मध्य प्रदेश

रहवासियों में भारी आक्रोश : 20 साल से नहीं बना कच्चा नाला : पहले सागर भोपाल तिराहा जाम किया, पुलिस ने हटाया ताे नपा की सीढ़ियाें पर जाकर बैठे

रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन।
शहर के वार्ड नंबर 12 में नाला निर्माण नहीं होने के कारण वार्ड वासियों ने चक्काजाम किया।जिससे शहर की ट्रैफिक सिस्टम के बुरे हाल रहे। पिछले दो दशकों से नाले का निर्माण अधूरा है। जिससे खेलते समय उनके बच्चे, पालतू पशु नाले में गिरकर चोटिल हो जाते हैं। दरअसल इस नाले में मिल रहा है अवंतिका कालोनी का सीवेज वार्डवासियों ने डेढ़ घंटे तक किया हंगामा और लगाया जाम।
सागर भोपाल तिराहे पर, आंदोलनकारियों ने मचाया हंगामा….
रायसेन शहर के वार्ड क्रमांक 12 पटेल नगर के रहवासी एकत्रित होकर सागर भोपाल तिराहा पर पहुंचे । यहां पर उन्होंने नगर पालिका के विरोध में जमकर हंगामा किया और सड़क पर जाम भी लगा दिया। यह वार्डवासी 20 साल बाद भी उनकी बस्ती में कच्चा नाला नहीं बनने को लेकर आक्रोशित थे। जानकारी मिलते ही कोतवाली थाने से पुलिस मौके पर पहुंची। नपा इंजीनियर पीके साहू ने भी पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन आक्रोशित लोगों ने नपा इंजीनियर को ही आड़े हाथ लेते हुए उन्हें खरी खोटी सुनाना प्रारंभ कर दिया।
वार्डवासी यहां पर आधे घंटे तक अपना विरोध जताते रहे। जैसे तैसे पुलिस ने उन्हें समझाकर सड़क से हटाया तो आक्रोशित लोग नगर पालिका भवन पहुंचे ।यहां पर नपा सीएमओ आरडी शर्मा के नहीं होने पर सीढ़ियाें पर बैठ गए और किसी भी आने जाने नहीं दिया। इस तरह वार्डवासियों का यह हाई वोल्टेज ड्रामा करीब डेढ़ घंटे तक चलता रहा। इन आक्रोशित लोगों ने नगर पालिका भवन के सामने वाली सड़क पर भी जाम लगाकर विरोध जताया।
ये है परेशानी… नपा इंजीनियर का घेराव कर कहा- बदबू से परेशान हैं, बच्चे भी बीमार हाे रहे…..
बारिश में घराें में भर जाता है नाले का पानी
वार्डवासियों ने बताया कि बारिश के मौसम में भी यह नाला उनके लिए सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। बारिश का पानी घरों में तक घुस जाता है, जिस कारण उन्हें बारिश के मौसम में चार महीने खटिया या पलंग पर ही दिन रात गुजारने के लिए मजबूर होना पड़ता है। यह जानकारी नपा के अधिकारियों को भी है, इसके बाद भी यह नाला अब तक जानबूझकर नहीं बनाया गया है।
नपा का कारनामाः नाला ही अधूरा छोड़ा.….
नगर पालिका प्रशासन ने शहर के वार्ड क्रमांक 12 पटेल नगर में 290 मीटर वाले क्षेत्र में नाला अधूरा ही छोड़ दिया है।जबकि जहां पर नाला नहीं बनाया है, वहां पर गरीब परिवार के लोग रहते हैं।जबकि जहां पर पक्के मकान बने हुए है, वहां से लेकर मिश्र तालाब के पास तक पक्का नाला बनवा दिया है। इस बात को लेकर भी वार्डवासियों में लंबे समय से आक्रोश बना हुआ है।
30 लाख रुपए का आएगा खर्च…
रायसेन शहर के वार्ड क्रमांक 12 पटेल नगर में उक्त नाला का निर्माण करवाने के लिए 30 लाख रुपए की लागत आएगी। यह राशि मंजूर करवाने के लिए शासन को स्टीमेट भेजा गया है, लेकिन वहां से अब तक स्वीकृति नहीं मिली है। इस कारण यहां पर यह नाला नहीं बन पाया है। – पीके साहू, इंजीनियर नपा रायसेन
वार्डवासियों की व्यथा,
कच्चे नाले के कारण हो रहे बीमार, बदबू से बैठना तक मुश्किल
शहर के वार्ड क्रमांक 12 पटेल नगर में रहने वाले इमरत सिंह, संतोष नाथ, सीतराम, भगवती बाई, पवन शर्मा, भूरीबाई, गीता चौधरी ने बताया कि उनके घरों के पास से कच्चा नाला निकला है, उसमें अवंतिका कालोनी सहित एक अन्य कालोनी के घरों का सीवेज उस नाले में ही डाला जा रहा है। जिससे उनका यहां पर रहना तक बड़ा मुश्किल हो रहा है। नाले के गंदे पानी के कारण बच्चों के साथ ही हम लोग भी बीमार हो रहे है। इतना ही नहीं नाला खुला होने से उसमें बच्चे भी गिर जाते है, जिससे बड़ी अनहोनी का डर भी बना रहता है। हम लोग 20 सालों से नाला बनवाने की मांग कर रहे है,। लेकिन उनकी व्यथा पर नपा के अधिकारी कोई ध्यान नहीं दे रहे है। इस कारण उन्हें मजबूरी में आज यह आंदोलन उठाना पड़ा है।

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