मध्य प्रदेशहेल्थ

3 मई से अस्पताल में नहीं मिलेगा इलाज: डॉक्टरों ने दी हड़ताल की चेतावनी

सोमवार को काली पट्टी बांधकर दी सेवाएं
संविदा स्वास्थ्यकर्मी भी हड़ताल पर

ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद,
बेगमगंज । 3 मई से तहसील में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। सिविल अस्पताल सहित सुल्तानगंज आदि के डॉक्टर्स अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 3 मई से हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। लामबंद डॉक्टर्स ने सोमवार को अपने बाजू पर काली पट्टी बांधकर सेवाएं दी। जिसमें 2 मई को 2 घंटे 11 से दोपहर एक बजे तक ओपीडी बंद रखकर आंदोलन किया जाएगा। और 3 मई को हड़ताल पर जाने की जानकारी दी। इसकी बाकायदा जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दे दी गई है।
डॉ बीएस शिल्पी ने बताया कि प्रशासनिक दखलअंदाजी पर अंकुश, पुरानी पेंशन बहाली, सातवां वेतन आयोग जैसे अन्य मुद्दों पर मुखर डॉक्टरों की मांगें अभी तक पूरी नहीं हुई हैं। ऐसे में मजबूरन उन्हें 3 मई से हड़ताल पर जाना होगा। उससे पहले सरकार को अपना दर्द बताते हुए 18 अप्रैल हर दिन स्मरण दिवस डॉक्टर मना रहे हैं। यहां अस्पतालों की ओपीडी और निजी प्रैक्टिस के दौरान आने वाले मरीजों को पर्चे पर दवा के साथ-साथ अपना दर्द भी बयां कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार डॉक्टरों की हड़ताल में उनका साथ नर्सिंग स्टाफ भी देगा। ऐसे में पहले से ही हड़ताल पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों एवं अब डॉक्टर्स के हड़ताल पर जाने से स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बिगडऩा तय है। इसके पूर्व 2 मई तक स्मरण दिवस मनाया जाएगा। चिकित्सा अधिकारी संघ के अनुसार सीएम द्वारा गठित उच्च स्तरीय समिति के प्रतिवेदन के आदेश निकालने में शासन के अधिकारियों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। इसी वजह से संघ ने फिर से आंदोलन करने का निर्णय लिया है।
इसके पूर्व 17 फरवरी 2023 मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के आश्वासन पर डॉक्टरों ने आंदोलन स्थगित कर दिया था और उसी दिन निर्मित उच्च स्तरीय समिति को एक महीने में अपना प्रतिवेदन मुख्यमंत्री को देना था। तत्पश्चात उच्च स्तरीय समिति के प्रतिवेदन पर त्वरित शासन के आदेश निकालने की बात पर डॉक्टरों ने आंदोलन स्थगित किया था, लेकिन दो महीने बीत जाने के बाद भी कोई आदेश नहीं निकाले गए हैं। इसलिए महासंघ सरकार को अपना वादा याद दिलाने के लिए आंदोलन की राह पर चल पड़ा है।

Related Articles

Back to top button