अंततः विवादित तहसीलदार शत्रुधनसिंह चौहान को हटाया, बृजेशसिंह सिलवानी बनाये गये।
संत और हिन्दू समाज ने विधायक का किया आभार व्यक्त
तहसीलदार ने मंदिरों की भूमि पर दिये थे नोटिस एवं भगवान के विरूद्ध की गई थी टिप्पणी
सिलवानी। रविवार को विवादित तहसीलदार शत्रुधनसिंह चौहान को सिलवानी से हटा दिया गया। तहसीलदार शत्रुधनसिंह चौहान ने सिलवानी तहसील के मंदिरों पर अनावश्यक हस्तक्षेप करने एवं भगवान के विरूद्ध अशोभनीय टिप्पणी करने से हिन्दू समाज में आक्रोश था। जिसके विरोध में तहसीलदार को तत्काल हटाऐ जाने की मांग को लेकर कलेक्टर के नाम मंगलवार को ज्ञापन सौंपा गया था तथा 4 जुलाई की समय सीमा दी गई थी।
रविवार को नगर के श्रीराम जानकी रमण साकेतधाम काठिया मंदिर में सकल हिन्दू समाज की बैठक महंत नागा रामदास जी महाराज की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई थी । बैठक में उपस्थित हिन्दू समाज ने एक स्वर में तहसीलदार शत्रुधनसिंह चौहान की कार्यप्रणाली को देखते हुये सोमवार को 11 बजे हटाने की मांग को कायम रहते हुये सर्वसम्मति से नही हटाये जाने पर सोमवार को 2 बजे तहसीलदार हटने तक अनिश्चित कालीन धरना आंदोलन की रूपरेखा पर चर्चा हुई थी। बैठक में भाजपा मंडल अध्यक्ष विजय शुक्ला ने क्षेत्रीय विधायक रामपालसिंह राजपूत से मोबाइल पर हिन्दू समाज के निर्णय को अवगत कराया जिस पर विधायक रामपालसिंह राजपूत ने हिन्दू समाज के निर्णय को स्वीकार करते हुये सोमवार को तहसीलदार को हटाने का आश्वासन दिया गया था। विधायक रामपालसिंह राजपूत ने महंत नागा रामदास जी महाराज एवं पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष मुकेश राय से भी चर्चा की।
विधायक रामपालसिंह राजपूत के आश्वासन के बाद जिला प्रशासन द्वारा तत्काल ही कलेक्टर उमाशंकर भार्गव की अनुशंसा पर अपर कलेक्टर अनिलकुमार डागोर के हस्ताक्षर जारी आदेश क्रमांक 4343 दिनांक 4.7.2021 में शत्रुधनसिंह चौहान तहसीलदार सिलवानी को कार्यालय जिला निर्वाचन अधिकारी भारत निर्वाचन रायसेन तथा बृजेशसिंह कार्यालय जिला निर्वाचन अधिकारी भारत निर्वाचन रायसेन से तहसीलदार सिलवानी की पदस्थापना के आदेश जारी किये गये।
विवादित तहसीलदार शत्रुधनसिंह चौहान को सिलवानी से हटाये जाने पर संत समाज एवं हिन्दू उत्सव समिति, हिन्दू समाज ने खुशी जाहिर करते हुये पूर्व लोक निर्माण मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक ठाकुर रामपालसिंह राजपूत के प्रति आभार व्यक्त किया है।
पूर्व में दिये गये ज्ञापन में उल्लेख किया गया था कि सिलवानी तहसील के मंदिरों की जमीन (कृषि भूमि) पर तहसीलदार सिलवानी द्वारा मंदिरों के महन्त एवं पुजारियों पर अनावश्यक रूप से दबाव बनाकर मंदिरों की जमीनों को सरकारी बताकर स्वयं जमीनों को कोली बेचने की बात कर रहे है एवं मंदिरों पर जाकर जमीन के कौलीदारो से अभद्रता करते हुये भगवान के बारे में अपशब्दों का उपयोग करते है एवं काठिया मंदिर की जमीन के कौलीदार माधोसिंह यादव से यह बोला की आप मूंग की फसल नहीं काटेंगे अगर आपने फसल काटी तो आपके ऊपर 50000 रुपये का जुर्माना एवं कानूनी कार्यवाही करने फसल की थ्रेसिंग करने पर ट्रेक्टर थ्रेसर जप्त करने की धमकी दी है एवं श्रीराम मंदिर की जमीन के कोलीदार महेश नामदेव को भी नोटिस दिया व धमकी देते हुये कहा की यह सरकारी जमीन है इसे आप कैसे जोत रहे है इसे तत्काल छोड़े इस जमीन पर जो मूंग की फसल बोई है इसे हम काटेंगे।
तहसीलदार सिलवानी के इस अनावश्यक हस्तक्षेप, व्यवहार एवं हिन्दु समाज के आराध्य भगवान पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर साधु संत एवं हिन्दु समाज में तहसीलदार सिलवानी के विरूद्ध भारी आक्रोश व्याप्त था एवं सिलवानी के साधु संत एवं हिन्दु समाज कलेक्टर से मांग की गई थी कि तहसीलदार सिलवानी को तत्काल सिलवानी से हटाया जाए। अन्यथा 5 जुलाई सोमवार से सिलवानी तहसील के साधु संत एवं समस्त हिन्दु समाज तहसील कार्यालय के सामने आनिशिचत कालीन धरने पर बैठेंगे जिसकी समस्त जबावदारी शासन प्रशासन की होगी।