मध्य प्रदेश

भावी पीढ़ी निर्माण के केन्द्र आंगनवाड़ी और प्राथमिक विद्यालय: पटेल

मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के प्रति जन-जागृति बढ़ाने के प्रयासों को व्यापकता दें
बालक-बालिकाओं को शौर्य पुरस्कारों से सम्मानित करने करें पहल

भोपाल। मध्यप्रदेश के राज्यपाल मन्गुभाई पटेल ने मप्र बाल-कल्याण परिषद को दिये निर्देश। राज्यपाल पटेल ने कहा कि भावी पीढ़ी निर्माण के केन्द्र आंगनवाड़ी और प्राथमिक विद्यालय हैं। जरूरी है कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका आम बोल-चाल की भाषा में मातृ-शिशु स्वास्थ्य के प्रति जागृति बढ़ाएं। राज्यपाल पटेल मप्र बाल-कल्याण परिषद की वर्चुअल बैठक को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल पटेल ने परिषद को बालक-बालिकाओं को शौर्य पुरस्कारों से सम्मानित करने की पहल करने के लिए कहा। उन्होंने बच्चों की प्रतिभा को प्रदर्शन के अवसर उपलब्ध कराने के प्रयासों की जरुरत बताते हुए कहा कि बच्चों में असीम सम्भावनाएं छिपी होती हैं। उन्हें निखारने की जरुरत है।
इस कार्य में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि कोविड काल ने ऑक्सीजन और ऑक्सीजन के लिए पेड़ों की महत्ता का सबक दिया है। पेड़ लगाने और उसकी देखभाल के संबंध में जन-जागृति के कार्य व्यापक स्तर किए जाने चाहिए।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि बच्चों के खराब स्वास्थ्य को नियति मान कर बैठे रहने की प्रवृत्ति उचित नहीं है। उसे बदलने के प्रयास किए जाने चाहिए। बच्चों के खराब स्वास्थ्य का कारण कुपोषण और माता द्वारा स्तनपान नहीं कराया जाना होता है।
अच्छे स्वास्थ्य के लिए कुपोषण की समस्या को खत्म करना जरुरी है।उन्होंने कहा कि स्वस्थ्य समाज के लिए सबका साथ सबका विकास और विश्वास के साथ कार्य करना जरुरी है।समाज और समाज सेवी संस्थाओं की यह जिम्मेदारी है कि वह समाज के वंचित वर्गों के साथ जीवंत संवाद कायम करें। उनको जागरुक बनाएं।
राज्यपाल पटेल ने कहा कि कोविड आपदा सदी की सबसे बड़ी त्रासदी है। कोविड से बचाव के लिए यह समझना और समझाना जरुरी है कि जान है तो ही जहान है। इसलिए जब तक बहुत जरुरी नहीं हो, घर से बाहर नहीं निकलें।
कम से कम दो गज की दूरी बनाकर मिलें और बार-बार हाथ साबुन से धोएं और सैनिटाइजर का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ तीसरी लहर की आशंका बता रहे हैं। तीसरी लहर नहीं आए किन्तु सावधानी में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।
प्रारम्भ में परिषद के सचिव अनिल सिलवड़े ने परिषद की संरचना और संयुक्त सचिव आशुतोष शास्त्री ने परिषद की गतिविधियों के संबंध में जानकारी दी। राज्यपाल के अपर सचिव मनोज खत्री, विधि अधिकारी डी.पी.एस. गौर सहित राजभवन के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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