सिहोरा को जिला बनाने से मुख्यमंत्री का इंकार,एक बार फिर सिहोरा की उपेक्षा
आक्रोशित समिति द्वारा आंदोलन तेज करने का ऐलान
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान l भोपाल में मुख्यमंत्री आवास पर जैसे ही लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सिहोरा जिला की बात की, मुख्यमंत्री ने दो टूक कहा कि वे ऐसी कोई बात सुनना नही चाहते जो पूरी न हो सके। समिति के सदस्य बाबजूद इसके अपनी बात मुख्यमंत्री के समक्ष रखते रहे पर मुख्यमंत्री के रवैये में कोई परिवर्तन नही आया। इस मुलाकात के दौरान सिहोरा विधायक नंदनी मरावी और सिहोरा के अनेक भाजपा नेता मौजूद रहे।
*फिर भी ज्ञापन सौंपा:-* मुख्यमंत्री के सिहोरा के प्रति ऐसे रवैये की किसी को भी उम्मीद न थी। प्रारंभ में ही न करने के बाबजूद समिति ने अपना पक्ष मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के समक्ष रखा। समिति ने अपने ज्ञापन में उल्लेख किया है कि 2001 से 2003 के मध्य सिहोरा को जिला बनाने की समस्त विभागीय प्रक्रिया पूर्ण की जा चुकी है और यथाशीघ्र सिहोरा में कलेक्टर और एसपी की पदस्थापना की जाए। समिति ने अपने ज्ञापन में यह भी बताया कि सिहोरा को जिला बनाने में शासन को वर्तमान में कोई व्यय भार नही आएगा।
*तीव्र आंदोलन की घोषणा:-* लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति के विकास दुबे, अनिल जैन, सियोल जैन, मानस तिवारी, सुशील जैन, अमित बक्शी ने मुख्यमंत्री के सिहोरा के प्रति ऐसे रवैये को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि सिहोरा ने विधानसभा और लोकसभा में भाजपा को लगातार 18 वर्षो से अपना मत दिया पर भाजपा के लिए सिहोरा केवल एक सुरक्षित क्षेत्र के सिवा कुछ नही है। समिति ने अपने संकल्प को दोहराते हुए घोषणा की कि सरकार को सिहोरा को जिला बनाना ही पड़ेगा, जिला का आंदोलन तेज किया जाएगा और जब तक सिहोरा जिला नही बन जाता आंदोलन जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री से वार्ता के दौरान समिति के अनिल जैन, मानस तिवारी, विकास दुबे, सियोल जैन, अमित बक्शी, सुशील जैन के साथ सिहोरा विधायक नंदनी मरावी, शिशिर पांडे, माधव मिश्रा, सत्य प्रकाश खरे, प्रशांत परौहा, अभिषेक परौहा, राजेश दाहिया, अनुपम सराफ, अंकित तिवारी, नीरज पांडे, प्रवीण कुररिया मौजूद रहे।