मध्य प्रदेश

कुआं खोद रहे सुल्तानपुर के तीन मजदूरों की दीवार धंसने से मौत

छिंदवाड़ा में हादसा : मां-बेटे सहित एक अन्य मजदूर की दबने से गई जान
जान गंवाने वाले मजदूरों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता
रायसेन । रायसेन जिले के थाना सुल्तानपुर क्षेत्र के ग्राम तुलसीपार निवासी तीन मजदूरों की छिंदवाड़ा जिले में एक कुआं खोदते समय मिट्टी धंसने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार छिंदवाड़ा के खुनाझिर खुर्द गांव में मंगलवार दोपहर के समय उक्त घटना हुई। जिसमें कुआं खोदते समय अचानक कुएं की दीवार गिर गई, जिसमें मां- बेटे सहित एक अन्य मजदूर दब गया। घटना के बाद से ही छिंदवाड़ा पुलिस तथा प्रशासन मजदूरों को निकालने के प्रयास करता रहा, लेकिन सफलता नहीं मिली, इस दौरान बुधवार सुबह लगभग पांच बजे कुएं की एक और दीवार धंस गई, जिससे मजदूरों को निकालने की उम्मीदें टूट गई, देर शाम तक एनडीआरएफ की टीम शवों को निकालने के प्रयास कर रही थी। जानकारी के अनुसार जिले के थाना सुल्तानपुर के ग्राम तुलसीपार निवासी मजदूर 50 वर्षीय शहजादी बी पत्नी नन्हे खां, उसका पुत्र 18 वर्षीय राशिद खां तथा 18 वर्षीय वासिद खां पुत्र अख्तर उर्फ कल्लू खां की उक्त घटना में मौत हुई, शहजादी बी तथा उसका बेटा लगभग पांच साल पहले ही तुलसीपार पहुंचे थे, इससे पहले वे सीहोर जिले के माना बुधनी में रहते थे। छिंदवाड़ा पुलिस को उनकी आइडी वहीं की मिली है।
घटना की जानकारी मिलते ही मृतकों के परिजन छिंदवाड़ा जिले के उक्त घटना स्थल पर पहुंच गए थे। शहजादी बी के पति नन्हे खां सहित उनके तमाम परिजन मौके पर पहुंच गए थे। जिनका रो-रो कर बुरा हाल है। देर शाम तक उन्हे अपने परिजनो का इंतजार था।
जानकारी के अनुसार हादसा होने के बाद शुरुआती रेस्क्यू के दौरान मजदूरों की आवाजें सुनी जा रही थीं, लेकिन रात 10.30 बजे पत्थर की दीवार का हिस्सा फिर से गिरने से मजदूर पूरी तरह मलबे में दब गए। इस दौरान बचाव कार्य में लगे होमगार्ड के जवान जीवन चौरे और अविनाश धुर्वे घायल हो गए। एनडीआरएफ की टीम ने बुधवार सुबह फिर से रेस्क्यू शुरू किया, लेकिन दीवार का एक और हिस्सा गिरने से बचाव कार्य बाधित हुआ। टीम ने नए। सिरे से रेस्क्यू अभियान चलाया। जिसमें कुएं की गहराई तक पहुंचने के लिए रैंप बनाया गया। पांच मशीनों की मदद से मिट्टी और पत्थर हटाए गए, लेकिन बुधवार दोपहर तक मजदूरों का कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। एनडीआरएफ ने दीवार को जाली से बांधकर रेस्क्यू जारी रखा। देर शाम तक मजदूरों के शवों को निकालने का काम चलता रहा। खुनाझिर खुर्द के ऐशराव वस्त्राणे के खेत में बने पुराने कुएं की पिछले दो दिनों से खुदाई का कार्य चल रहा था। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे में जान गंवाने वाले मजदूरों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
तुलसीपार के लोगों ने बताया कि उक्त मजदूर कुआं खोदने में एक्सपर्ट थे। वे पहले भी सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ आदि जिलों में कुआं खोदने या गहरे कुओं की सफाई करने जाते रहे हैं। ऐसे कार्य के लिए उन्हें विशेष तौर पर बुलाया जाता था। यही वजह थी कि क्षेत्र में मजदूरी के काम होने के बाद भी वे 400 किमी दूर छिंदवाड़ा जिले में पुराने कुएं की सफाई और खुदाई के लिए गए थे।

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