कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद भी छिड़चिड़ा पन के साथ आ रही कमजोरी की शिकायत
ज्यादा समय तक बुखार और कमजोरी है तो लोग तुरन्त जांच कराएं, डॉक्टर बोले हल्के में न लें ऐसे लक्षण
रिपोर्टर : शिवलाल यादव , रायसेन।
रायसेन। जिले में कोरोना संक्रमण अभी कम जरूर हुआ है पर इससे खतरा अभी टला नहीं है। बावजूद इसके इन दिनों कोरोना महामारी की दूसरी लहर में कोरोना की बीमारी से ठीक होने लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। कोविड-19 के समय ज्यादा दवाएं खाने के बावजूद अब मरीजों पर ज्यादा असर देखने को मिल रहा है।
इसके चलते अब लोगों में चिड़चिड़ापन के साथ ही कमजोरी की शिकायतें भी आ रही हैं। कोरोना महामारी के चलते पिछले एक साल से पहले संक्रमित हुए लोग आज तक नार्मल नहीँ हुए हैं। पूरे साल दवाएं चलने के बाद आज तक कोई न कोई बीमारी जकड़े हुए हैं। इससे लोग उभर नहीं पाए हैं। वहीं अभी दो महीने के भीतर कई लोग ऐसे आए हैं। जिनको संक्रमण तो ठीक हो गया है लेकिन कुछ लक्षण एक बार फिर से सामने आने लगे हैं।
ये लक्षण आ रहे सामने…..
कोविड की बीमारी से ठीक हो जाने के बाद अक्सर लोगों में तेज बुखार आना, खांसी कमजोरी, थकावट, भूलना, हाथ पैरों में दर्द चक्कर आना आदि लक्षण सामने आ रहे हैं।
इस कारण हो सकती है बीमारी
- 14 दिनों के बाद मरीज ने दवाएं बन्द कर दी हों।
- कोविड के समय होमआइसोलेशन में रहकर पूरी दवाईयां न ली हों।
- होम आइसोलेशन वाले मरीजों को ज्यादा परेशानी आ रही है।
पहला मामला :- पाटनदेव निवासी योगेंद्र कुमार को जुलाई महीने 2020 कोविड हुआ था। एक महीने जिला अस्पताल में रहने के बाद दिल्ली के अपोलो अस्पताल में 12 दिनों तक भर्ती रहा। उसके बाद भी दो महीनों तक निरन्तर हल्का बुखार आया। जब मैंने सीटी स्कैन कराई तो भी दिक्कत आई। लेकिन लगभग 10 महीनों के बाद सांस लेने में तकलीफ के साथ चिड़चिड़ापन के साथ भूलने की बीमारी हो गई है। जबकि योगा के साथ सुबह शाम घूमने जाता हूँ। लेकिन अब ज्यादा चलने पर सांस फूलने लगी हैं।
दूसरा मामला :- किसानी मोहल्ला गैरतगंज निवासी रुबीना बेगम 23 अप्रैल 2021 को कोरोना से अचानक संक्रमित हो गई थी। इसके बाद रायसेन के जिला अस्पताल में 42 दिन भर्ती रहने के बाद भी डिस्चार्ज हो जाने के बाद शरीर में दर्द हो रहा है। पीठ में भी अकड़न हो रही है। दोनों पैरों में काफी दर्द बना हुआ है। वह घर में भोजन भी नहीं पका पा रही हैं। भूलने की बीमारी के साथ चिड़चिड़ापन बना हुआ है।
तीसरा मामला:- बेगमगंज के श्यामनगर निवासी प्रेमलता पंथी उम्र 37 वर्ष 14 अप्रैल 2021 को कोरोना पॉजिटिव हो जाने के बाद पीपुल्स हॉस्पिटल भोपाल में 24 दिनों तक भर्ती रहीं। पर्याप्त इलाज मिलने के बाद 8 मई 2021 को छुट्टी हो गई।लेकिन प्रेमलता को कई दिनों तक बेड पर रहने के बावजूद शरीर में काफी परेशानी हो रही है। फेफड़ों में संक्रमण होने तथा शुगर होने से हाथ पांव में सूजन आने लगी है। सुबह शाम घर में थोड़ा बहुत योगासन कर रहे हैं। लेकिन फिलहाल कोई आराम नहीं मिल पा रहा है।
ज़िला चिकित्सालय रायसेन के डॉ एके शर्मा सिविल सर्जन एवं मेडिकल ऑफिसर डॉ एम.एल. अहिरवार का कहना है कि पोस्ट कोविड के लक्षण ज्यादा सामने आने लगे हैं। इससे कोरोना संक्रमण के बाद भी कई मरीज ठीक नहीं हो पा रहे हैं।ऐसे में लोगों को मलेरिया या कोविड के लक्षण दोबारा से उभर सकते हैं।ऐसे लोगों को जांच करा लेना चाहिए।
अभी कोरोना खत्म नही हुआ है, आवश्यक होने पर ही घर से बाहर जाये, घर से बाहर निकलने पर मास्क अवश्य लगाए। और बार बार साबुन से हाथ धोते रहे। अपनी एवं राष्ट्र की सुरक्षा के लिए वैक्सीन अवश्य लगवाये। मृगांचल एक्सप्रेस द्वारा जनहित में जारी।