आदिवासी बाहुल्य गांव कोसमघाट में शत प्रतिशत लोगों ने कराया वैक्सीनेशन
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया उमरिया पान।
उमरियापान। वैक्सीनेशन महा अभियान में उत्साह और उमंग के साथ ग्रामीण सहभागिता कर रहे हैं। अपने स्वास्थ्य, परिवार की सुरक्षा और सामाजिक स्वास्थ्य को मद्देनजर रखते हुये जिले में नागरिकों द्वारा कोविड वेक्सीनेशन कराया जा रहा है। शासन-प्रशासन की टीम मुस्तैदी से इस कार्य में जुटी है। जहां जिले के विभिन्न विभागों के लोकसेवक लोगों के घरों तक जा कर उन्हें टीकाकरण के प्रति प्रेरित कर रहे हैं। वहीं जनप्रतिनिधि भी प्रेरक के तौर पर अपनी सक्रिय सहभागिता वेक्सीनेशन महा-अभियान में निभा रहे हैं। इन्ही प्रयासों का सार्थक परिणाम सोमवार को सामने आया। जिले के ढीमरखेड़ा विकासखण्ड की ग्राम पंचायत अतरसूमा के आदिवासी बाहुल्य ग्राम कोसमघाट में शत-प्रतिशत वेक्सीनेशन का कार्य पूरा हो चुका है। लोकसेवकों एवं जनप्रतिनिधियों की समझाईश कोसमघाट ग्राम में काम आई। सबने मिलकर ग्रामवासियों को कोरोना के टीके के फायदे बताये। उनकी मन की भ्रांतियों को दूर किया। तब कहीं जाकर कोसमघाट जिले का पहला आदिवासी बाहुल्य पहला ऐसा गांव बना है, जहां पर शत्-प्रतिशत कोविड-19 का टीकाकरण हो चुका है। नायब तहसीलदार सुनीता मिश्रा ने बताया ग्राम पंचायत अतरसूमा तहसील ढीमरखेड़ा वृत्त सिलोंड़ी का आदिवासी बाहुल्य ग्राम कोसमघाट है। जिसकी जनसंख्या 216 है। इस ग्राम में 18 वर्ष से अधिक आयु के 132 लोग हैं। इनमें से दो लोगों की मृत्यु हो चुकी है, एवं 8 लोग रोजगार के संबंध में गांव से बाहर रहते हैं। शेष सभी 122 लोगों को कोरोना वेक्सीनेशन महा-अभियान के तहत मोबाईल वेक्सीनेशन के माध्यम से टीकाकरण कराया गया है। गांव कोसमघाट में इस तरह 18 एवं उससे अधिक आयुवर्ग के सभी शत्-प्रतिशत लोगों को वेक्सीनेशन हो चुका है।
एसडीएम ढीमरखेड़ा सपना त्रिपाठी ने कहा कि आज कोसमघाट ग्राम में शत्-प्रतिशत वेक्सीनेश हो चुका है। यह आदिवासी बाहुल्य ग्राम है, जो अतरसूमा ग्राम पंचायत में आता है। वेक्सीनेशन कार्य में जुटी पूरी टीम और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ही शत्-प्रतिशत टीकाकरण संभव हो सका है। इसके लिये पूरी टीम को एसडीएम ने धन्यवाद ज्ञापित किया है। साथ ही ग्रामवासियों के सहयोग के लिये भी उनका आभार व्यक्त किया है। उन्होने कहा कि सभी के समन्वित प्रयासों से शत्-प्रतिशत वेक्सीनेशन कराने में सफलता मिली है। वैक्सीनेशन महाअभियान में कोसमघाट में टीकाकरण कराने की कार्ययोजना पर अपने अनुभव साझा करते हुये नायब तहसीलदार सुनीता मिश्रा ने बताया कि कोसमघाट ढीमरखेड़ा विकासखण्ड का जनजातीय बाहुल्य ग्राम है, जो कि अतरसूमा ग्राम पंचायत में आता है। इस ग्राम में कोरोना के टीके को लेकर भ्रम की स्थिति थी। इस आदिवासी बाहुल्य ग्राम में जनप्रतिनिधि सहित हमारी पूरी टीम ने पूरी मेहनत और लगन के साथ जुटकर कार्य किया। लोगों को भ्रमों का दूर करने और जनजागरुकता की गतिविधियां आयोजित की गईं। उसी का आज परिणाम है कि इस ग्राम में आज शत्-प्रतिशत वेक्सीनेशन का कार्य पूरा हो सका है। इसके लिये उन्होंने ग्रामस्तर तक की इस कार्य में जुटी पूरी टीम को धन्यवाद दिया। वहीं कोसमघाट में टीकाकरण को मह-अभियान बनाने में स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं प्रेरक प्रशांत राय की महती भूमिका रही। प्रशांत बताते हैं कि हमने सतत् रुप से अपने क्षेत्र के आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में वेक्सीनेशन को लेकर विशेष प्लानिंग बनाकर वहां शत्-प्रतिशत वेक्सीेनेशन के लिये प्रयास किया। इसके लिये हम लगातार प्रशासनिक अधिकारियों के संपर्क में रहे और तैयार की गई कार्ययोजना के अनुसार अपना कार्य प्रारंभ किया। इस दौरान इन क्षेत्रों में टीके को लेकर काफी भ्रांतियां लोगों में व्याप्त रहीं। इन भ्रांतियों को दूर करने का कार्य समन्वय के साथ किया गया। वैक्सीन की उपलब्धता और टीम के सहयोग से ही यह कार्य आज आदिवासी बाहुल्य ग्राम कोसमघाट में पूर्ण हो सका।