ज्योतिष

Aaj ka Panchang आज का पंचांग गुरुवार, 29 जून 2023

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
गुरुवार 29 जून 2023

🐚 आप सभी देशवासियों को देवशयनी एकादशी व्रत व वैष्णव चातुर्मास के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं।।
मंगल श्री विष्णु मंत्र :-
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥
☄️ दिन (वार) – गुरुवार के दिन तेल का मर्दन करने से धनहानि होती है । (मुहूर्तगणपति)
गुरुवार के दिन धोबी को वस्त्र धुलने या प्रेस करने नहीं देना चाहिए।
गुरुवार को ना तो सर धोना चाहिए, ना शरीर में साबुन लगा कर नहाना चाहिए और ना ही कपडे धोने चाहिए ऐसा करने से घर से लक्ष्मी रुष्ट होकर चली जाती है ।
गुरुवार को पीतल के बर्तन में चने की दाल, हल्दी, गुड़ डालकर केले के पेड़ पर चढ़ाकर दीपक अथवा धूप जलाएं ।
इससे बृहस्पति देव प्रसन्न होते है, दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है ।
यदि गुरुवार को स्त्रियां हल्दी वाला उबटन शरीर में लगाएं तो उनके दांपत्य जीवन में प्यार बढ़ता है।और कुंवारी लड़कियां / लड़के यह करें तो उन्हें योग्य, मनचाहा जीवन साथी मिलता है।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन
🌐 संवत्सर नाम अनला
🔯 शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत् 5124
🕉️ संवत्सर (उत्तर) पिंगल
☣️ आयन – उत्तरायण
☀️ ऋतु – सौर ग्रीष्म ऋतु
🌤️ मास – आषाढ़ मास
🌖 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथि : आषाढ़ मास शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि 02:42 AM तक उपरांत द्वादशी
✏️ तिथि स्वामी – एकादशी के देवता हैं विश्वेदेवगणों और विष्णु। इस तिथि को विश्वेदेवों पूजा करने से संतान प्राप्ति होती है।
💫 नक्षत्र – नक्षत्र स्वाति 04:30 PM तक उपरांत विशाखा
🪐 नक्षत्र स्वामी : स्वाति नक्षत्र के देवता पवन देव हैं। यह पृ- थ्वी का उत्तरी ध्रुव है।
🔔 योग : सिद्ध योग 03:43 AM तक, उसके बाद साध्य योग
प्रथम करण : वणिज – 03:06 पी एम तक
द्वितीय करण : विष्टि – 02:42 ए एम, जून 30 तक
🔥 गुलिक कालः- गुरुवार का (शुभ गुलिक) 03:33:00 से 05:08:00 तक
⚜️ दिशाशूल – बृहस्पतिवार को दक्षिण दिशा एवं अग्निकोण का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से सरसो के दाने या जीरा खाकर जाएँ ।
🤖 राहुकाल – दिन – 1:30 से 3:00 तक राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 05:13ɉ:00 A.M
🌅 सूर्यास्तः- सायं 06:47:00 P.M
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:06 ए एम से 04:46 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 04:26 ए एम से 05:26 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 11:57 ए एम से 12:52 पी एम
🔯 विजय मुहूर्त : 02:44 पी एम से 03:40 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 07:22 पी एम से 07:42 पी एम
🌃 सायाह्न सन्ध्या : 07:23 पी एम से 08:23 पी एम
💧 अमृत काल : 07:31 ए एम से 09:09 ए एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 12:05 ए एम, जून 30 से 12:45 ए एम, जून 30
❄️ रवि योग : 05:26 ए एम से 04:30 पी एम
🚓 यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
👉🏽 आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-किसी विप्र को स्वर्ण भेंट करें।
