मध्य प्रदेश

खाद के लिये किसान त्रस्त, उधर व्यापारियों को बेची जा रही यूरिया

300 रुपये में खरीद रहे व्यापारी, विक्रेता मालामाल
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान । हमेशा अपनी कारगुजारियों को लेकर चर्चाओं में रहने वाले विपरण सहकारी समिति उमरियापान के विक्रेता शरद उर्फ बल्लू बर्मन पुनः सुर्खियों में बने हुये है और जहां एक ओर किसान खाद के लिये त्रस्त वहीं विक्रेता शरद उर्फ बल्लू बर्मन के द्वारा व्यापारियों को धड़ल्ले से खाद का विक्रय 300 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से किया जा रहा है।
उमरियापान के स्थानीय खाद विक्रेताओं ने बताया कि केन्द्र विक्रेता शरद उर्फ बल्लू बर्मन के द्वारा 300 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से ग्रामीण क्षेत्र और बाहर के व्यापारियों को यूरिया का विक्रय किया जा रहा है। वहीं जो वास्तविक किसान है वह एक-एक बोरी खाद के लिये भटक रहा है। किसान बिट्टू रजक, प्रहलाद पटेल, कृष्ण कुमार पटेल, सुरजीत पटेल, नीलू झारिया, मोनू पटेल, प्रकाश पटैल, ओमप्रकाश झारिया, मनोज, सोनू, प्रदीप, राकेश, नरेन्द्र, सुरेन्द्र, आशु, रामचरण ने आरोप लगाया है कि शरद उर्फ बल्लू बर्मन के द्वारा जैसे ही खाद का ट्रक आता है वैसे ही सोसायटी का काम निकालकर वह कटनी गायब हो जाता है और इसी बीच उसके द्वारा रात के समय व्यापारियों को खाद का विक्रय कर दिया जाता है और जैसे ही दूसरे दिन किसान खाद लेने के लिये जाता है तो यह कह दिया जाता है कि खाद खत्म हो गई है बाद में आना।
शरद उर्फ बल्लू बर्मन की मनमानी से त्रस्त किसानों ने मांग की है कि उक्त विक्रेता काफी समय से विपरण सहकारी समिति उमरियापान में पदस्थ है ऐसे में उसे अन्यंत्र पदस्थ किया जाना अत्यंत आवश्यक हो गया है। किसानें ने बताया कि वर्तमान में उमरियापान उर्पाजन केन्द्र का में खरीदी का काम भी विपरण सहकारी समिति के द्वारा किया जा रहा है जिसमें केन्द्र प्रभारी शरद उर्फ बल्लू बर्मन को बनाया गया है जहां पर उसके द्वारा नियमों को ताक पर रखकर धान की खरीदी की जा रह है और अमानक धान को उपार्जित किया जा रहा है। वहीं कुछ समय से अखबारों की सुर्खियों बने रहने के कारण के कारण उक्त तथाकथित केन्द्र की जांच अधिकारियों द्वारा की गई थी जिसमें मौके पर अमानक धान का भंडारण मिला था जिसके बाद अधिकारियों द्वारा कड़ी फटकार लगाई गई थी और व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिये गये थे। लिहाजा शरद उर्फ बल्लू बर्मन के द्वारा आज भी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं लाया गया और उसके द्वारा खुलेआम अमानक धान की खरीदी करवाई जा रही है।
बड़ी मात्रा में घपले की आशंका
सूत्रों ने बताया कि विपरण सहकारी समिति उमरियापान के द्वारा काफी समय से खाद का वितरण किया जा रहा है और पिछले दिनों एक गिरोह का खुलासा जबलपुर में किया गया है जिसमें सिंटीकेट की तरह खाद कंपनी कर्मचारी और शासकीय कर्मचारी की भूमिका सामने आई थी। इनके द्वारा सिंटीकेट बनाकर शासकीय खाद के कोटे का दुरुपयोग का व्यापारियों को खाद का विक्रय किया गया था और अवैध लाभ अर्जित किया गया। लिहाजा पुलिस ने उपरोक्त मामले में संबंधित खाद कर्मचारियों के विरुद्ध मामला दर्ज करते हुये जेल के दर्शन करा दिये है वहीं मामले को विवेचना में लेते हुये अन्य सरकारी कर्मचारियों की भूमिका का पता लगाया जा रहा है और इसमें जो भी नाम सामने आयेंगे उनके विरुद्ध भी कार्यवाही की जायेगी। संभायना यह भी जताई जा रही है कि विपरण सहकारी समिति उमरियापान में भी बडे़ पैमाने में खाद व्यापारियों को विक्रय किया जा रहा है इस मामले में यदि उच्च स्तरीय जांच की जायेगी तो खुद पूरी वस्तुस्थिति सामने आ जावेगी।

Related Articles

Back to top button