एक स्वास्थ्यकर्मी के भरोसे प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र, स्वास्थ्य सुविधाओं का नहीं मिल पा रहा लाभ

मृगांचल एक्सप्रेस टीम की जीरो ग्राउंड रिपोर्ट।
सिलवानी। प्रदेश सरकार नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य कई लुभावने योजनायें लागू कर रही है। वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्यकर्मियों की कमी के चलते ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के हालात बद से बदतर है। प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी है तो वहीं अधिकतर स्टाफ अन्य स्थानों से अपडाउन करते है।
प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चैधरी के गृह जिले एवं विधायक पूर्व मंत्री रामपाल सिंह राजपूत के विधानसभा का आदिवासी बाहुल्य विकासखंड सिलवानी के प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र घोघरी में वर्तमान में सिर्फ एक स्वास्थ्य कर्मी सीएचओ ही पदस्थ है। यहां पूर्व में पदस्थ स्टाफ नर्स विनीता राठौर दो माह पूर्व अन्यत्र स्थानांतरण होने की जानकारी मिली है परंतु उन्हें यहां से रिलीव नहीं किया गया है। इस प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र घोघरी को डिलेवरी सेन्टर भी बनाया गया है। इस उपास्थ्य केन्द्र में 8 ग्रामों की 8146 लोगों को स्वास्थ्य सुविधायें देने की जिम्मेदारी है।
एक ओर जहां वैश्विक महामारी कोरोना कॉल में लोगों को काफी परेशानियां का सामना करना पड़ा वहीं विशेषज्ञों द्वारा तीसरी पीक आने की बात कही जा रही है। वहीं दूसरी स्वास्थ्य कर्मियों के अभाव में किस तरह लोगों को स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध हो पायेगी।
मृगांचल एक्सप्रेस की टीम ने उप स्वास्थ्य केन्द्र पहुँची तो एक कमरे में सीएचओ राधिका मायबाड़ ओपीडी में मरीजो को देख रही थी । वही पूर्व में पदस्थ स्टॉफ नर्स विनीता राठौर का स्थानांतरण होने के बाद भी दो कमरों में उनका सामान रखे होने से ताले लगे थे। प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र घोघरी में पदस्थ सीएचओ राधिका मायबाड़ ने बताया कि गत वर्ष 135 डिलेवरी कराई और इस वर्ष अभी तक 35 महिलाओं को प्रसव कराया गया है। स्टाफ की कमी के कारण मुझे ही ग्रामों का भ्रमण, ओपीडी एवं प्रसव एवं इमरजेंसी केस देखना पड़ते है। किसी ग्राम में भ्रमण में जाने पर स्वास्थ्य केन्द्र में ताला लगाना पड़ता है।
प्राथमिक उप स्वास्थ्य केन्द्र घोघरी तक पहुंचने वाला काफी खराब है जहां तक जननी एक्सप्रेस नहीं पहुंच पाती है। डिलेवरी महिला को हाथों में लेकर अस्पताल आना पड़ता है वहीं बरसात में उक्त मार्ग पर पानी भी भर जाता है। तो स्थिति और खराब हो जाती है। ग्रामवासियों ने मुख्य मार्ग से अस्पताल तक मार्ग निर्माण की मांग करते हुये स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति की मांग की है।