कृषिपर्यावरण

पश्चिमी विक्षोभ हुआ एक्टिव अगले दो दिन मौसम बदला रहेगा

मौसम ने फिर बदली करवट, ठंडी हवाओं के साथ कहीं हुई बूंदाबांदी तो कहीं चली आंधी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन । मौसम ने एक बार फिर से करवट बदल ली है। गुरुवार शुक्रवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। तो राहत देने वाली ठंडी हवाएं का दौर शुरु हो गया। शाम को तेज हवाओं के साथ जिला मुख्यालय के आसपास गांवों कस्बों में हवाओं के साथ थोड़ी बूंदाबांदी भी हुई। मौसम जानकारों के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हुआ है। इसके चलते मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। इससे पहले ईसी महीने वेदर डिस्टर्बेस के चलते जिले दो बार बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। बीते सप्ताह से तापमान 32 डिग्री के आसपास बना हुआ है।
बादलों की वजह से आज गर्मी से थोड़ी राहत है। अगले दो दिन मौसम बदला रहेगा इसमें बारिश के आसार बन सकते हैं। मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएस तोमर सहित मौसम के जानकारों के अनुसार 30 मार्च गुरुवार से पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में एक्टिव हुआ है। इसका असर अगले एक दो दिन तक देखने को मिलेगा। वेदर डिस्टर्बेस के कारण जिले में 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेगी इसके साथ ही बारिश की संभावना भी बन रही है।
जिला मुख्यालय सहित आसपास के क्षेत्र में गुरुवार शुक्रवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे। शाम करीब 5.30 बजे गांव कस्बों में हल्की बारिश हुई। करीब 5 मिनिट तक चली हल्की बारिश के बाद धूल भरी आंधी का दौर शुरू हुआ। जो कुछ देर तक जारी रहा। तेज हवाओं और आंधी को लेकर विद्युत प्रवाह 15 मिनिट के लिए बाधित रहा। वहीं तेज हवाओं का दौर चला और उसके साथ बूंदाबांदी हुई।शुक्रवार को सुबह लगभग 11 बजे जिला मुख्यालय पर बूंदाबांदी की थोडी देर बारिश भी हुई।
खेतों में पड़ी कटी फसलें, किसान चिंतित…..
जिला मुख्यालय सहित गांव बक्षेत्र अभी वर्तमान में प्रत्येक किसान खेतों में खासे व्यस्त है। हर प्रकार की फसले अब सूख चूकी है। जिसको लेकर अब सुबह से लेकर देर शाम तक किसान खेतो में जुटे हुए हैं । किसान मदनलाल जाटव, धनसिंह बैरागी, परसराम दांगी, अबरार अहमद ने बताया कि हमने दो बीघा खेत में गेंहू चना की बोवनी कर रखी है जो कि हमने मजदूर कर उसे उखाड़ कर खेतों में ही मजदूर लगाकर कटाई शूरू कर दी है । लेकिन गुरूवार को शाम करीब 4 बजे और शुक्रवार को सुबह 11 बजे अचानक मौसम मे परिवर्तन हुआ ओर आसमान मे काले घने बादल छाने लगे जिसके चलते अब बारिश कि चिंता सताने लगी है।

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