क्राइममध्य प्रदेश

2015 का बहुचर्चित बेले के तीन आरोपियों को सुनाई उम्र कैद की सजा

कोर्ट का निर्णय : अवैध संबधों के शक में जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक रामदयाल बेले की हत्या करने वाले तीन युवकों को भेजा जिला जेल पठारी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन । राजधानी भोपाल की एक अदालत ने अवैध संबधों के शक में रायसेन के जिला उद्योग केंद्र के प्रबंधक रामदयाल बेले की हत्या के मामले में तीन युवकों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। न्यायाधीश सीएम उपाध्याय अब्दुल आसिफ, कमलेश मेहरा एवं पप्पू जाटव उर्फ भूरा हत्यारों ने लाश को भोपाल के गोविंदपुरा औद्योगिकी क्षेत्र स्थित बोरा ब्रदर्स फैक्ट्री के गेट के सामने फेंक दिया था। मामले में पैरवी कर रहीं सरकारी वकील राजेंद्र उपाध्याय और वर्षा कटारे ने बताया कि मामला अशोका गार्डन थाना क्षेत्र का है। 20 अगस्त 2015 को गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित बोरा ब्रदर्स फैक्ट्री के सिक्युरिटी गार्ड ने एफआईआर दर्ज कराते हुए बताया था कि फैक्ट्री के गेट के बाहर एक व्यक्ति खून से लथपथ पड़ा था। सुरक्षा गार्ड ने पास जाकर देखा तो व्यक्ति के माथे, मुंह, नांक, सीने, पेट और दोनों हाथों की हथेलियों पर घाव थे और उसके शरीर धारदार हथियार की कई चोटें थी। अशोका गार्डन थाना पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। पुलिस ने जांच के बाद मामले में अब्दुल आसिफ, कमलेश मेहरा एवं पप्पू जाटव उर्फ भूरा को गिरफ्तार किया था। अशोका गार्डन पुलिस ने जांच के बाद चालान अदालत में पेश किया था।
अंधे कत्ल का मामला एक नजर में ….
रायसेन जिला उद्योग केंद्र रायसेन में प्रबंधक रामदयाल बेले पुत्र चुन्नीलाल की पदस्थापना रायसेन में थी। इसीलिए वे भोपाल के ओल्ड मिनाल रेसीडेंसी में रहते थे। वे रोजाना भोपाल से रायसेन अपडाउन करते थे। रामदयाल बेले घटना की शाम को काम खत्म होने के बाद ऑफिस से अपने साथियों से यह कहते हुए निकले थे कि वे बस से घर जा रहे हैं। रात करीब डेढ़ बजे जब वे घर नहीं पहुंचे तो उनके बेटे रवि बेले ने उनके साथी अधिकारी को फोन लगाकर पिताजी के बारे में पूछताछ की। उन्होंने कहा कि कई बार काम के सिलसिले में कहीं रुक जाते हैं तो आते होंगे।
डीआईसी के कार्ड से हुई थी पहचान — घटना स्थल से पुलिस ने किया था बरामद ….
घटना की रात आरडी बेले के शरीर पर हत्यारों द्वारा छुरा चाकुओं से लगभग 10 से ज्यादा वार किए गए थे। लाश को देखकर पुलिस को अंदाजा लगा था कि वारदात में एक से ज्यादा आरोपी शामिल थे। बेले की हत्या कहीं और की गई है, इसके बाद शव को यहां लाकर फेंका गया है। पुलिस को उनकी जेब से एटीएम कार्ड, डीआईसी कार्ड और कुछ नकदी रुपए मिले थे। डीआईसी कार्ड के आधार पर पुलिस ने उनकी पहचान की थी।

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