फर्जी बिल लगाकर निकाल लिए भवन मरम्मत के नाम पर लाखो रुपए

जिले की पहली ग्राम पंचायत जहां पर माँ सरपंच बिटिया सचिव
ब्यूरो चीफ : भगवत सिंह लोधी
दमोंह । जिले की जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत दासोंदा में सरपंच, सचिव व जनपद के अधिकारियों की मिली भगत से भ्रष्टाचार का बोलबाला चरम पर है,पांचवे राज्य वित्त आयोग के द्वारा समुदाय भवन मरम्मत के नाम पर पंचायत के द्वारा 228000 की राशि स्वीकृत कराई गई, जिसमें से 150000 (एक लाख पचास हजार) रुपये का बिल 12/03/2025 मेसर्स-महाकाल ट्रेडर्स खमरिया मौजीलाल सचिव के निज ग्राम का बिल लगा हुआ है जिसमें सीमेंट अल्ट्राटेक 50 बोरी 377 के भाव से, पुट्टी बिरला वाईट 40 बोरी 1050 के रेट से वही प्रिंस k टाइट 8 नग 2000 के रेट में, गिट्टी जीरा 3 ट्रॉली 3500 के रेट से टाइल्स 2×2 40 पेटी 625 रुपये प्रतिपेटी वही दरबाजा गेट 4×4×8 चार क्विंटल 95 रुपये किलो के हिसाब से लगाया गया। जब कि पूर्व सरपंच नन्हे सिंह लोधी का कहना है कि य़ह समुदाय भवन निर्माण मेरे कार्यकाल में हमारे द्वारा किया गया बिल्डिंग अभी नई है।इनके द्वारा केबल पुताई पुट्टी के अलावा एक भी रूपए का मैटेरियल नहीं लगाया गया और इसके बावजूद लाखो रुपये के फर्जी बिल लगाकर पैसा अपनी जेब मैं रख लिया गया। मेरे कार्यकाल में जो भी निर्माण कार्य किए गए गुणवत्ता के साथ किए, वर्तमान जो भी काम किए जा रहे हैं, एक साल के भीतर अपना मुँह खोल देते हैं।
दूसरी तरफ -महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्राम रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत पशु अवरोधक दीवार निर्माण कार्य यज्ञ शाला से अर्जुन सिंह के खेत तक काग़ज़ों मैं दर्शाया है,जबकि धर्म जैन के खेत छोड़ दिया करीब लगभग 300 मीटर के ऊपर की दीवार छोड़ दी गई,यज्ञ शाला से सुन्नू अहिरवार के घर तक दीवार के ऊपर सीमेंट कांक्रीट की डीपीसी नहीं डाली गई,पुराने कार्यो को नया दर्शाकर निकाली गई राशि । इस तरह के भ्रष्टाचार मैं सरपंच,सचिव से लेकर जनपद के अधिकारी संलिप्त हैं, सचिव का स्थानांतरण होने के बाद भी कुंडली जमाये बैठे हैं। पंचायत मैं एक ही घर के सभी कर्मचारी जिले की पहली पंचायत होगी जहां पर माँ सरपंच और बिटिया सहायक सचिव हो,तो लाजमी है भ्रस्टाचार कैसे नहीं होगा बिटिया सचिव से परेशान ग्रामीणों ने स्थानांतरण की मांग की एवं आवेदन दिए पर अधिकारियों की आँखों में तो काली पट्टी बंधी हुई है।



