सरकार इस साल भी खरीदेगी ग्रीष्मकालीन मूंग, कैबिनेट बैठक में हुआ फैसला
रिपोर्टर : नीलेश पटेल
भोपाल। मंगलवार को हुई मध्य प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में किसानों के हित में कई अहम फैसले लिए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक दौरान किसानों के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने बताया कि मुख्यमंत्री ने किसानों द्वारा उत्पादित की जाने वाली ग्रीष्मकालीन मूंग को समर्थन मूल्य पर खरीदी करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि नर्मदापुरम तथा हरदा जिले के अधिकांश किसान तवा नहर परियोजना का लाभ उठाते हुए तीसरी फसल के रूप में ग्रीष्मकालीन मूंग का उत्पादन बड़े पैमाने पर करते हैं। कोरोना महामारी के दौरान जब देश दुनिया के तमाम कारोबार बंद थे तब भी इन जिलों के किसानों ने लगभग 3000 करोड़ का ग्रीष्मकालीन मूंग उत्पादित किया था। वही इस तीसरी फसल के माध्यम से किसानों द्वारा बड़े पैमाने पर ग्रामीण मजदूरों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए जाते हैं। बीते वर्ष मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी करते हुए किसानों प्रति क्विंटल ₹2000 अतिरिक्त का लाभ प्रदान किया था। जब खुले बाजार में मूंग के दाम 4000 से ₹5000 प्रति क्विंटल चल रहे थे तब सरकार द्वारा 7275 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य घोषित करते हुए खरीदी की गई थी। कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि इस वर्ष भी मुख्यमंत्री द्वारा समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग खरीदी का फैसला आज हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया है। कमल पटेल ने कहा कि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसानों की आय दोगुनी करने के सपने को साकार करने में पूरी तरह समर्पित भाव से जुटे हुए हैं। विगत 3 वर्षों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में किसानों के हित में प्रदेश सरकार द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा है। इसी क्रम में आज लिए गए इस मूंग खरीदी फैसले को लेकर मंत्री कमल पटेल ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार ज्ञापित करते हुए किसानों को बधाई दी है।