ज्योतिष

आज का पंचाग शुक्रवार 09 सितम्बर 2022

 

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501

🧾 *_आज का पंचाग_* 🧾
*_शुक्रवार  09 सितम्बर 2022_*
*_ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥_*
👣 *_09 सितम्बर 2022 दिन शुक्रवार को भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। जिसे अनन्त चतुर्दशी के नाम से जाना जाता है। अर्थात आज अनन्त चतुर्दशी का पावन व्रत है। आज नमक रहित अर्थात बिना नमक के भोजन करना चाहिये। आज गणपति विसर्जन किया जाता है। आज ओणम व्रत का तीसरा दिन है, जो दक्षिण भारत का मुख्य व्रत है। आज उड़ीसा में इन्द्र+गोविन्द पुजा एवं प्रदोष के रूप में मनाया जाता है। आप सभी सनातनियों को अनन्त चतुर्दशी व्रत की हार्दिक शुभकामनायें।।_*

🌌 *_दिन (वार) – शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख से भगवान विष्णु पर जल चढ़ाकर उन्हें पीले चन्दन अथवा केसर का तिलक करें। इस उपाय में मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।_*
*_शुक्रवार के दिन नियम पूर्वक धन लाभ के लिए लक्ष्मी माँ को अत्यंत प्रिय “श्री सूक्त”, “महालक्ष्मी अष्टकम” एवं समस्त संकटो को दूर करने के लिए “माँ दुर्गा के 32 चमत्कारी नमो का पाठ” अवश्य ही करें ।_*
*_शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी को हलवे या खीर का भोग लगाना चाहिए ।_*
*_शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह की आराधना करने से जीवन में समस्त सुख, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है, दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है बड़ा भवन, विदेश यात्रा के योग बनते है।_*
🔮 *_शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022_*
🌐 *_संवत्सर नाम-राक्षस_*
✡️ *_शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर)_*
☸️ *_काली सम्वत 5123_*
☣️ *_अयन- दक्षिणायन_*
🌦️ *_ऋतु – सौर शरद ऋतु_*
🌤️ *_मास – भाद्रपद मास_*
🌖 *_पक्ष – शुक्ल पक्ष_*
📆 *_तिथिः- चतुर्दशी तिथि 18:00:00 तक तदोपरान्त पूर्णिमा तिथि_*
✏️ *_तिथि स्वामीः- चतुर्दशी तिथि के स्वामी शिव जी हैं तथा पूर्णिमा तिथि के स्वामी चन्द्र देव हैं।_*
💫 *_नक्षत्रः- घनिष्ठा नक्षत्र 09:36:00 तक तदोपरान्त हस्त नक्षत्र_*
🪐 *_नक्षत्र स्वामीः- घनिष्ठा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव हैं तथा चन्द्र नक्षत्र के स्वामी केतु देव हैं।_*
📢 *_योगः- सुकर्म 18:10:00 तक तदोपरान्त हर्षण_*
⚡ *_प्रथम करण : गर – 07:33 ए एम तक वणिज – 06:07 पी एम तक_*
✨ *_द्वितीय करण: विष्टि – 04:45 ए एम, सितम्बर 10 तक बव_*
🔥 *_गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 07:36:00 A.M से 09:10:00 AM तक_*
⚜️ *_दिशाशूलः- शुक्रवार को पश्चिम दिशा में यात्रा नहीं करना चाहिए तथा ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दही खा कर निकलें।_*
🤖 *_राहुकालः- आज का राहु काल 10:44:00 से 12:18:00 तक राहू काल में शुभ कार्य करना वर्जित माना गया हैं।_*
🌞 *_सूर्योदय – प्रातः 05:37:08_*
🌅 *_सूर्यास्त – सायं 18:01:15_*
