मध्य प्रदेश

सीएम राइज स्कूल भवन निर्माण के लिए किया विधायक ने निरीक्षण

ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । प्रदेश के मुख्यमंत्री ने प्रदेश के चुनिंदा स्कूलों के साथ ही नगर के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय को भी सीएम राइज स्कूल योजना में शामिल कर नगर को बड़ी सौगात दी है यह पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। इस सर्व सुविधा युक्त बनने वाले स्कूल भवन के लिए शासन ने करीब 24 करोड़ रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। इस बनने वाले नए स्कूल भवन के लिए स्कूल परिसर के सीमांकन के आदेश हो चुके हैं भव्य भवन यहां पर बने और क्षेत्र के विद्यार्थियों को इसका लाभ मिले इसके लिए आज स्कूल परिसर का निरीक्षण किया गया है।
उत्कृष्ट स्कूल परिसर का निरीक्षण करते समय क्षेत्रीय विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री ठाकुर रामपाल सिंह राजपूत ने उक्त बात कही। उन्होंने बताया कि यहां पर शीघ्र सीएम राइज स्कूल भवन का निर्माण कराया जाना है जिसको लेकर पहले यहां पर सीमांकन कराया जाएगा उसके संबंध में एसडीएम अभिषेक चौरसिया और अन्य अधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।
स्कूल भवन बन जाने का लाभ आने वाले समय में पूरे क्षेत्र के छात्रों को मिलेगा। इस स्कूल में वह तमाम सुविधाएं रहेगी जो प्राइवेट स्कूलों में होती है। जिससे शिक्षा का स्तर और बेहतर बनेगा।
नया भवन में क्लासरूम, कंप्यूटर-साइंस लैब, लाइब्रेरी शामिल होंगी। अधिकारियों के मुताबिक, स्कूल परिसर में छात्रावास का भी प्रस्ताव रखा गया है।
सीमांकन के आदेश से अतिक्रमणकारियों में मचा हड़कंप:- क्षेत्रीय विधायक ने जैसे ही सीएम राइज स्कूल के भवन निर्माण के लिए परिसर का निरीक्षण किया जानकारी लगते ही स्कूल की जमीन पर अतिक्रमण किए हुए कई लोगों में हड़कंप मच गया। वे अभी से अपने अतिक्रमण टूटने को लेकर चिंतित नजर आने लगे हैं बरसों से लोग स्कूल की भूमि पर अतिक्रमण किए हुए हैं कई लोगों ने तो मकान निर्माण भी कर लिए हैं इससे पूर्व भी सीमांकन कर अतिक्रमण हटाने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिए गए थे लेकिन हर बार कोई न कोई अड़ंगा लग जाने से आज तक सीमांकन होकर अतिक्रमण नहीं हटाया जा सका हैं । लेकिन अब सीएम राइज स्कूल का भवन बनने का रास्ता खुल जाने और भवन के निर्माण से पहले सीमांकन के आदेश से लग रहा है कि जो बरसों से लोग स्कूल की भूमि पर अतिक्रमण किए हुए हैं अब उन्हें अपना अतिक्रमण छोड़ना पड़ेगा।
क्योंकि सीएम राइज स्कूल का विशाल भवन निर्माण में अधिक जगह लगेगी, उसके साथ ही लाइब्रेरी छात्रावास और खेल मैदान वगैरा व्यवस्थित तरीके से बनाए जाएंगे जिसके लिए अधिक भूमि की आवश्यकता पड़ेगी।

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