मध्य प्रदेश

दबंगों से परेशान पठारी गांव के लोग, ग्रामीणों को गांव छोड़कर जाने की दे रहे धमकियां,

ग्रामीणों ने कलेक्टर को आवेदन देकर मदद करने की लगाई गुहार
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। सांची विकासखण्ड के ग्राम पठारी में दबंगों की दबंगई से ग्रामीणजन बेहद परेशान हैं। दबंगों की तानाशाही और दादागिरी से परेशान करीबन 40 से 50 ग्रामीणों ने बुधवार को दोपहर पठारी गांव के ग्रामीणों ने कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के नाम संबोधित ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर मकसूद अहमद खान को सौंपकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
दबंगों रघुवीर यादव, रोजगार सहायक अरुण यादव से परेशान अर्जुन यादव धूप सिंह,सुरेखा यादव, कालू राम, मेवा बाई, नबली यादव वगैरह ने बताया कि लंबे समय से परेशान हैं।दबंग उनके परिजनों को वन्य प्राणियों के शिकार के झूठे मुकदमे में फंसाने की सरेआम धमकी दे रहे हैं। जबकि हमारा पूरा परिवार शाकाहारी है।दबंग पुरानी रंजिश और बदले की दुर्भावनापूर्ण शिकायतें करते चले आ रहे हैं। अब तो इन दबंगो की दबंगई इस कदर बढ़ गई है कि वह पठारी गांव छोड़कर चले जाने की धमकियां देने लगे हैं। जिससे वह परेशान और दहशत में बने हुए हैं।
दबंग कर रहे अवैध खुदाई ,हर महीने हो रहा करोड़ों की राजस्व आमदनी का नुकसान…..
दबंगों द्वारा जिला जेल पठारी की पहाड़ी सहित आसपास की कई पहाड़ियों, आसपास के गांवों के आम रास्तों टीलों की अवैध रूप से खुदाई कर रहे हैं। इनकी जेसीबी, पोकलिन मशीनें डंपर दिनरात गौण खनिज भरकर दौड़ रहे हैं। लेकिन प्रशासनिक अफसरों सहित वन महकमे ,खनिज विभाग के अधिकारी बजाय कार्रवाई करने के इन अवैध खुदाई पर पर्दा डाले हुए हैं। परेशान ग्रामीणों ने मामले की शिकायत सीएम हेल्प लाइन से लेकर मंत्रियों कलेक्टर एसपी से कई दफे कर चुके हैं। लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा है।
दूध डेयरी हटाने की दे रहे धमकी
अर्जुन यादव कालूराम, धूप सिंह की पठारी गांव में दूध डेयरी 30-40 सालों से उनकी निजी जमीन पर बनी हुई है।एसडीएम एलके खरे तहसीलदार अजय प्रताप सिंह पटेल को दबंगों द्वारा झूठी शिकायत कर पटवारी से बेदखली के आदेश दिए जा रहे हैं।दबंग एक पखवाड़े के अंदर गांव छोड़कर चले जाने की धौंस दे रहे हैं वरना तुम्हारा वंश खत्म कर दिया जाएगा।
रोजगार सहायक अरुण यादव की तानाशाही से भी परेशान
दबंगों का सगे छोटे भाई अरुण यादव की मनमानी तानाशाही से भी ग्रामीण परेशान हैं। उनके राशन दुकान की खाद्यान पर्चियां निरस्त कर दी गई हैं।जिससे इन। परिवारों का राशन दुकान से सस्ता व मुफ्त अनाज मिलना बंद हो गया है। जिससे इनके गरीब परिवार की मुश्किलें और भी बढ़ गई है।

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