सड़कें बनी पार्किंग, नहीं सुधरी व्यवस्था अघोषित पार्किंग बिगाड़ रही व्यवस्था
सिलवानी। नगर के मुख्य व्यावसायिक क्षेत्रों में पार्किंग के लिए स्थान चयनित नहीं है। जिससे चालक अपने वाहन सड़क या फिर सड़क किनारे यहां-वहां खडे़ कर देते है। इससे यातायात व्यवस्था पर तो सीधे असर पड़ता ही है साथ ही सड़क चौड़ीकरण भी प्रभावित होता है और दुर्घटनाओं की आशंकाएं बढ़ जाती है। बाजार में वाहनों का दबाव कम करने के लिए अभी तक कोई भी पार्किंग स्थल नहीं बनाया जा सका है। कम से कम दो पहिया वाहनों को खड़ा करने के लिए भी कोई स्थान निर्धारित होता तो भी राहत मिलती। लेकिन कोई प्लान नहीं होने से बाजार की सड़कों पर निकलना कठिन हो जाता है। लगातार बढ़ रही वाहनों की संख्या के कारण अब तो जहां देखों वहीं वाहन दिखाई देते है। लोगों का जहां मन होता है वहीं वाहनों को खड़ा कर देते है। नतीजा कुछ ही देर में जाम लगने लगता है। नगर के गांधी चौक, बजरंग चौराहा, सियरमऊ रोड़, सागर रोड ऐसी जगह है जहां कि बारह महीने ही यातायात की अव्यवस्था से जूझना पड़ता हैं। उक्त सभी स्थानों पर दोपहिया, चार पहिया आदि वाहनों के साथ ही हाथ ठेले खड़े हो जाने से नागरिकों को आवागमन में परेशानी हो रही है। लेकिन जिम्मेदारों के द्वारा समस्या का समाधान नहीं निकाला जा रहा है। प्रशासन के द्वारा दो पहिया वाहनों की पार्किंग के लिए जगह निर्धारित कर दी जाती है तो भी समस्या का कुछ हद तक पूर्ण हो सकता है। दोपहिया वहन चालक कहीं भी अपने वाहन को पार्क कर देते हैं। जिससे जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। सबसे अधिक यातायात की अव्यवस्था दोपहिया वाहनों से ही होती हैं। चार पहिया वाहन तो कम संख्या में सड़कों पर अव्यवस्थित रुप से खड़े दिखाई देते है।
अधिकारी भी एक दूसरे पर टाल कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे है। हालात दिन व दिन बिगड़ रहे है। सड़कों पर पल पल में जाम के हालात बन रहे हैं। बड़े वाहनों के लिए बजरंग चौराहा व गांधी चौक समस्या बने हुए है। चौराहों पर अतिक्रमण इतना अधिक है कि बड़े वाहनों को टर्न लेने के लिए कई बार आगे पीछे किया जाता है। इससे जाम लग जाता है। चौराहों के विकास के लिए नगर परिषद के पास कोई योजना नहीं है।
बैंक के पास नहीं पार्किंग
नगर के प्रतिष्ठान तो दूर बैंकों के पास भी पार्किंग की उचित व्यवस्था का अभाव है। बैंक आने वाले उपभोक्ता भी पार्किंग की उचित व्यवस्था नहीं होने से वाहनों को पार्क करने के लिए यहां-वहां जगह तलाशते नजर आते है और मनमर्जी से वाहन खड़ाकर चले जाते है। जानकार कहते है कि कम से कम बैंकों को अपने ग्राहकों के लिए पार्किंग की व्यवस्था रखनी चाहिए ताकि उन्हें वाहन खड़ा करने के लिए यहां-वहां जगह न तलाशनी पडे़।
ऐसे सुधारी जा सकती है पार्किंग की व्यवस्था
सड़क किनारे खड़े वाहनों पर जुर्माने का प्रावधान।
प्रतिष्ठानों और बैंकों को खुद की पार्किंग व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए जाए। सड़क पर एक ही स्थान विशेष पर आधे घंटे से ज्यादा किसी वाहन को खडे़ न रहने दिया जाए।