मध्य प्रदेश

कोरोना वैक्सीन की ऑनलाइन बुकिंग से परेशानी, गरीब अज्ञानता के कारण नही ले पा रहे लाभ।

जिम्मेदारों को इस बात की ओर देना चाहिए
सिलवानी में टीकाकरण के फर्स्ट डोज 13051 एवं सेकण्ड डोज 2381 कुल 15432 ने लिया है लाभ
सिलवानी। कोरोना महामारी के चलते दुनिया सिमट गई है, लेकिन इंटरनेट की दुनिया असीमित है। हालांकि आज कल इंटरनेट सबसे अहम चीजों में से एक है। इंटरनेट के बिना ऐसा लगता है कि जीवन में कुछ कमी सी है, लेकिन आज भी क्षेत्र के कई लोगों को इंटरनेट की जानकारी नहीं है और न ही वे स्मार्ट मोबाइल फोन उपयोग करते है। अगर ऐसे किसी व्यक्ति को कोरोना से बचने के लिए वैक्सीन लगवानी है तो उन्हें कई मुश्किलों के लिए तैयार रहना होगा। फिलहाल वो व्यक्ति अगर 18 से 45 उम्र का है और उनके पास स्मार्ट फोन नहीं है तो उनको किसी मित्र या रिश्तेदार का सहारा लेना होगा। इसके साथ ही वो व्यक्ति अगर टेक्नो फ्रैंडली नहीं है तो भी उनको किसी दूसरे की मदद लेनी पडे़गी। क्षेत्र के कई लोग अनपढ़ होने के साथ कई लोग टेक्नो फ्रेंडली भी नहीं है। साथ ही कई लोग इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करते है। जिसके चलते अज्ञानता वश कोरोना वैक्सीनेशन के लिए नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र के कई लोग ऑनलाइन बुकिंग होने से वंचित है। वैक्सीनेशन के लिए जो नई गाइडलाइन जारी हुई है। उसने अनपढ़ और स्मार्ट फोन न चलाने वाले लोगों व ऐसे लोग जो टेक्नो फ्रेंडली नहीं है, उनके लिए परेशानी पैदा कर दी है। 18 प्लस वाले लोगों को पहले कोविन पोर्टल पर जा कर खुद को रजिस्टर करना होगा। उसके बाद जिस तय तारीख को तय वैक्सीनेशन सेंटर पर बुलाया जाएगा। वहीं जाकर कर वैक्सीन लगवा सकते हैं, लेकिन एक बड़ी समस्या यह है कि जिनकी उम्र 18 से 45 के बीच है और स्मार्ट फोन नहीं है तो वह खुद को रजिस्टर कैसे करेंगे। खास तौर से निम्न वर्ग का वो व्यक्ति जो छोटे-मोटे काम करके अपना जीवन व्यापन कर रहा है। वो व्यक्ति स्मार्ट फोन कहा से लाएगा। चलो हम मान भी ले कि सबसे पास स्मार्ट फोन है, तो कितने ऐसे लोग है जिनको इतनी जानकारी हो कि कैसे खुद को कोविन एप पर वैक्सीन के लिए रजिस्टर करना है। आसपास के गांवों में चले जाइए वहां आज भी ऐसे लोग बहुतायत में मिल जाएंगे। ऐसे में सवाल उठता है कि उन लोगों को वैक्सीन कैसे लगेगा, जिनके पास स्मार्ट फोन नहीं है या फिर उसका इस्तेमाल करने उन्हें नहीं आता है। या वो टेक्नो फ्रेंडली नहीं हो। कोविड पोर्टल की भाषा इंग्लिश है। कोविड पोर्टल में अन्य भाषाओं की अनुपलब्धता भी एक बड़ी बाधा है। कोई व्यक्ति जिसे इंग्लिश नहीं आती होगी वो कोरोना वैक्सीनेशन के लिए खुद का रजिस्ट्रेशन कैसे कराएगा। हालांकि कोविड का वैक्सीनेशन मोबाइल एप 12 भाषाओं में उपलब्ध है। वहीं अन्य सरकारी एप जैसे आरोग्य सेतु जो भाषा बदलने का आप्शन तो देता है, लेकिन उसमें भी वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन के लिए भाषा अंग्रेजी है। ऐसे में जानकारी के अभाव में क्षेत्र के कई लोग वैक्सीनेशन से वंचित हो सकते हैं। इनके लिए भी कोई रास्ता निकाला जाना चाहिए। जिम्मेदारों को इस बात की ओर ध्यान देना चाहिए।
सिलवानी में टीकाकरण के फर्स्ट डोज 13051 एवं सेकण्ड डोज 2381 कुल 15432 ने लिया है लाभ
सिलवानी विकासखण्ड में 25 जनवरी से 20 मई 2021 तक वैक्सीन की स्थिति यह रही है।
स्वास्थ्य कर्मियों को फर्स्ट डोज 542 एवं सेकण्ड डोज 512 लगे है। वही फ्रंट लाइन वर्करो ने फर्स्ट डोज 340 एवं सेकण्ड डोज 306 लगे है। एवं 18 प्लस उम्र के फर्स्ट डोज 612 लगे है। तो 45 से 60 वर्ष उम्र के फर्स्ट डोज 4699 एवं सेकण्ड डोज 524 लगे है।वही 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के फर्स्ट डोज 6858 एवं सेकण्ड डोज 1039 लगे है। इस तरह कुल टीकाकरण फर्स्ट डोज 13051 एवं सेकण्ड डोज 2381 कुल 15432 लोग कोविड टीकाकरण का लाभ प्राप्त कर चुके है।

रिपोर्टर : शुभम साहू, सिलवानी

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