गदंगी से अटी पड़ी सिलौड़ी पंचायत की गालियां सरपंच-सचिव को नहीं मतलब
त्यौहार में भी साफ-सफाई को तरसे सिलौड़ी के नागरिक
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान । ग्राम पंचायत सिलौड़ी जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा की दूसरी सबसे बड़ी पंचायत का तामगा लिये बैठी है लेकिन सिलौडी सरपंच और सचिव की हठधर्मिता कहें या बशर्मी की पराकाष्ठा। हिन्दुओं के नवरात्र जैसे पर्व के दौरान भी ग्राम पंचायत सिलौड़ी में साफ-सफाई नहींहुई है और वार्ड क्रमांक 10 एवं 15 की गालियां गंदगी से अटी पड़ी है इसके बाद भी सरपंच-सचिव को सब कुछ सही दिख रहा है।
उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत सिलौड़ी में कहने को तो महिला सरपंच पंचो बर्मन है एवं सचिव बृजमोहन गिरी गोस्वामी है । उक्त पंचायत का हकीकत में संचालन सरपंच पति जो पेशे से जनशिक्षक है संतोष बर्मन के द्वारा किया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि जब ग्राम के कुछ लोगों ने पंचायत में फैली गंदगी की फोटो सोशल मीडिया में डाली तो एक तथाकथित पत्रकार जो सरपंच का पिछलगू है वह उन्हें धमकाने लगा। ग्राम पंचायत सिलौड़ी में नवरात्र जैसे त्यौहार के दौरान साफाई न होना इस बात का संकेत है कि सरपंच और सचिव के द्वारा मात्र कागजों में ही सफाई व्यवस्था दर्शाई जा रही है और शासन के द्वारा साफ-सफाई मद में जो राशि दी जाती है उनका दुरूपयोग सरपंच -सचिव के द्वारा किया जा रहा है। एक ओर जहां शासन द्वारा स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने के लिये अलग से फंड जारी किया जाता है जो समय-समय पर पंचायतों को प्राप्त होता रहता है।
हाथ में हाथ रखे बैठे अधिकारी
जनशिक्षक पर नहीं हुईं कोई कार्यवाही
उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत सिलौड़ी सरपंच पंचो बर्मन के स्थान पर उनके पति जो पेशे से जनशिक्षक है के द्वारा पंचायत का संचालन किया जा रहा था और इस संबंध में उनके द्वारा विगत दिवस टेंकर वितरण कार्यक्रम में उपस्थित होकर जनपद में टेंकर भी रिसीव किया गया। इस मामले को मृगांचल एक्सप्रेस ने प्रमुखता के साथ उठाया था। डीईओ कटनी द्वारा बीआरसी ढीमरखेड़ा को तत्संबंध में आदेश जारी कर जनशिक्षक से स्पष्टीकरण तलब करने के लिये आदेशित किया गया था जिसके तारतम्य में जनशिक्षक द्वारा गोलमोल/झूठा जवाब देकर मामले में पल्ला झाड़ लिया गया। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा भी किसी भी तरह की कोई कार्यवाही आज दिनांक तक नहीं की गई है। सरकारी कर्मचारी होने के बाद भी कदाचार करते हुये जनशिक्षक द्वारा सरपंच की भूमिका में काम करना नियम विरूद्ध है। ऐसे में नोटिस देकर इतिश्री कर लेना संगामित्ती को दर्शित करता है जिस कारण से जनशिक्षक के विरूद्ध कोई कार्यवाही नहीं की गई।