🌳 वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – देवशयनी एकादशी व्रत (वैष्णव/स्मार्त)/ वैष्णव चातुर्मास प्रारंभ/ बकरीद/ पंढरपुर यात्रा/ रविनारायण एकादशी (उड़ीसा)/ अमर शहीद क्रांतिकारी राजेन्द्रनाथ लाहिड़ी जयंती, भारतीय मूर्तिकार के.जी. सुब्रह्मण्यम स्मृति दिवस, स्वतंत्रता सेनानी,सरदार बलदेव सिंह पुण्य तिथि, उष्णकटिबंधीय का अंतर्राष्ट्रीय दिवस, तिलिस्मी लेखक देवकीनन्दन खत्री जन्म दिवस, राष्ट्रीय सांख्यिकीय दिवस ( का जन्म दिवस), उष्णकटिबंधीय का अंतर्राष्ट्रीय दिवस, सेशेल्स स्वतंत्रता दिवस
✍🏼 विशेष – एकादशी तिथि को चावल एवं दाल नहीं खाना चाहिये तथा द्वादशी को मसूर नहीं खाना चाहिये। यह इस तिथि में त्याज्य बताया गया है। एकादशी को चावल न खाने अथवा रोटी खाने से व्रत का आधा फल सहज ही प्राप्त हो जाता है। एकादशी तिथि एक आनन्द प्रदायिनी और शुभफलदायिनी तिथि मानी जाती है। एकादशी को सूर्योदय से पहले स्नान के जल में आँवला या आँवले का रस डालकर स्नान करना चाहिये। इससे पुण्यों कि वृद्धि, पापों का क्षय एवं भगवान नारायण के कृपा कि प्राप्ति होती है।
🏯 Vastu Tips
वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे पश्चिम दिशा और दक्षिण दिशा में दुकान के प्रवेश द्वार के बारे में। प्रवेश द्वार के लिए इन दोनों में से किसी भी दिशा का चयन करना आपके और आपके बिजनेस के लिए अच्छा नहीं है। यदि आप पश्चिम दिशा में प्रवेश द्वार बनवाते हैं तो आपका बिजनेस हमेशा गड़बड़ ही रहेगा। कभी ठीक चलेगा तो कभी बिल्कुल खराब, कभी मंदी रहेगी तो कभी तेजी।
इसके अलावा यदि आप दक्षिण दिशा का चुनाव करते हैं तो यह आपके बिजनेस के लिए और भी बेकार है. आपका बिजनेस बिल्कुल चींटी की तरह रेंग-रेंग कर आगे बढ़ेगा और आपको पैसों की तंगी बनी रहेगी। लेकिन यहां एक बात ध्यान देने की है कि- अगर आप इन दिशाओं का चुनाव खाद्य पदार्थों और मनोरंजन सेवाओं की दुकान के लिए करते हैं तो ये दोनों ही दिशाएं अच्छी मानी जाती हैं।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, दिशाओं में पूर्व व उत्तर दिशा को शुभ दिशाएं माना जाता है। यदि आपकी दुकान पूर्वमुखी है, यानि की आपकी दुकान का प्रवेश द्वार पूर्व दिशा में है तो यह आपके व्यवसाय के लिए बहुत ही अच्छा और लाभ देने वाला होता है। इसके अलावा यदि दुकान की उत्तर दिशा में प्रवेश द्वार हो तो इससे आपकी दुकान के धन-धान्य में बढ़ोतरी होगी और आपकी दुकान का और आपका नाम पूरे मार्केट में चमकेगा और आपकी प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
♻️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
लोग बैठकर पैर क्यों हिलाते हैं
बैठकर पैर हिलाने की आदत आजकल कई लोगों में देखने को मिलती है। एक्सपर्ट के मुताबिक, कुछ लोगों में ज्यादा एनर्जी होती है और वह जब उस एनर्जी का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं तो वह बैठे हुए पैर हिलाने लगते हैं।
कुछ लोगों में पैर हिलाने की आदत तब देखी गई है जब वह बिल्कुल फ्री होते हैं और उनके पास करने के लिए कोई भी काम नहीं होता है। अगर आप भी ऐसे में पैर हिलाते हैं तो खुद को बिजी रखने के तरीके ढूंढ लीजिए।
कई बार लोग मीटिंग में बैठकर या फिर स्कूल में लैक्चर के दौरान भी पैर हिलाते हैं। दरअसल, जब वह इंसान मीटिंग या क्लास में बोर हो रहा होता है तो पैर हिलाने लगता है। ये आदत खराब है, इसे तुरंत बंद कर देना चाहिए।
पैर हिलाने की आदत उन लोगों में भी देखी गई है जो किसी तरह के तनाव या अवसाद में होते हैं। ऐसे लोगों को डॉक्टर के संपर्क करना चाहिए।
कुछ लोग रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम के शिकार हो जाते हैं, जिसमें वह अपने पैर हिलाने लगते हैं। ऐसे लोगों को अपना इलाज करवाना चाहिए।
🍃 आरोग्य संजीवनी ☘️
उठक बैठक लगाने के फायदे