👸🏻 *_ब्रह्म मुहूर्त : 04:31 ए एम से 05:17 ए एम_*
🌆 *_प्रातः सन्ध्या : 04:54 ए एम से 06:03 ए एम_*
🌟 *_अभिजित मुहूर्त : 11:53 ए एम से 12:43 पी एम_*
✡️ *_विजय मुहूर्त : 02:23 पी एम से 03:13 पी एम_*
🐃 *_गोधूलि मुहूर्त : 06:21 पी एम से 06:45 पी एम_*
🏙️ *_सायाह्न सन्ध्या : 06:34 पी एम से 07:43 पी एम_*
💧 *_अमृत काल : 03:00 ए एम, सितम्बर 10 से 04:28 ए एम, सितम्बर 10_*
🗣️ *_निशिता मुहूर्त : 11:55 पी एम से 12:41 ए एम, सितम्बर 10_*
❄️ *_रवि योग : 06:03 ए एम से 11:35 ए एम_*
☄️ *_सुकर्मा योग  –  आज शाम 6 बजकर 12 मिनट तक_*
💥 *_धनिष्ठा नक्षत्र – आज दोपहर पहले 11 बजकर 35 मिनट तक_*
🌍 *_प्रथ्वी लोक की भद्रा – आज शाम 6 बजकर 7 मिनट से कल भोर 4 बजकर 48 मिनट तक_*
🚓 *_यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।_*
👉🏼 *_आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।_*
🤷🏻‍♀️ *_आज का उपाय-अनंत का पूजन कर अनंत धारण करें।_*
🪵 *_वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।_*
⚛️ *_पर्व एवं त्यौहार – अनन्त चतुर्दशी व्रत, कदली व्रत पूजन, रम्भा रोपण, श्री सत्यनारायण व्रत, दशलक्षण, कर्मनिर्जरा व अनन्त व्रत पूर्ण, भगवान श्री वासुपूज्य जी मोक्ष कल्याणक,  श्री जोगेन्द्र नॉथ हाझरिका जयन्ती,  हुतात्मा शिरीषकुमार मेहता समृति दिवस, श्री सदाशिव त्रिपाठी स्मृति दिवस, श्री भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जयन्ती, हिमालय दिवस, पंचक जारी_*
✍🏽 *_विशेष – चतुर्दशी तिथि को शहद त्याज्य होता है। चतुर्दशी तिथि को एक क्रूरा तिथि मानी जाती है। इतना ही नहीं चतुर्दशी तिथि को उग्रा तिथि भी माना जाता है। यह चतुर्दशी तिथि रिक्ता नाम से विख्यात मानी जाती है। यह चतुर्दशी तिथि शुक्ल पक्ष में शुभ और कृष्ण पक्ष में अशुभ फलदायिनी मानी जाती है। इस चतुर्दशी तिथि के देवता भगवान शिवजी हैं।_*
🏘️ *_Vastu tips_* 🛕
*_हर कोई अपने दिन को सुखद बनाना चाहता है इसके लिए वह प्रयास भी करता है मगर वास्तु और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दिन की अच्छी शुरुआत से व्यक्ति के सभी काम दिनभर सफल और सही होते हैं लेकिन सुबह के वक्त जाने अनजाने में हम कई ऐसी गलतियां कर देते हैं जो काम और सेहत पर बुरा प्रभाव डालती है_*
*_कुछ ऐसे कार्यों का जिक्र ज्योतिष और वास्तु में भी किया गया है जिसे सुबह उठने के बाद नहीं करना चाहिए वरना सौभाग्य दुर्भाग्य में बदलते देर नहीं लगती है जिसकी वजह से व्यक्ति को दिनभर समस्याओं का सामना करना पड़ता है और उसके काम भी सफल नहीं होते है तो आज हम आपको अपने इस लेख दवारा उन्हीं कार्यों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें भूलकर भी सुबह के वक्त नहीं करना चाहिए तो आइए जानते हैं।_*
*_सुबह के समय न करें ये काम- ज्योतिष और वास्तु अनुसार सुबह उठते ही सबसे पहले आइना नहीं देखना चाहिए ऐसा करना अशुभ माना जाता है इसकी जगह आप सुबह उठते ही भगवान के दर्शन कर सकते हैं ऐसा करने से आपके दिन की शुरुआत अच्छी होती है। माना जाता है कि सुबह के समय बंद घड़ी भूलकर भी नहीं देखनी चाहिए ऐसा करने से विवाद की स्थिति पैदा होती है और काम काज में भी बाधाएं उत्पन्न होती है। वही सुबह उठते ही जूठे बर्तन को देखना भी अच्छा नहीं माना जाता है ऐसा करने से शरीर में सकारात्मक संचार होना कम हो जाता है और घर में दरिद्रता का भी वास होता है।_*
