विद्युत विभाग की हठधर्मिता से किसान त्रस्त

रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, उमरिया पान
उमरियापान। एक ओर जहां मौसम की बेरुखी से क्षेत्र सूखाग्रस्त होने की कगार पर है, अन्नदाता प्रकृति की बेरुखी की मार झेल रहा है वहीं दूसरी ओर रही कसर शासकीय तंत्र ने पूरी कर दी है। खेतों में धान की फसलें सूखने की कगार पर है। अन्नदाता असहाय रूप से तंत्र के द्वारा दी जाने वाली यातनाओं को सहने मजबूर है। वैसे तो शासन द्वारा कृषि क्षेत्र के लिए अलग फीडर बनाकर 10 घंटे विद्युत प्रदाय की योजना बनाई गई है। परंतु उमरियापान विधुत वितरण क्षेत्र में शासन की इस मंशा को धता बताया जा रहा है। किसानों ने बताया कृषि हेतु विद्युत प्रदाय 12:00 बजे दोपहर से शाम 6:00 बजे तक 6 घंटे दिन में व रात 10:00 बजे से 2:00 बजे तक या 2:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक कुल 4 घंटे रात्रि में बिजली देने का प्रावधान है। परंतु विद्युत वितरण केंद्र उमरियापान द्वारा दिन में 12-20 से 5-40 तक ही 5 घंटे बिजली आपूर्ति दी जा रही है। परंतु रात्रि में 4 घंटे बिल्कुल बिजली नहीं दी जा रही। इस संबंध में लाइन स्टाफ से बात करने पर उनका कहना है कि 33 केवी फीडर लोड नहीं उठा पाता। क्षेत्रीय किसानों ने विधुत विभाग के उच्चाधिकारियों का इस ओर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कृषि कार्य हेतु कम से कम 10 घंटे विद्युत प्रदाय निर्बाध रूप से कराने की मांग की है।