आवारा मवेशी दुकानों में रखे सामान को पहुंचाते हैं नुकसान : जिले की गोशालाओं में नहीं छोड़े जा रहे
सड़क पर बैठे आवारा मवेशी,बढ़ रही मवेशियों से सड़क दुघर्टनाएं
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन।ठंड बढ़ते ही सड़कों पर आवारा मवेशी बैठने लगे हैं। दिन के समय धूप तापने के लिए ये मवेशी सड़कों पर बैठ रहे हैं। इससे सड़क हादसों का खतरा बना हुआ है। हालत यह है कि शहरी क्षेत्र में आवारा मवेशियों का जमावड़ा अभी भी कम नहीं हो रहा है। इससे लोगों को काफी समस्या हो रही है। खासकर रात के समय लोग मवेशियों के सड़कों पर बैठे रहने से सड़क हादसों का शिकार होते हैं। वहीं दिन के समय में भी आए दिन मुख्य बाजार की सड़कों पर जाम जैसे हालात बन जाते हैं। लेकिन सड़कों पर घूमने वाले आवारा मवेशियों को गौशालाओं में छुड़वाया नहीं जा रहा है। जिले में गौशालाओं का निर्माण कराया गया है। इनमें से करीब गोशालाएं संचालित हो रही हैं ।जहां पर शहर में विचरण करने वाले आवारा मवेशियों को रखा जा सकता है। ताकि बाजार में आवारा घूमने वाले मवेशियों को संरक्षण मिल सकें। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इससे आवारा मवेशी सड़कों पर अभी भी विचरण कर रहे हैं।
कई लोगों को कर चुके हैं घायल ….
रायसेन शहर से गुजरे नेशनल हाईवे 146 मपर विचरण करने वाले आवारा मवेशियों के कारण कई लोग घायल हो चुके हैं। सागर भोपाल तिराहे , बाजार सहित अन्य जगहों पर इन मवेशियों ने कई लोगों को मारकर घायल कर दिया है। कई लोगों का अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। कईयों की जान भी जा चुकी है। बारिश के दिनों में काफी परेशानी होती है।
दुकानों में रखे सामान को भी फैला देते हैं …..
रायसेन शहर में हाट बाजार के दिन व अन्य सामान्य दिनों में किराना दुकानदार सामान बाहर टेबल पर रख देते हैं। इसी तरह हाथ ठेलों में फल सब्जियां भी खुली ही रखी रहती हैं। दुकानदारों की आंखों के सामने ही आवारा मवेशी इनको फैला देते हैं। इतना ही नहीं इन आवारा पशुओं को जब भगाया जाता है तो खतरा बढ़ जाता है।रात में होते हैं ज्यादा हादसे कुछ दिन पहले दिन के समय कृषि उपज मंडी मोड़ पर सड़क पर बैठे मवेशियों से बाइक सवार टकरा गया। इसी तरह पिछले साल पाटनदेव रोड पर एक युवक सड़क पर मवेशी नहीं दिखने के कारण उससे टकरा गया। इससे वह घायल हो गया। इसके पहले भी शहर की सड़कों पर कई बार दुर्घटना हो चुकी है। सड़कों पर घूमते व बैठे मवेशियों के कारण कई लोगों की जानें भी जा चुकी है। बीच सड़क पर बैठे आवारा मवेशियों के कारण हमेशा ही दुर्घटना का भय बना रहता है। पूर्व में बड़ी संख्या में आवारा मवेशियों को गैरतगंज तहसील के कस्बा गढ़ी ,मोहनिया खेड़ी भादनेर गौशाला में भेजा गया था।