*_सुबह उठते ही पहली नजर अपनी या और किसी की परछाई का पड़ना भी अच्छा नहीं माना गया है ऐसा होना व्यक्ति में तनाव और भय को उत्पन्न करती है वही पूरे दिन काम काज में मुश्किलों का सामना भी व्यक्ति को करना पड़ता है और एकाग्रता भी बाधित होती है। सुबह के समय हिंसक जानवर या पुश की तस्वीर देखना भी अच्छा नहीं माना जाता है ऐसा करने से घर व कार्य स्थल पर विवाद की स्थिति हो सकती है और नकारात्मकता आप पर हावी हो सकती है इनकी जगह आप गाय या फिर शुभ पशुओं की तस्वीर देख सकते हैं इन्हें शुभ माना जाता है और ये सकारात्मकता का संचार भी करती है।_*
  ♻️ *_जीवनोपयोगी कुंजियां_* ⚜️
*_सूखी आंखें: सूखी आंखें आपकी आंखों में पानी की कमी की स्थिति को संदर्भित करती हैं या यह उस स्थिति को संदर्भित करती है जिसमें किसी व्यक्ति के पास आंखों को लुब्रिकेट करने और पोषण करने के लिए पर्याप्त गुणवत्ता वाले आंसू नहीं होते हैं, यह एक आम और अक्सर पुरानी समस्या है, विशेष रूप से पुराने वयस्कों। पुरानी सूखी आंख में जलन, खुजली या चुभने वाली आंखें, रुक-रुक कर दृष्टि का धुंधलापन और विरोधाभासी रूप से पानी वाली आंखें होती हैं। अपनी आंखों को बार-बार धोएं जो आपको सूखी आंखों से निपटने में मदद करती हैं।_*
*_गुलाब जल: गुलाब जल का उपयोग आंखों की विभिन्न समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और हाइड्रेटिंग गुण होते हैं जो सूखी और सूजन वाली आंखों की स्थिति में सुधार कर सकते हैं। गुलाब जल को एक प्रभावी आईवॉश के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। दो रुई के गोले को गुलाब जल में भिगोकर अपनी आंखों पर रखें। उन्हें 15 से 20 मिनट के लिए छोड़ दें और फिर हटा दें। वैकल्पिक रूप से, कोई भी गुलाब जल का उपयोग आई ड्रॉप के रूप में कर सकता है।_*
☕ *_आरोग्य संजीवनी_* 🫀
*_दिल की बीमारी से कैसे बचें_*
*_खाने में सरसों तेल का नियमित इस्तेमाल स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है इसमें आवश्यक फैटी एसिड अनुपात से दिल की बीमारी के जोखिम को 70 प्रतिशत कम किया जा सकता है ।_*
*_दिल की बीमारी,से बचने के लिए नित्य कच्चा लहसुन खाएं | शोध के अनुसार कच्चा लहसुन रोज सुबह खाली पेट छील कर खाने से खून का संचार ठीक रहता है और दिल को मजबूत बनाता है, इससे कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है।_*
*_सेब का जूस और आंवले का मुरब्बा खाने से दिल बेहतर ढंग से काम करता है, यह दिल की बीमारी का अचूक उपाय है।_*
*_दिल की बीमारी में शहद बहुत ही लाभदायक है | शहद दिल को मजबूत बनाता है। इसलिए एक चम्मच शहद प्रतिदिन अवश्य ही लें।_*
*_रोज 50 ग्राम कच्चा ग्वारपाठा खाली पेट खाने से भी कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है।_*
