क्राइम

शराब ठेकेदार के आगे नतमस्तक हुआ प्रशासन, मनमर्जी के रेट में बिक रही शराब

गांव गांव में खुली शराब की दुकानें
रिपोर्टर : देवेंद्र तिवारी
सांची । वैसे तो इस स्थल को विश्व विख्यात पर्यटक स्थल माना जाता है इस स्थल पर आने जाने वाले देशी विदेशी पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है इसके साथ ही विशिष्ट, अतिविशिष्ट लोग भी इस स्थल के दर्शनार्थ आते जाते रहते हैं बावजूद इसके मिलीभगत के चलते हुए इस स्थल पर बिकने वाली शराब ने शासन प्रशासन के नियमों को दरकिनार कर दिया है तथा पूरा क्षेत्र शराब माफिया की जकड़न में जकड़ा गया है शासन प्रशासन ने मौन साध ली है।शाम होते ही पूरी साँची बन जाती है आहता
जानकारी के अनुसार इस विश्व विख्यात पर्यटक स्थल पर भी शासन प्रशासन द्वारा अंग्रेजी एवं देशी शराब बेचने की अनुमति दी जाती है तथा इसके लिए जिला आबकारी विभाग के अंतर्गत ठेका प्रथा के चलते नीलामी कर करोड़ों रुपए की आय अर्जित की जाती है । तब नीलामी में करोड़ों रुपए में शराब दुकान खरीदने वाले ठेकेदार कैसे शराब बेचने के लिए सरकार द्वारा बनाए गए नियम कानून को संबंधित अधिकारियों की मिली भगत कर ताक पर रख देते हैं इस स्थल पर आसानी से देखा जा सकता है इस स्थल पर विदिशा रोड़ पर स्थित एक दुकान पर जो राष्ट्रीय राजमार्ग से लगा हुआ है दुकान संचालित हो रही है जबकि सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग एवं धार्मिक स्थल सहित नगर सहित क्षेत्र भर में शांति व्यवस्था सुचारू बनाए रखने हेतु नियमों को लागू किया हुआ है । परन्तु मिलीभगत के चलते शराब विक्रेता सारे नियम ताक पर रख देते हैं तथा मनमाने रेट पर शराब की बिक्री की जा रही है, तौर तरीके अपनाते हुए करोड़ों की आय अर्जित करने में कामयाब हो जाते हैं इस स्थल की शराब दुकान राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे होने से अनेक शराब शौकीनों को मौत के मुंह में जाने मजबूर होना पड़ा है । जबकि इस स्थल से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर दिन रात हजारों छोटे बड़े वाहनों की लंबी कतारें तेज रफ्तार दौड़ने वाले वाहनों की लगी रहती है इन शराब दुकानों पर शाम होते ही मेले जैसा नजारा देखने को मिल जाता है तथा शराब पीकर लड़ते झगड़ते लोगों से आने जाने वाले लोग तो परेशानी उठाते ही है बल्कि आसपास रहने वाले लोगों को खासी परेशानी से जूझना पड़ता है राष्ट्रीय राजमार्ग से दूर बनाए गए नियम ताक पर रख दिए गए हैं इसी प्रकार सरकार ने शराब दुकान के आसपास अहाते बंद करने के नियम बना डाले परन्तु इस नियम को भी ताक पर रख कर अहाते भी अपनी शराब शौकीनों से कमाई करना बंद नहीं कर सके जबकि लगभग डेढ़ किमी दूर स्थित कमापार के निकट वाउडी मंदिर के नाम से विख्यात इस धार्मिक स्थल पर नगर के भक्तों का तो आना जाना लगा ही रहता है बल्कि महिला बच्चे भी इस मार्ग से होकर ही मंदिर पहुंचते हैं तथा विदिशा से भी इस मंदिर पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं जिससे श्रद्वालुओं को भी खासी मशक्कत उठानी पड़ती है इसके साथ ही अनेक शराब शौकीनों ने बताया कि दुकानो पर शासन द्वारा निर्धारित रेट लिस्ट लगाई जाती है परन्तु यहां रेट लिस्ट नियम की भी खुलेआम धज्जियां उड़ती दिखाई देती है तथा सीलबंद की जगह खुली शराब परोसने से शराब शौकीनों को जान का खतरा भी मंडराता नजर आता है । शराब विक्रेता करोड़ों वसूलने की तर्ज पर नगर के आसपास क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वाहनों से शराब भरकर पहुंचाने से क्षेत्र भर को शराब दुकान बनाने में पीछे दिखाई नहीं देते जिससे सबसे ज्यादा लोगों के घर बर्बाद होने लगते हैं तथा शराब लोगों के घर उजाड़ने के साथ ही महिला बच्चे भी इसका खामियाजा भुगतते दिखाई देते हैं । इस सारे गौरखधंधे में संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों की मिली भगत से इंकार नहीं किया जा सकता बताया जाता है इस सारे गौरखधंधे में आबकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारी एवं पुलिस अधिकारी कर्मचारी की मिली भगत भी किसी से छिपी नहीं रहती । तथा शराब माफिया सरकार के सारे नियम ताक पर रख देते हैं तो पालन कराने वाले भी इनपर किसी प्रकार की कार्रवाई करने से कतराते दिख जाते हैं ।
इस संबंध मे विवेक सक्सेना आबकारी निरीक्षक रायसेन का इनका कहना है कि शराब दुकान नीलाम हुए अभी 15 दिन ही हुए हैं रेट लिस्ट ऊपर से आती है जून माह तक आ जायेगी लगवा दी जाएगी। अभी नये दुकानदार को जमने में भी समय लगेगा ।

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