खुला आश्रय गृह पहुंचे न्यायाधीश दी अधिकारों की जानकारी
ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । बाल दिवस के उपलक्ष्य में केएस शाक्य अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति द्वारा बच्चों का खुला आश्रय गृह में बच्चों के लिए उनके अधिकारों, शिक्षा, बाल विवाह निरोध एवं नालसा बच्चों को मैत्रीपूर्ण विधिक सेवाएं एवं उनके संरक्षण के लिए विधिक सेवाएं 2015 योजना के संबंध में विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर तथा पर्यावरण संरक्षण थीम पर चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया।
जागरूकता शिविर अंतर्गत श्री शाक्य द्वारा बच्चों को बाल दिवस की शुभकामनाएं देते हुए नालसा बच्चों को महत्वपूर्ण विधिक सेवा योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देते हुए बताया गया कि इस योजना के अंतर्गत बच्चों के हित, बाल कल्याण , बालकों के सम्मान का अधिकार, समानता एवं पक्षपात ना किए जाने का अधिकार, सुनवाई का अधिकार, सुरक्षा के अधिकार आदि को सुरक्षित रखा गया है । ऐसे बालक जिसे देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता है तथा जो कानून के साथ संघर्ष में है का अधिकार है उसे विधिक सेवाएं प्रदान करते समय उसके अधिकारों को सर्वोत्तम महत्व दिया जाए प्रत्येक बालक को यह अधिकार है कि उसके साथ सम्मान एवं दया तथा करुणा का व्यवहार किया जाए, उसकी सुरक्षा की जाए, बालक की जाति, धर्म, आयु ,परिवारिक स्तर, संस्कृति, भाषा आदि के आधार पर किसी प्रकार का पक्षपात या भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।
न्यायिक मजिस्ट्रेट सृष्टि पटेल, द्वारा शिविर अंतर्गत बच्चों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के बारे में जानकारी दी गई साथ ही बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने साफ सफाई का ध्यान रखने एवं अपने आसपास के क्षेत्र को भी स्वच्छ रखने सलाह दी गई एवं नियमित रूप से स्कूल जाने हेतु प्रेरित किया गया।