*_दिल की बीमारी के उपाय,में प्रमुख है की नित्य लौकी उबालकर उसमें धनिया, जीरा व हल्दी का चूर्ण तथा हरा धनिया डालकर कुछ देर पकाकर खाएं | अगर इस उपाय को प्रतिदिन ना भी कर पाए तो इसे सप्ताह में कम से कम 2-3 बार खाइए। इससे दिल को शक्ति मिलती है।_*
   📖 *_गुरु भक्ति योग_* 🕯️
          *_कुछ लोग बातूनी स्वभाव के होते हैं. उनका ऐसा होना ही उनकी सफलता में एक बड़ी बाधा बन जाता है. क्यों कि इस तरह के लोग अपने सारे राज आसानी से खोल देते हैं. वे चाह कर भी बात को दबा नहीं पाते. वहीं नीति शास्त्र में आचार्य श्री गोपी राम ने कुछ बातों को कभी उजागर ना करने की बात कही है. इससे हमें कई बातों के बारे में जानकारी मिलती है जिनका आम आदमी के जीवन से संबंध है. कहते हैं हमारी नीति का अनुसरण करना जीवन में सफलता का द्वार खोल देता है. इन बातों को मानने से व्यक्ति अपनी परेशानियों से निजात पा लेता है. आइये फटाफट नजर डालते हैं कौन सी ऐसी बातें हैं, जिन्हें कभी किसी के सामने उजागर नहीं करना चाहिए_*
          *_दांपत्य जीवन की बातें आपका चाहे मित्र किनता ही घनिष्ठ क्यूं ना हो, उसे कभी भी अपने जीवनसाथी से जुड़े रहस्यों को कभी उजागर नहीं करना चाहिए. आचार्य श्री गोपी राम के अनुसार दो लोगों के बीच कुछ ऐसी बातें होती हैं जो कभी किसी तीसरे व्यक्ति को नहीं पता चलनी चाहिए. ऐसा होने पर तीसरा व्यक्ति आपके संबंधों में कलह उत्पन्न कर सकता है. यही नहीं वह इसका अपने हित के लिए भी फायदा उठा सकता है_*
          *_आर्थिक स्थिति की जानकारी के अनुसार व्यक्ति को कभी भी अपने धन की जानकारी किसी अन्य व्यक्ति के सामने उजागर नहीं करनी चाहिए. धन से जुड़ी बातों में ही आपका लाभ हानि भी शामिल होता है. इसलिए धन की बात को हमेशा सीक्रेट बना कर रखने में ही समझदारी मानी जाती है._*
        *_धोखे की बात अगर जीवन में कभी आपको धोखा मिला हो तो इससे आप सबक लेते हैं. लेकिन किसी व्यक्ति को कभी खुद को मिले धोखे के बारे में गलती से भी नहीं बताना चाहिए._*
*_●●●●●★᭄ॐ नमः श्री हरि नम: ★᭄●●●●●_*
⚜️ *_चतुर्दशी तिथि को भगवान शिव का ज्यादा-से-ज्यादा पूजन, अर्चन एवं अभिषेक करना करवाना चाहिये। सामर्थ्य हो तो विशेषकर कृष्ण पक्ष कि चतुर्दशी तिथि को विद्वान् वैदिक ब्राह्मणों से विधिवत भगवान शिव का रुद्राभिषेक करवाना चाहिये। आज चतुर्दशी तिथि में भगवान् शिव का रुद्राभिषेक यदि शहद से किया करवाया जाय तो इससे मारकेश कि दशा भी शुभ फलदायिनी बन जाती है। जातक के जीवन कि सभी बाधायें निवृत्त हो जाती है और जीवन में सभी सुखों कि प्राप्ति सजह ही हो जाती है।_*
*_जिस व्यक्ति का जन्म चतुर्दशी तिथि को होता है वह व्यक्ति नेक हृदय का एवं धार्मिक विचारों वाला होता है। इस तिथि को जन्मा जातक श्रेष्ठ आचरण करने वाला होता है अर्थात धर्म के मार्ग पर चलने वाला होता है। इनकी संगति भी उच्च विचारधारा रखने वाले लोगों से होती है। ये बड़ों की बातों का पालन करते हैं तथा आर्थिक रूप से सम्पन्न होते हैं। देश तथा समाज में इन्हें उच्च श्रेणी की मान-प्रतिष्ठा प्राप्त होती है।_*

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