रंग तेरस , मास शिवरात्रि, ओड़िसा डे, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी जन्म दिवस, डॉ. केशवराव बालीराम हेडगेवार जन्मोत्सव, मूर्ख दिवस (April Fools Day)
✍🏼 विशेष – एकादशी तिथि को चावल एवं दाल नहीं खाना चाहिये तथा द्वादशी को मसूर नहीं खाना चाहिये। यह इस तिथि में त्याज्य बताया गया है। एकादशी को चावल न खाने अथवा रोटी खाने से व्रत का आधा फल सहज ही प्राप्त हो जाता है। एकादशी तिथि एक आनन्द प्रदायिनी और शुभफलदायिनी तिथि मानी जाती है। एकादशी को सूर्योदय से पहले स्नान के जल में आँवला या आँवले का रस डालकर स्नान करना चाहिये। इससे पुण्यों कि वृद्धि, पापों का क्षय एवं भगवान नारायण के कृपा कि प्राप्ति होती है।
🗽 Vastu tips 🗼
पूजा स्थान पर करें दीपक प्रज्ज्वलित-मान्यता के अनुसार शाम के समय पूजा घर में दीपक प्रज्जवलित करके भगवान को भोग अर्पित करना चाहिए. ऐसा करने घर के सभी सदस्यों पर माता लक्ष्मी के साथ-साथ मां अन्नपूर्णा की कृपा बनी रहती है और धन-धान्य में वृद्धि होती है
सूर्य को करें प्रणाम-मान्यताओं के अनुसार बताया जाता है कि उगते सूरज को प्रणाम करने से उन्नति होती है, लेकिन सूर्यास्त के समय सूर्य को प्रणाम करने से घर में सुख शांति का वास होता है. सूर्यास्त के समय सूर्य का मध्यम होने वाला प्रकाश इस बात को दिखाता है कि यही सूरज अगले दिन एक नए प्रकाश के साथ उदय होगा और जीवन को भी प्रकाशमय करेगा
खाली हाथ न लौटें घर
अगर आप सूर्यास्त के बाद घर लौट रहे हैं तो ध्यान रखें कि कभी भी खाली हाथ नहीं लौटना है. हमेशा कुछ न कुछ लेकर ही घर में प्रवेश करें. ऐसा करने से माता लक्ष्मी की कृपा दृष्टि आपके सम्पूर्ण परिवार में बनी रहती है।
♻️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
फ्रिज में रखा आटा खाने के नुकसान फंगल इंफेक्शन का कारण बन सकता है फ्रिज में रखा आटा, फर्मेंटेड हो सकता है यानी इसमें खमीर पैदा हो सकता है जो कि फंगल इंफेक्शन का कारण बनता है। इससे आपके शरीर में एक प्रकार की एलर्जी हो सकती है जो कि लंबे समय तक किसी समस्या का कारण बन सकता है। जैसे मतली और बार-बार होने वाली उल्टी आदि।
पाचन खराब कर सकता है फ्रिज में रखा आटा, आपके पाचन तंत्र को खराब कर सकता है। ये पेट का मेटाबोलिक रेट के साथ फूड इंफेक्शन का कारण बन सकता है जो कि आंतों में गुड बैक्टीरिया को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके अलावा ये आपके पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाने का काम कर सकता है जो कि दस्त और पेट में इंफेक्शन पैदा कर सकता है।
आंतों में इंफेक्शन पैदा कर सकता है फ्रिज में रखा आटा, आंतों में इंफेक्शन पैदा कर सकता है। इसकी वजह से आपके आंतों का बैक्टीरिया और माइक्रोबायोटा डिस्टर्ब हो सकता है। इससे आपको लंबे समय तक परेशान करने वाली समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए कोशिश करें कि इस आदत को छोड़ दें। जितनी रोटियां बनानी हों उतने ही आटे का इस्तेमाल करें ताकि आप आंतों के इंफेक्शन से बचे रहें।
🩸 आरोग्य संजीवनी 🫀
डाइजेस्टिव एंजाइम बढ़ाता है-सुबह खाली पेट पुदीने का सेवन शरीर में डाइजेस्टिव एंजाइम को बढ़ाने में मदद करता है। ये उन एंजाइम्स को बढ़ाता है जो कि पेट की लाइनिंग को शांत करने के साथ खाना पचाने में तेजी से मदद करते हैं। इस तरह ये पाचन क्रिया को तेज करने में मददगार है।
