नर्मदा नदी में गिरी 65 वर्षीय वृद्धा 18 घंटे तक 58 किलोमीटर बही, मौत को नजदीक नही आने दिया
ब्यूरो चीफ : राजेश रजक
रायसेन । कहते है कि “जाको राखे सांइया, मार सके नो कोई ” बाल न बाको कर सके, जो जग बैरी होय । ऐसा ही चमत्कार नवरात्रि में मां नर्मदा ने कर दिखाया है । सुनकर भी आश्चर्य होता है । नर्मदा नदी में गिरी 65 वर्षीय वृद्धा 18 घंटे तक 58 किलोमीटर वही, लेकिन मौत को नजदीक नही आने दिया । मां नर्मदा की गोद मे रातभर बहती रही । रायसेन से स्पेशल रिपोर्ट।
रायसेन जिले के उदयपुरा तहसील के ग्राम बोरास के नर्मदाघाट धरमपुरा पर स्न्नान कर रहे लोगो ने बहती हुई वृद्धा को पकड़ा और तत्काल इलाज के लिए उदयपुरा अस्पताल भेजा । कौन थी यह वृद्ध महिला और कहा से आई, जब महिला ने बताया तो लोगो को आश्चर्य हुआ तो माँ की शक्ति की जय जयकार करने लगे । क्या है पूरी कहानी पुलिस और वृद्ध महिला ने बताई ।
सागर जिले के सुरखी के ग्राम हनोताकला की 65 वर्ष से अधिक उम्र के महिला सुहागरानी 2 अक्टूबर दिन रविवार को शाम 6-7 बजे नरसिंहपुर जिले के नर्मदाघाट वरमान में पानी भर रही थी सीढ़ियों से पेर स्लिप होने के बाद तेज धार में बहने लगी । रात्रि में बहते हुए एक नोका वाले को आवाज दी लेकिन वह डरकर भाग गया । महिला रात भर सिर ऊपर कर बहती रही । कभी एक हाथ से तैरती तो कभी दूसरे हाथ से तैरती रही । वृद्ध महिला का सहारा मां नर्मदा बनी रही और 58 किलोमीटर बहने के बाद रायसेन जिले के उदयपुरा तहसील के ग्राम बौरास के धरमपुरा घाट में बहते देख लोगो ने महिला को पकड़कर ऊपर लाये और महिला से पूछताछ कर तत्काल इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा जहा इलाज के बाद महिला पूर्ण स्वस्थ्य हो गई । पुलिस ने महिला से पूछताछ कर संपर्क कर परिजनों को बुलाया, महिला का पति और बेटा और बेटियां भी आई । पुलिस ने इसे नर्मदा का चमत्कार माना और बुजुर्ग महिला को परिजनों के साथ भेज दिया ।