  1. वेट लॉस में मददगार अगर आप अपना वेट लॉस करना चाहते हैं तो दिनभर में 30 बार उठक-बैठक लगाएं। ये करना, आपकी सेहत के लिए कारगर तरीके से काम करेगा। ये आपके पेट में जमा चर्बी पर एक प्रकार का प्रेशर क्रिएट करेगा और तेजी से पूरे शरीर में जमा चर्बी पिघलाने का काम करेगा।
  2. पैरों की हड्डियों को मिलती है मजबूती उठक बैठक करने से आपके पैरों की हड्डियों को मजबूती मिलती है। होता ये है कि आप जब इसे करते हैं तो हड्डियों का व्यापक इस्तेमाल होता है और शरीर के तमाम अंग में इसमें लग जाते हैं। इससे ज्वाइंट्स का कामकाज बेहतर होता है और आपके पैरों की हड्डियों को मजबूती मिलती है।
  3. मांसपेशियों के लिए मददगार मांसपेशियों की सेहत बनाने में उठत-बैठक लगाना फायदेमंद हो सकता है। ये सिर्फ एक नहीं, सभी मांसपेशियों के लिए मददगार है। आपको बस करना ये है कि रोजाना इसे अपने एक्सरसाइज रूटीन में शामिल करें। ये आपके शरीर की तमाम गतिविधियों को बेहतर बनाने के साथ ब्लड सर्कुलेशन को तेज करेगा। जिससे आपका पूरा शरीर स्वस्थ रहेगा।
    📖 गुरु भक्ति योग 🕯️
    आचार्य श्री गोपी राम ने अपने शास्त्रों में बताया है कि इंसान इन अवगुणों के कारण बर्बाद हो जाता है।
    घमंड कहते हैं कि व्‍यक्ति को कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए। इससे दिमाग खराब हो जाता है। वह आपने समझ-बूझ का सही उपयोग नहीं कर पाता है। साथ ही हमारा कहना हैं कि ये सारी चीजें उसकी जिंदगी में तनाव का कारण बनती हैं। घमंड में व्यक्ति को पतन के रास्ते पर ले जाता है। घमंडी इंसान खुद को सर्वोपरि समझता है। घमंडी इंसान को सिर्फ यही लगता है दूनिया में वो ही सबसे अच्छा है। साथ ही कहा गया है कि घमंड का भाव आ जाता है तो इंसान की बुद्धि भ्रष्ट हो जाती है। घमंड में चूर व्यक्ति सही गलत का अंदाजा नहीं लगा पाता उसे सिर्फ वो ही सही नजर आता है। साथ ही घमंडी लोगों के साथ कोई रहना पसंद नहीं करता।
    लोभ कहते हैं कि लालच व्‍यक्ति से ऐसे गलत काम करा लेता है जो कभी सोचा भी नहीं होगा। लालच में आकर इंसान कुछ भी कर सकता है इसलिए इंसान को कभी लालच नहीं करना चाहिए। लालच व्‍यक्ति को चैन से नहीं जीने देता है। साथ ही हम कहते हैं कि लालच व्यक्ति की बुद्धि का विकास रोक देता है। साथ ही किसी चीज को पाने का मोह उसे इतना अधिक लालची बना देता है कि उसके सोचने की क्षमता क्षीर्ण हो जाती है। लालच का त्याग करने में ही भलाई है वरना सफलता कभी नहीं मिलेगी।
    गुस्सा आचार्य श्री गोपी राम कहते हैं इंसान थोड़े देर के गुस्से में सब चीज बर्बाद कर देता है। जो व्‍यक्ति अक्‍सर गुस्‍से में रहता है, उसे तनाव होता ही है। साथ ही गुस्‍सैल व्‍यक्ति के साथ कोई रहना भी नहीं चाहता है। उसकी बुद्धि के साथ शरीर का भी नाश हो जाता है।
    ●●●●●★᭄ॐ नमः श्री हरि नम: ★᭄●●●●●
    ⚜️ एकादशी तिथि के देवता विश्वदेव होते हैं। नन्दा नाम से विख्यात यह तिथि शुक्ल पक्ष में शुभ तथा कृष्ण पक्ष में अशुभ फलदायिनी मानी जाती है। एकादशी तिथि एक आनंद प्रदायिनी और शुभ फलदायी तिथि मानी जाती है। इसलिये आज दक्षिणावर्ती शंख के जल से भगवान नारायण का पुरुषसूक्त से अभिषेक करने से माँ लक्ष्मी प्रशन्न होती है एवं नारायण कि भी पूर्ण कृपा प्राप्त होती है।
    एकादशी तिथि को जिस व्यक्ति का जन्म होता है वो धार्मिक तथा सौभाग्यशाली होता है। मन, बुद्धि और हृदय से ऐसे लोग पवित्र होते हैं। इनकी बुद्धि तीक्ष्ण होती और लोगों में बुद्धिमानी के लिए जाने जाते है। इनकी संतान गुणवान और अच्छे संस्कारों वाली होती है, इन्हें अपने बच्चों से सुख एवं सहयोग भी प्राप्त होता है। समाज के प्रतिष्ठित लोगों से इन्हें मान सम्मान मिलता है।

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