पर्यावरणमध्य प्रदेश

जंगली वन्य जीवों के कंठ कि प्यास बुझाया समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने

परासिया । जिला छिंदवाड़ा में मानव सेवा, गौ सेवा, बेटी बचाओ एवं पर्यावरण संरक्षण क्षेत्र उत्कृष्ट कार्यों में सदैव सजग रहने वाले जिले के सक्रिय समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया ने बताया अप्रैल की भीषण गर्मी के चलते लगातार तापमान का पारा ऊपर चढ़ते जा रहा है। सृष्टि के समस्त जीवों को इस वक्त पीने के पानी की सख्त आवश्यकता होती है।
इस वर्ष गर्मी अपने चरम पर है. जंगलों में पानी के तालाब और बरसाती नाले सूख चुके हैं। जंगल में जंगली वन जीवों की प्यास बुझाने के लिए कोई माध्यम नहीं बचा है। जंगली वन्य जीव ऐसी अवस्था में अपने कंठ की प्यास बुझाने के लिए शहरों एवं गावों की ओर आने को आमादा होते हैं। जिससे वे इंसानों एवं कुत्तों के शिकार हो जाते हैं। रोड पर वाहनों से टकरा जाने से दुर्घटना होने पर उनकी मृत्यु तक हो जाती है। जंगली वन्य जीव हमारे लिए एक अमूल्य धरोहर है। इन्हें बचाना प्रत्येक भारतीय नागरिकों का नैतिक दायित्व धर्म है। हमारे जागते रहो ग्रुप खून का रिश्ता ग्रुप के माध्यम से हमने लगभग विगत 6 वर्ष पूर्व परासिया नर्सरी एवं कोसमी मंदिर के जंगल में दो विशालकाए कांक्रीट पानी के टैंकों को बनवाया है। जिसमें हमारे द्वारा प्रतिवर्ष भीषण गर्मी में जंगली वन्यजीवों की प्यास बुझाने के लिए पानी भरा जाता है।
मानव सेवा के अंतर्गत हमारे जागते रहो ग्रुप खून का रिश्ता ग्रुप के द्वारा स्टेशन रोड परासिया में एवं मोक्ष धाम परासिया में पीने के पानी के कंक्रीट की टंकियां बनवाई गई है जिसमें सदैव शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई है।
आज महावीर जयंती के उपलक्ष में समाजसेवी रिंकू रितेश चौरसिया के द्वारा कोसमी के जंगल में एवं नर्सरी के जंगल में कंक्रीट के पानी के टैंकों को भरवारा गया है।

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