शरीर में हाइड्रेशन बहाल करता है-पुदीने का पानी पीने से आपको हाइड्रेटेड रहने में मदद मिल सकती है और वजन कम करने में भी मदद मिल सकती है। गर्मियों में ये काम करना गैस और अपच जैसी समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है। साथ ही इससे आपके शरीर में जलन भी नहीं होगी।
तो, सुबह उठें और कुछ ताजी पुदीने की पत्तियों को तोड़ें। फिर इन्हें धो लें और इसका सेवन करें। ये तरीका आपको पूरी गर्मी फोड़े फुंसी सहित शरीर की कई समस्याओं से बचने में मदद करेगा।
📖 गुरु भक्ति योग 🕯️
आचार्य श्री गोपी राम हमे बताते हैं के मनुष्य को बिना किसी शर्म के बिना किसी ह्या के ये काम करने चाहिए क्योंकि अगर इन कामों को करने में आदमी शर्म करता है तो उसका नुक्सान हो सकता है हालांकि हमारी कूटनीति के अलावा हमारे दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली कई ऐसी बातें बताईं जो आज भी हमारे लिए उतना ही उपयोगी है जितनी पहले थी.यदि हर पीढ़ी के लोगों को कोई न कोई सीख दी है. जिस पर अमल करके हम अपने जीवन में कामयाबी की बुलंदों आसानी से छु सकते हैं।
हर इंसान की ये चाहत होती है कि उसका जीवन सुखमय हो और उसके घर में हमशा सुख-शांति रहे, लेकिन इसके लिए धन सबसे जरूरी चाज है. ऐसे में यदि किसी भी आदमी धन कमाने से जुड़े काम करते समय शर्म नहीं करना चाहिए. क्योंकि कोई व्यक्ति अगर धन कमाने के लिए काम करते समय शर्म करता है तो अपने काम को वो ठीक से नहीं कर सकता।
जीवन बन जायेगा स्वर्ग यदि किसी को आपने पैसे उधार में दिए हैं तो उसे वापस मांगने में आपको शर्म नही करनी चाहिए. अगर आप ऐसा कतरते हैं तो आपका पैस डूब भी सकता है और इसकी वजह से आपको बड़ा नुकसान हो सकता है।
आचार्य श्री गोपी राम आगे कहते हैं कि इंसान के लिए सबके लिए महत्वपूर्ण पेट है. लोग कमाते भी इसलिए ही है कि कभी भी उनके सामने खाने का संकट पैदा न हो. ऐसे में खाना खाते समय कभी भी शर्म नहीं करना चाहिए. कई लोग ऐसे होते हैं जो घर के बाहर भोजन करते समय शर्माते हैं और शर्म की वजह से कई बार वो भूखे रह जाते हैं. हमारा कहना है कि इंसान को कभी भूख को नहीं मारना चाहिए।
इसके अलावा आचार्य श्री गोपी राम का कहना है कि गुरु से शिक्षा लेते समय हमें भूलकर भी शर्म नहीं करना चाहिए. दरअसल हर व्यक्ति के जीवन में गुरु मार्गदर्शक की भूमिका में होते हैं और मनुष्य को उनसे हर समय कुछ न कुछ सीखने को ही मिलता है. ऐसे में शिक्षा लेते समय हमें कभी भी शर्म नहीं करनी चाहिए।
●●●●●★᭄ॐ नमः श्री हरि नम: ★᭄●●●●●
⚜️ एकादशी तिथि के देवता विश्वदेव होते हैं। नन्दा नाम से विख्यात यह तिथि शुक्ल पक्ष में शुभ तथा कृष्ण पक्ष में अशुभ फलदायिनी मानी जाती है। एकादशी तिथि एक आनंद प्रदायिनी और शुभ फलदायी तिथि मानी जाती है। इसलिये आज दक्षिणावर्ती शंख के जल से भगवान नारायण का पुरुषसूक्त से अभिषेक करने से माँ लक्ष्मी प्रशन्न होती है एवं नारायण कि भी पूर्ण कृपा प्राप्त होती है।
एकादशी तिथि को जिस व्यक्ति का जन्म होता है वो धार्मिक तथा सौभाग्यशाली होता है। मन, बुद्धि और हृदय से ऐसे लोग पवित्र होते हैं। इनकी बुद्धि तीक्ष्ण होती और लोगों में बुद्धिमानी के लिए जाने जाते है। इनकी संतान गुणवान और अच्छे संस्कारों वाली होती है, इन्हें अपने बच्चों से सुख एवं सहयोग भी प्राप्त होता है। समाज के प्रतिष्ठित लोगों से इन्हें मान सम्मान मिलता है।