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एकाएक मंडी में बड़ी गेहूं की आवक दाम कम मिलने से किसानों में आक्रोश

ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । कृषि उपज मंडी समिति प्रांगण में आज किसानों की भारी भीड़ रही मोटे अनुमान के अनुसार करीब 400 ट्राली गेहूं बिकने के लिए आया है। लेकिन बेमौसम बारिश होने के कारण गेहूं खराब होने से उसकी चमक खत्म हो गई । जिसके कारण आज मंडी में गल्ला व्यापारियों द्वारा गेहूं की नीलामी में न्यूनतम 18 सौ से लेकर अधिकतम 19 सौ रुपए प्रति क्विटल से अधिक नहीं हो सकी ।
जिसके कारण किसानों में मायूसी छाई हुई है। गेहूं बेचने के लिए आए किसानों में सौरभ शर्मा, राजीव शर्मा, हेमराज महुआखेड़ा, माधव सिंह परसोरा, राजवीर फतेहपुर, राजू पटेल, महेंद्र पटेल हप्सीली इत्यादि अनेक किसानों ने बताया कि आज व्यापारियों द्वारा एकमत होने से गेहूं का दाम ₹19 सौ रुपए प्रति क्विंटल से अधिक नहीं गया। जबकि आज करीब 10 हजार क्विंटल गेहूं नीलामी में बिकने की जानकारी मिली है ।
कृषि मंडी सूत्रों के अनुसार बारिश से चमक खो चुके चमकविहीन गेहूं का दाम ₹19 सौ प्रति क्विंटल की दर से नीलामी में करीब 10 हजार क्विंटल के करीब गेहूं व्यापारियों द्वारा खरीदा गया है । इसके अतिरिक्त चना एवं मसूर करीब 2 हजार क्विंटल नीलामी में बिका है।
आज कृषि उपज मंडी में किसानों को अपनी उपज का सही दाम नहीं मिलने के कारण किसानों में आक्रोश देखा गया। उनका आरोप है कि व्यापारियों की आपस में सांठगांठ चल रही है । इसलिए आज नीलामी के दौरान व्यापारियों ने गेहूं का दाम अट्ठारह सौ से लेकर उन्नीस सौ रुपए प्रति क्विंटल से अधिक नहीं बोला। जब बोली इससे अधिक ऊपर नहीं गई तो मजबूरी में किसानों ने गेहूं बेचा है क्योंकि देनदारियों और अन्य जरूरतों के लिए उन्हें पैसों की जरूरत है। इसलिए आनन-फानन में गेहूं सरकारी खरीदी केंद्रों पर ना बेच कर सीधा मंडी में व्यापारियों को बेचा है। आज शाम होते-होते मंडी में ट्रैक्टर ट्राली की भीड़ अधिक होने के कारण जगह-जगह जाम की स्थिति देखी गई। बमुश्किल जो किसान अपनी-अपनी ट्राली नीलामी प्लेटफार्म पर लगाने में सफल हो गए उनके माल की नीलामी हो सकी लेकिन जो किसान रह गए वह मंडी प्रांगण में ही रुक गए हैं। उन किसानों का कहना है कि आने जाने में हजारों रुपए का डीजल खर्च होगा ।इसीलिए कल नीलामी में भाग लेने के लिए वह रुक गए हैं ।प्रतिदिन गेहूं एवं चना मसूर की आवक बढ़ने से मंडी प्रांगण में इस समय अफरा-तफरी का माहौल है। बमुश्किल किसान नीलामी में भाग ले पा रहे हैं । ऐसा प्रतीत होता है कि किसानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कृषि उपज मंडी प्रांगण में जगह कम पड़ने लगी है।
कृषि उपज मंडी समिति सचिव अभय पाल सिंह बिलोदिया ने बताया कि जो भी किसान अपनी उपज लेकर नीलामी में भाग लेने आ रहे हैं ।उनकी व्यवस्था बनाकर उनके माल की नीलामी कराई जा रही है ताकि उनकी समय पर नीलामी होकर व्यापारियों से नगद भुगतान कराया जा सके ।

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