अन्न उत्सव कार्यक्रम विशुद्ध रूप से भाजपा के प्रचार प्रसार का माध्यम।
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, उमरिया पान।
उमरिया पान। सरकार द्वारा अन्न उत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ विगत दिनों बड़े तामझाम से किया गया। लेकिन कार्यक्रम प्रारंभ होते ही यह विपक्ष के निशाने पर आ गया। विपक्ष का कहना है है कि इस कार्यक्रम का प्रचार प्रसार तो सरकारी कार्यक्रम होने का किया लेकिन यह वास्तव मैं सरकारी कार्यक्रम ना होकर भाजपा के द्वारा अपने वाहवाही लूटने का कार्यक्रम था वहां गरीबों को अनाज के 10 किलो के खेलों को भाजपा के नेताओं एवं कार्यकर्ता ही बांटते नजर आई। हालात यह है कि बड़वारा के कांग्रेसी विधायक विजय राघवेंद्र सिंह को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया । जिससे यह सिद्ध हो जाता है कि यह कार्यक्रम विशुद्ध रूप से भाजपा के प्रसार प्रचार का कार्यक्रम रहा। विपक्ष का आरोप है कि आज भी गांव एवं शहरों में हजारों लोग पात्र होते हुए भी राशन कार्ड एवं राशन की पात्रता पर्ची बनवाने सालों से पंचायत के कर्मियों से लेकर उच्च अधिकारियों तक गुहार लगाकर थक गए लेकिन हर जगह से उन्हें मायूस होना पड़ा और उन्हें चुप होकर घर पर बैठना पड़ा। इस कार्यक्रम को वे सिर्फ देखते ही रहे वही दूसरी तरफ अन्नोत्सव कार्यक्रम के इस भव्य आयोजन के खर्च पर भी विपक्ष की टेढ़ी नजर है और विपक्ष का आरोप है कि ऐसे कार्यक्रमों के जरिए भाजपा द्वारा भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। कार्यक्रम के खर्च के संबंध में नवभारत द्वारा जब राशन दुकान के संचालकों से पूछा तो उनके द्वारा अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया गया की यह कार्यक्रम भले ही सरकारी है लेकिन उनके द्वारा ही अपनी जेब से पूरा खर्च उठाया गया है। जिसमें आमंत्रित को नाश्ता, पानी, डेकोरेशन, आदि सिस्टम शामिल है वही दूसरी तरफ खबर यह भी है की जो राशन दुकान संचालक चलाक एवं चतुर रहे उनके द्वारा राशन दुकान के अनाज को ही बेचकर कार्यक्रम की पूरी व्यवस्था की। राशन दुकान संचालकों द्वारा यही भी किया गया है कि कार्यक्रम स्थल पर आमंत्रित पात्र हितग्राही को जो अनाज के थैली दिए गए उनमें 10 किलो अनाज नहीं निकला। ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि जब अनाज से भरे थैली को कार्यक्रम स्थल से बाहर एक किराना दुकान मैं कुछ लोगों द्वारा अनाज तोला गया तो सभी थैली मैं 8 किलो से कम अनाज पाया गया। ग्रामीणों ने बताया कि दुकान संचालक द्वारा पहले से ही थैली में अनाज डालकर कार्यक्रम स्थल पर लाकर रख दिया गया और वही थैली भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा बांट दिए गए। इस तरह कई जगह से इसी तरह की सूचना मिली। इस संबंध में जब ग्राम टोला के कांग्रेश कार्यकर्ता परशुराम मिश्रा से पूछा तो उनके द्वारा बताया गया कि थैली मैं कम अनाज होने की जानकारी उनको नहीं है लेकिन इस संबंध में पता किया जाएगा।