कोरोना नहीं वैक्सीन से डर लगता है साब! ग्रामीण क्षेत्रों में अफवाहों को दौर जारी, ग्रामीण बोले- ‘टीका लगवाने से लोग मर रहे‘
मृगांचल एक्सप्रेस टीम ने की अफवाह ध्यान नहीं देने और वैक्सीन लगवाने का आग्रह
रिपोर्टर : शुभम साहू, सिलवानी।
सिलवानी। कोरोना महामारी के इस दौर में बीमारी का इलाज जब तक नहीं था, हर कोई डरा हुआ था। लेकिन आज जब वैक्सीन के रूप में हमें एक कारगर इलाज मिल गया है, तब भी एक सबसे बड़ी बीमारी लोगों के मन में घर किए हुए है। ये बीमारी है अफवाह और जागरूकता के अभाव की। मध्यप्रदेश के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य विभाग की टीम टीका लगाने के लिए जा रही है। लेकिन ग्रामीणों द्वारा उन्हें ये कह कर भगा दिया जा रहा कि वैक्सीन लगवाने से लोग मर रहे हैं। इसलिए वो भी वैक्सीन नहीं लगवाएंगे।
शनिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा 18 प्लस उम्र के वैक्सीन के लिए कस्बा बम्हौरी, सिलवानी 200-200 वैक्सीन एवं सियरमऊ, करतोली, उषापुर, चिचौली, चंदनपिपरिया, खमेरा, बीकलपुर, प्रतापगढ़, सेमराखास, उचेरा जमुनिया में 100-100 वैक्सीन लगाने का लक्ष्या दिया गया था। और स्वास्थ्य विभाग की टीमें टीका स्थल पर पहुंची भी परंतु सिलवानी के समीपस्थ आदिवासी बाहुल्य ग्राम खमेरा में प्रातः 9 बजे शाम तक एक भी व्यक्ति वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं आया। इस वैक्सीन केन्द्र पर प्रभारी सचिव उदयराम, एएनएम भावना कुशवाहा, सीएचओ अपर्णा पाटनकर, ग्राम चौकीदार मोतीलाल, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हल्कीबाई, आशा कार्यकर्ता लीलावती, आशा सहयोगिनी सीमा आदिवासी उपस्थित रही। ग्राम चौकीदार मोतीलाल ने बताया कि उन्होंने ग्राम खमेरा एवं ग्राम पंचायत के अन्य ग्रामों में शुक्रवार शाम को ही मुनादी के माध्यम से सूचना दी और शनिवार को भी घर-घर जाकर वैक्सीन लगवाने का आग्रह किया गया। प्रभारी सचिव उदयराम, एएनएम भावना कुशवाहा, सीएचओ अपर्णा पाटनकर ने बताया कि वह स्वयं भी अपनी गाड़ी से ग्राम का भ्रमण कर लोगों से वैक्सीन लगवाने का आग्रह किया परंतु कोई भी वैक्सीन लगवाने नहीं आया।
मृगांचल एक्सप्रेस की टीम ने जब ग्रामीणों से बात की तो उन्होंने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि वैक्सीन लगवाने से मौत हो जाती है और कई बीमार हो गए है। इस कारण हम वैक्सीन नहीं लगवा रहे है।
टीका लगवाने से हो रही मौत!
अफवाहों और गलत सूचनाओं का ये नजारा सिलवानी तहसील के गांवों में देखने को मिल जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ गांवों में वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे। विभाग के कर्मचारी उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए समझाइश देने लगे। ज्यादातर लोगों का कहना था कि सुई यानी कि वैक्सीन लगवाने से उनके गांव में लोगों की जान जा रही है। इसलिए वे भी वैक्सीन नहीं लगवाएंगे।
दीवार पर लिखे जा रहे स्लोगन
ग्रामीणों को जागरूक करने और वैक्सीन के प्रति उनका डर दूर करने के लिए प्रशासन की ओर से कई प्रयास किए जा रहे हैं। दीवारों पर स्लोगन और नारों की मदद से जागरूक किया जा रहा है। लोगों के घर-घर जाकर जानकारी दी जा रही। खास बात तो ये कि लोगों में कोरोना वायरस से ज्यादा खौफ वैक्सीन का लग रहा है।
मृगांचल एक्सप्रेस परिवार सभी नागरिकों से आग्रह करता है कि सभी लोग वैक्सीन अवश्य लगवाये, कुछ नकारात्मक लोगो की अफवाह में नही आये। वैज्ञानिको ने माना और सिद्ध हो गया है कि कोरोना की इस महामारी में वैक्सीन लगवाने सुरक्षित रहे है। और वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए कोरोना की लड़ाई वैक्सीन लगवाकर ही जीती जा सकती है। पहले हम फिर, परिवार,और अपने वार्ड, ग्राम और अपनी ग्राम पंचायत को 100 प्रतिशत वैक्सीन के लक्ष्य को प्राप्त करने का संकल्प लेना चाहिए।
इस सम्बंध में एसडीएम संघमित्रा बौद्ध का कहना है कि सिलवानी में टीकाकरण के प्रति लोग जागरूक हुए हैं । कई केंद्रों में 100% टीकाकरण हुआ है। परन्तु आज 1-2 केंद्रों के बारे में बीएमओ द्वारा अवगत कराया गया है कि कुछ भ्रांतियों के कारण लोग वैक्सीन नहीं लगवा रहे हैं। तहसीलदार के साथ साथ मैदानी अमला भी लोगों को समझाइश देने पहुंचा है। मीडिया एवम् जनसहयोग से जल्दी ही शेष क्षेत्रों में भी टीकाकरण का शत प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण कर लिया जाएगा क्योंकि टीकाकरण ही एकमात्र इलाज है।